Bihar News: 5 दिसंबर को सिंगापुर में होगा लालू यादव का किडनी प्रत्यारोपण!




UP politics: उत्तर प्रदेश की मैनपुरी संसदीय सीट पर हो रहे उप चुनाव के दौरान प्रसपा के अध्यक्ष और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह ने नया नाम दिया है। उन्होंने जनता से भी आह्वान किया है कि अब अखिलेश को नए नाम से पुकारा जाना चाहिए।
दरअसल, शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव बुधवार को जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में डिंपल यादव के समर्थन में एक संयुक्त सभा आयोजित की। इस दौरान शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश को छोटे नेताजी के खिताब से नवाजा। शिवपाल ने कहा कि हम चाहते हैं अखिलेश को लोग छोटे नेताजी कहें। अखिलेश को जनता छोटे नेताजी के नाम से पुकारे।
शिवपाल यादव ने मंच से एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य पर हमला बोला। कहा कि उसने मुझे धोखा दिया है। वह मेरा शिष्य भी नहीं हो सकता है। मैं तो कहूंगा वह चेला बनने लायक भी नहीं। मैं और अखिलेश एक हो गए हैं।
शिवपाल यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि अगर कहीं झगड़ा हो रहा हो, तो झगड़ा निपटाने मत जाना, क्योंकि अगर उसमें पड़े तो जेल चले जाओगे। यही नहीं, शिवपाल ने कहा कि अगर पुलिस बुलाए तो भी मत जाना और पुलिस की पकड़ में भी मत आना। शिवपाल ने आगे कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी से नहीं, पूरी सरकार से है। प्रशासन और अधिकारियों से भी है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को गुंडई नहीं करने की सलाह दी। शिवपाल यादव ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि कोई गाली भी दे तो उसे बर्दाशत कर लेना, लेकिन पुलिस की पकड़ में मत आना।
आपको बता दें, उत्तर प्रदेश में 3 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। लेकिन सपा और भाजपा ने अपनी पूरी ताकत मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में लगा रखी है। दोनों ही पार्टियां यहां अपनी जीत का दावा कर रही हैं। सपा के लिए यह सीट जहां प्रतिष्ठा वाली सीट हो गई है। वहीं, भाजपा 2024 से पहले यह सीट जीतकर पूरे देश में एक बड़ा संदेश देने की कोशिश में है।
UP politics: उत्तर प्रदेश की मैनपुरी संसदीय सीट पर हो रहे उप चुनाव के दौरान प्रसपा के अध्यक्ष और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह ने नया नाम दिया है। उन्होंने जनता से भी आह्वान किया है कि अब अखिलेश को नए नाम से पुकारा जाना चाहिए।
दरअसल, शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव बुधवार को जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में डिंपल यादव के समर्थन में एक संयुक्त सभा आयोजित की। इस दौरान शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश को छोटे नेताजी के खिताब से नवाजा। शिवपाल ने कहा कि हम चाहते हैं अखिलेश को लोग छोटे नेताजी कहें। अखिलेश को जनता छोटे नेताजी के नाम से पुकारे।
शिवपाल यादव ने मंच से एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य पर हमला बोला। कहा कि उसने मुझे धोखा दिया है। वह मेरा शिष्य भी नहीं हो सकता है। मैं तो कहूंगा वह चेला बनने लायक भी नहीं। मैं और अखिलेश एक हो गए हैं।
शिवपाल यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि अगर कहीं झगड़ा हो रहा हो, तो झगड़ा निपटाने मत जाना, क्योंकि अगर उसमें पड़े तो जेल चले जाओगे। यही नहीं, शिवपाल ने कहा कि अगर पुलिस बुलाए तो भी मत जाना और पुलिस की पकड़ में भी मत आना। शिवपाल ने आगे कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी से नहीं, पूरी सरकार से है। प्रशासन और अधिकारियों से भी है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को गुंडई नहीं करने की सलाह दी। शिवपाल यादव ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि कोई गाली भी दे तो उसे बर्दाशत कर लेना, लेकिन पुलिस की पकड़ में मत आना।
आपको बता दें, उत्तर प्रदेश में 3 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। लेकिन सपा और भाजपा ने अपनी पूरी ताकत मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में लगा रखी है। दोनों ही पार्टियां यहां अपनी जीत का दावा कर रही हैं। सपा के लिए यह सीट जहां प्रतिष्ठा वाली सीट हो गई है। वहीं, भाजपा 2024 से पहले यह सीट जीतकर पूरे देश में एक बड़ा संदेश देने की कोशिश में है।

Politics: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए पूर्व-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना को 9वीं और 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों तक सीमित किए जाने को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि गरीब परिवारों के इन बच्चों से ‘पैसे छीनकर’ सरकार कितना पैसा बचा लेगी ?
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘नरेंद्र मोदी जी, आपकी सरकार ने एसएसी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए स्थापित पूर्व-मैट्रिक छात्रृवित्त योजना को बंद कर दिया है।’’
खरगे ने सवाल किया, ‘‘गरीब परिवारों के छात्रों को छात्रवृत्ति बंद करने का क्या मतलब है? इन छात्रों से पैसे छीनकर आपकी सरकार कितना कमा लेगी या बचा लेगी?’’
उल्लेखनीय है कि शिक्षा का अधिकार (आरटीई) कानून के तहत सभी छात्रों के लिए आठवीं कक्षा तक अनिवार्य शिक्षा के प्रावधान का उल्लेख करते हुए सरकार ने अब अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए अपनी पूर्व-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना को 9वीं और 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों तक सीमित कर दिया है।
इससे पहले, पूर्व-मैट्रिक छात्रवृत्ति में पहली कक्षा से 8वीं तक की शिक्षा के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों को भी शामिल किया जाता था। पूर्व-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के छात्रों को केवल कक्षा 9वीं और 10वीं से पूर्णकालिक आधार पर कवर किया जाता है।
Politics: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए पूर्व-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना को 9वीं और 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों तक सीमित किए जाने को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि गरीब परिवारों के इन बच्चों से ‘पैसे छीनकर’ सरकार कितना पैसा बचा लेगी ?
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘नरेंद्र मोदी जी, आपकी सरकार ने एसएसी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए स्थापित पूर्व-मैट्रिक छात्रृवित्त योजना को बंद कर दिया है।’’
खरगे ने सवाल किया, ‘‘गरीब परिवारों के छात्रों को छात्रवृत्ति बंद करने का क्या मतलब है? इन छात्रों से पैसे छीनकर आपकी सरकार कितना कमा लेगी या बचा लेगी?’’
उल्लेखनीय है कि शिक्षा का अधिकार (आरटीई) कानून के तहत सभी छात्रों के लिए आठवीं कक्षा तक अनिवार्य शिक्षा के प्रावधान का उल्लेख करते हुए सरकार ने अब अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए अपनी पूर्व-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना को 9वीं और 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों तक सीमित कर दिया है।
इससे पहले, पूर्व-मैट्रिक छात्रवृत्ति में पहली कक्षा से 8वीं तक की शिक्षा के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों को भी शामिल किया जाता था। पूर्व-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के छात्रों को केवल कक्षा 9वीं और 10वीं से पूर्णकालिक आधार पर कवर किया जाता है।