1 अप्रैल से National Highway पर सफर करना होगा महंगा

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1 अप्रैल से नेशनल हाईवे पर सफर करना होगा महंगा
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:18 AM
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नेशनल हाईवे (National Highway) पर सफर करना 1 अप्रैल से महंगा हो जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India, NHAI) ने टोल टैक्स में 10-15% की बढ़ोतरी की जो गुरुवार रात 12 बजे के बाद लागू हो जाएगी। इस टैक्स के लागू होते ही छोटे वाहनों को हाईवे (National Highway) पर चलने के लिए लगभग 10 से ₹15 अधिक देने पड़ेंगे जबकि कमर्शियल वाहनों के टैक्स में ₹65 तक की बढ़ोतरी हो जाएगी।

किस रूट पर कितना अधिक टैक्स भरना पड़ेगा वाहनों को-

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नए टैक्स को लागू हो जाने के बाद यदि कोई छोटा वाहन सराय काले खां से रसूलपुर के लिए जाता है तो 31 किलोमीटर की इस यात्रा के लिए ₹100 का टोल टैक्स भरना पड़ेगा। यही वाहन यदि भोजपुर तक जाता है तो 45 किलोमीटर की यात्रा के लिए ₹130 का टैक्स भरना पड़ेगा। जबकि सराय काले खां से आखिरी टोल प्लाजा काशी उतरने पर 58.23 किलोमीटर की यात्रा के लिए ₹155 के टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा। अगर कमर्शियल वाहनों की बात की जाए तो, इसी रूट 31 किलोमीटर की यात्रा के लिए ₹345, 45 किलोमीटर की यात्रा के लिए ₹435 और 58.23 किलोमीटर की यात्रा के लिए ₹520 का भुगतान करना पड़ेगा। लखनऊ रायबरेली हाईवे पर निजी वाहनों को ₹105 व बड़े वाहनों को ₹360 का भुगतान करना पड़ेगा। लखनऊ कानपुर हाईवे पर निजी वाहनों को ₹90 जबकि बड़े वाहनों को ₹295 का टोल टैक्स देना होगा। लखनऊ सुल्तानपुर हाईवे पर निजी वाहनों को ₹95 बड़े वाहनों को ₹325 का टैक्स भरना पड़ेगा।
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निम्नलिखित हाईवे पर लागू होगा नया टोल टैक्स रेट -

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा जारी किया गया नया टोल टैक्स रेट कानपुर (Kanpur), अयोध्या (Ayodhya), रायबरेली (Raibareli) व सुल्तानपुर (Sultanpur) जाने वाले वाहनों पर लागू होगा। जबकि सीतापुर हाईवे पर नया टोल रेट अक्टूबर 2022 से लागू किया जाएगा। लखनऊ हरदोई हाईवे पर अभी कोई भी टोल टैक्स लागू नहीं है।
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Baba Ramdev और जब पत्रकार पर भड़के बाबा रामदेव, लेकिन क्यों?

Ramdev
Baba Ramdev
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 01:34 PM
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Baba Ramdev : योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) अक्सर अपने विवादास्पद बयानों को लेकर घिरे रहते हैं। जब उनसे सवाल पूछे (Baba Ramdev) जाते हैं तो अक्सर वह भड़क भी जाते हैं। ऐसा ही एक मामला हरियाणा से आया है। जहां पर एक कार्यक्रम के दौरान एक पत्रकार द्वारा पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर सवाल किया गया तो बाबा रामदेव भड़क गए। उन्होंने पत्रकार से यहां तक कह दिया कि चुप हो जा, अब आगे पूछेगा तो...

Baba Ramdev in haryana

आपको बता दें कि बाबा रामदेव हरियाणा के करनाल में गए थे। जहां पर आयोजित एक कार्यक्रम में एक पत्रकार ने बाबा रामदेव से पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों को लेकर सवाल किया तो बाबा रामदेव पत्रकार पर ही भड़क गए। पत्रकार ने बाबा रामदेव से मीडिया में उनके एक बयान के बारे में सवाल किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि लोगों को ऐसी सरकार पर विचार करना चाहिए जो 40 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल और 300 रुपये प्रति सिलेंडर पर रसोई गैस सुनिश्चित कर सके।

रामदेव ने कहा कि हां, मैंने कहा था, आप क्या कर सकते हो? ऐसे प्रश्न मत पूछो। क्या मैं तेरे प्रश्नों का उत्तर देने के लिए कोई ठेकेदार हूं, तू जो भी पूछे और मैं उसका उत्तर दूं। जब पत्रकार ने फिर से सवाल किया और कहा कि आपने सभी टीवी चैनलों में ऐसी बाइट दी थी, जिस पर रामदेव ने पत्रकार की ओर इशारा करते हुए कहा, "मैंने दी थी और अब नहीं देता। कर ले, क्या करेगा। चुप हो जा, अब आगे से पूछेगा तो ठीक नहीं। एक बार बोल दिया न। बस, इतनी ज्य़ादा उदंडता नहीं करना चाहिए। तू किसी सभ्य मां-बाप की औलाद होगा।

रामदेव ने कहा कि सब लोग ज्यादा मेहनत करें। सरकार कहती है, अगर तेल का दाम कम होगा तो उन्हें टैक्स नहीं मिलेगा, तो वे देश कैसे चलाएंगे। सेना को कैसे वेतन देंगे, सड़क कैसे बनाएंगे? हां, महंगाई कम होनी चाहिए, मैं मानता हूं...दोनों ही पक्ष हैं। लेकिन मेहनत ज्यादा करो। मैं भी संन्यासी होकर सुबह चार बजे उठता हूं और रात के दस बजे तक काम करता हूं।

आपको बता दें कि देशभर में 31 मार्च 2022 को पिछले 10 दिनों में लगातार नौवीं बार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं। तेल कंपनियों ने आज पेट्रोल और डीजल दोनों में 80-80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है।

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Big Breaking Rajasthan : संघर्ष के प्रतीक थे कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला

Kirori
Kirori Singh Bainsla passes away
locationभारत
userचेतना मंच
calendar31 Mar 2022 04:36 PM
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Kirori Singh Bainsla Passes Away: गुर्जर आंदोलन के मुखिया रहे कर्नल किरोड़ी बैंसला का निधन (Kirori Singh Bainsla) हो गया है. आपको बता दू, वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे.

तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मणिपाल हॉस्पिटल (जयपुर) ले जाया गया. जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उनके बेटे विजय बैंसला (Vijay Bainsla) ने पिता के निधन की पुष्टि की.

बता दू कि, कर्नल किरोड़ी बैंसला (Colonel Kirori Bainsla) लंबे समय से गुर्जरों को आरक्षण (Gujjars Reservation) दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे थे.

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कौन थे किरोड़ी सिंह बैंसला (Kirori Singh Bainsla)?

कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का जन्म करौली जिले (राजस्थान) के मुंडिया गांव में हुआ था. गुर्जर समुदाय (Gujjar community) से आने वाले बैंसला ने अपने करियर की शुरुआत शिक्षक के तौर पर की थी पर, पिता के फौज में होने के कारण से उनका रुझान फौज की तरफ ज्यादा था.

इस वजहसे उन्होंने उन्होंने भी सेना में जाने का मन बनाया और सिपाही के रूप में भारत माँ की सेवा करने लग गए. किरोड़ी सिंह बैंसला, सेना की राजपूताना राइफल्स (Rajputana Rifles) में भर्ती हुए थे.

सेना में रहते हुए उन्होंने 1962 के भारत-चीन युद्ध (India-China War) और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan war) में हिस्सा लिया था.

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पाकिस्तान में युद्धबंदी भी रहे थे बैंसला

किरोड़ी सिंह पाकिस्तान में युद्धबंदी भी रहे थे. उन्हें 2 उप-नामों से जाना जाता था. सीनियर्स उन्हें 'जिब्राल्टर की चट्टान' (Gibraltar ki Chattan) और बाकी साथी कमांडो उन्हें 'इंडियन रेम्बो' (Indian Rambo) कह कर बुलाते थे. वो किरोड़ी सिंह बैंसला की जांबाजी ही थी कि, सेना में मामूली सिपाही के तौर पर भी तरक्की पाते हुए वह कर्नल की रैंक (Rank of Colonel) तक पहुंचे थे. बैंसला की 4 संतानें हैं. एक बेटी रेवेन्यू सर्विस (Revenue Service) में है और 2 बेटे सेना में हैं. वहीं 1 बेटा निजी कंपनी में है. किरोड़ी सिंह बैंसला की पत्नी का निधन पहली ही हो चुका था और किरोड़ी सिंह अपने बेटे के साथ हिंडौन में रहते थे. >> यह भी पढ़े:- पेट्रोल-डीजल की कीमत में आज फिर 80-80 पैसे प्रति लीटर बढ़े

रिटायर होने के बाद शुरू किया गुर्जर आंदोलन

सेना से रिटायर होने के बाद किरोड़ी सिंह बैंसला अपने जन्म स्थल राजस्थान लौट आए और गुर्जर समुदाय के लिए संघर्ष करना शुरू कीया. गुर्जर आंदोलन (Gurjar Movement) के दौरान कई बार उन्होंने रेल रोकी और पटरियों पर धरना दिया था. इस आंदोलन को लेकर उन पर कई आरोप भी लगे थे. किरोड़ी सिंह बैंसला का कहना था कि, राजस्थान के ही मीणा समुदाय (Meena community) को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिया गया है. जिससे उन्हें सरकारी नौकरी (Government Job) में सही प्रतिनिधित्व मिला.  लेकिन गुर्जरों समुदाय के साथ ऐसा नहीं हुआ. गुर्जरों को भी उनका हक मिलना चाहिए. >> यह भी पढ़े:-  अखिलेश से नाराजगी की खबरों के बीच CM योगी से मिलने पहुंचे शिवपाल