UP में 6 डीआईजी समेत 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला, कई बड़े नाम शामिल

Ips
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar09 Jan 2025 01:18 AM
bookmark
UP News : उत्तर प्रदेश में आजकल तबादलों का जोर पकड़े हुए है। अभी मात्र एक दिन पहले ही 17 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया था। पुलिस विभाग में तबादलों का सिलसिला यहीं नहीं रुका, आज फिर से शासन ने छह डीआईजी समेत 14 और आईपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया है। आज बुधवार को डीजीपी मुख्यालय ने तबादला सूची जारी की है। इस तबादला सूची में नए वर्ष में पदोन्नति पाने वाले 14 अधिकारियों को उनके कार्यस्थल पर ही नई नियुक्ति प्रदान की गई है। वर्तमान में इतनी अधिक संख्या में पुलिस विभाग में किए गए आईपीएस अधिकारियों के तबादलों के बाद अन्य अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं।

डीआईजी डॉ. धर्मवीर सिंह का भी हुआ तबादला

इनमें एसपी से डीआईजी के पद पर प्रोन्नत हुए 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. धर्मवीर सिंह, 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी अजय कुमार, डा.अरविंद चतुवेर्दी, दिनेश सिंह, अरविंद कुमार मौर्य व सुभाष चन्द्र शाक्य के नाम शामिल हैं। इसके अलावा पीपीएस संवर्ग से आईपीएस संवर्ग में पदोन्नति पाने वाले आठ अधिकारी भी शामिल हैं। इनमें समीर सौरभ, मु.इरफान अंसारी, रश्मि रानी, लक्ष्मी निवास मिश्रा, राजेश कुमार श्रीवास्तव, विश्वजीत श्रीवास्तव, अमृता मिश्रा व मायाराम वर्मा को भी उनके तैनाती स्थल पर ही एसपी के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई है।

एक दिन पहले ही हुआ था 17 आईपीएस अधिकारियों का तबादला

एक दिन पहले प्रदेश सरकार ने आठ जिलों के पुलिस कप्तान सहित 17 आईपीएस अधिकारियों की तैनाती में फेरबदल किया था। इनमें मीरजापुर, लखीमपुर खीरी, सुलतानपुर, मैनपुरी, बस्ती, कन्नौज, अमरोहा व भदोही जिले शामिल हैं। यहां नए पुलिस अधीक्षकों की तैनाती हुई है। छह आईपीएस अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें एक जिले से हटाकर दूसरे जिले में पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 14 अधिकारियों को उनके कार्यस्थल पर ही नई नियुक्ति प्रदान की गई है।

पुलिस महानिदेशक सीबीसीआईडी दीपेश जुनेजा बने

31 दिसंबर को पुलिस महानिदेशक सीबीसीआईडी के पद से एसएन साबत की सेवानिवृत्ति के बाद से रिक्त हुआ पद अब दीपेश जुनेजा को दे दिया गया है। उनके पास डीजी अभियोजन के साथ-साथ डीजी सीबीसीआईडी का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। पिछले दिनों डॉ. संजीव गुप्ता का अपर पुलिस महानिदेशक/सचिव गृह से अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना के साथ-साथ अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिदेशक के जीएसओ पर किया गया तबादला निरस्त कर दिया गया है। UP News

11 आईएएस अधिकारियों का भी तबादला

शासन ने सचिवालय में तैनात आईएएस अधिकारियों में फेरबदल के बाद अब कानपुर व आजमगढ़ के मंडलायुक्त समेत 11 आईएएस अधिकारियों के कार्यक्षेत्र बदले हैं। स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के प्रमुख सचिव और महानिरीक्षक निंबधन पद का दायित्व अलग-अलग देने के बजाए अब अमित गुप्ता को सौंपा गया है। अमित अब तक कानपुर के मंडलायुक्त पद का दायित्व संभाल रहे थे। चूंकि मंगलवार को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है इसलिए माना जा रहा है कि अब कई जिलाधिकारियों के भी तबादले हो सकते हैं। UP News

अचानक बजा बैंक का इमरजेंसी अलार्म, मौके पर पहुंचते ही पुलिस के उड़े होश

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। 

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।

अगली खबर पढ़ें

अचानक बजा बैंक का इमरजेंसी अलार्म, मौके पर पहुंचते ही पुलिस के उड़े होश

Noida police 6
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Jan 2025 09:45 PM
bookmark
UP News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के एक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) शाखा में हुई एक अजीबोगरीब घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। दरअसल, मंगलवार रात करीब 11 बजे अचानक बैंक का इमरजेंसी अलार्म बजने से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गई।

बैंक में घुसकर आपराधिक घटना को दिया अंजाम!

जानकारी के मुताबिक, मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने बिना देर किए पूरी बैंक शाखा को घेर लिया और जांच शुरू कर दी। जगह-जगह तलाशी ली गई और संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी गई। पुलिस के अधिकारियों को लगा कि शायद किसी ने बैंक में घुसकर कोई अपराधिक घटना को अंजाम दिया है। पूरी जांच-पड़ताल के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने बैंक के कर्मचारियों को बुलाया और बैंक को खोलने का आदेश दिया। जब बैंक खोला गया तो पुलिस काफी हैरान रह गई।

चूहों की शरारत से बजा इमरजेंसी अलार्म

बैंक में हुई जांच में यह पता चला कि इमरजेंसी अलार्म चूहों की शरारत के कारण बजा था। एसबीआई के असिस्टेंट मैनेजर तुषार शर्मा ने बताया कि, बैंक के अंदर और बाहर पुलिस ने काफी जांच-पड़ताल की, लेकिन कुछ भी आपत्तिजनक या संदिग्ध नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। हालांकि इस तफ्तीश के दौरान यह जरूर सामने आया कि चूहों की शरारत ने इस अलार्म बजाने की घटना को अंजाम दिया और सबको परेशान कर दिया। UP News

दिल्ली चुनाव से पहले BJP को बड़ा झटका, मंदिर प्रकोष्ठ के कई धर्मगुरु AAP में शामिल

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। 

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।

अगली खबर पढ़ें

आखिर यूपी बीजेपी में विभीषण कौन है, मंत्री संजय निषाद भड़के

Sanjay nishad
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:51 AM
bookmark
UP News : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। गाहे बगाहे कुछ न कुछ हल्ला हंगामा होता ही रहता है। पहले योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल ने बखेड़ा खड़ा किया था, अभी वो मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब संजय निषाद बीजेपी पर हमलावर हो गए हैं। बुधवार को निषाद ने बीजेपी से सवाल पूछा है कि आखिर पार्टी के भीतर विभीषण कौन है? और यह विभीषण बार-बार पार्टी को डेंट दे जाता है और सब चुप हैं। निषाद ने चेतावनी देते हुए कहा है कि 2027 में अगर हमारे समुदाय की मांगों को अनदेखा किया गया, तो इसका परिणाम पार्टी के लिए ठीक नहीं होगा।

बेटे की हार से बौखलाए

योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद का बेटा प्रवीण जो सन्त कबीर नगर से चुनाव में खड़ा था, उसके हारने के बाद से वो भाजपा से काफी नाराज रहते हैं। बेटे की हार से बौखलाए उनका मानना है कि उनका बेटा जीत जाता अगर भाजपा के कुछ लोगों ने उसको हराने के लिए गोपनीय तरीके से काम न किया होता। इसलिए वो ये पूछ रहे हैं कि आखिर बीजेपी में विभीषण कौन हैं, और इसकी खोज क्यों नहीं हो रही है? निषाद यह सवाल अपने बेटे प्रवीण की हार के बाद से ही पूछ रहे हैं क्यों कि उन्हें भाजपा के ही कुछ नेताओं पर अपने बेटे को हराने के लिए काम करने का शक है।

निषाद जातियों के साथ भेदभाव करने का आरोप

यूपी में आशीष पटेल के बाद आजकल योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद बीजेपी नेताओं पर हमलावर हैं। वो अब आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में दिखाई दे रहे हैं। बुधवार को उन्होंने अपनी सबसे प्रमुख मांग, बीजेपी पर निषाद आरक्षण की मांग को पूरा न करने और निषाद जातियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। संजय निषाद ने यहां यह भी कहा कि उपचुनाव में हमसे कहा गया कि पहले आरक्षण पर चर्चा होगी फिर सीट शेयरिंग का मसला सुलझाया जाएगा। हमने निषाद आरक्षण के लिए अपनी दावेदारी छोड़ दी। लेकिन 5 साल से हम गठबंधन में सरकार के साथ हैं लेकिन बीजेपी ने निषाद आरक्षण के लिए कुछ नहीं किया है। UP News

बीजेपी नहीं सुधरेगी तो उसे भी 2027 में डूबो देंगे

संजय निषाद ने यह भी कहा कि बाहर से जो नेता भाजपा में आ रहे हैं, उसकी सुनवाई गठबंधन में ज्यादा हो रही है। जबकि सबसे बड़ा सच यह है कि यही वे लोग हैं जो सपा और कांग्रेस को पहले डूबो चुके हैं। निषाद ने अपने दावे में कहा है कि यूपी में हमारे समुदाय का विधानसभा की 200 सीटों पर प्रभाव है। अब इन सीटों पर बीजेपी जीत तो रही है लेकिन अनदेखी के कारण उसके मार्जिन कम हो रहे हैं। निषाद पार्टी के प्रमुख ने आगे कहा कि 2027 से पहले हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो बीजेपी सत्ता में फिर से नहीं आ पाएगी। ये बात उन्होंने साफ-साफ कही कि बीजेपी नहीं सुधरेगी तो उसे भी 2027 में डूबो देंगे। UP News

अब खालिदा जिया को क्यों छोड़ना पड़ा बांग्लादेश, जानें सच

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। 

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।