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कांच की सतह पर 300 पंक्तियों में उकेरी श्रीरामचरित मानस

Hapur News

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Hapur News : अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोर-शोर पर हैं। राम मंदिर अयोध्या और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का क्रेज रामभक्तों और देशभर के लोगों पर छाया हुआ है। रामभक्त और कलाकार अपने-अपने तरीके से भगवान श्री राम, राम मंदिर और रामलला के प्रति अपनी आस्था व्यक्त कर रहे हैं। ऐसी ही अटूट आस्था उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले प्रोफेसर अजय कुमार मित्तल राम मंदिर और रामलला में रखते हैं।

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प्रो. अजय मित्तल ने रचा इतिहास

इस सबके बीच हापुड़ के एक प्रोफेसर ने विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए रामचरित मानस महाकाव्य को कांच की सतह पर उकेर डाला है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ में रहने वाले श्री शांति स्वरूप कृषि इंटर कॉलेज के प्रोफेसर अजय कुमार मित्तल ने एक इतिहास रच दिया है। एक तरफ जहां पूरे देश में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह है तो वहीं दूसरी तरफ लोग किसी न किसी वजह से राम मंदिर के जरिए चर्चा का हिस्सा बन रहे हैं।

300 लाइन में लिखी रामचरित मानस

मिली रिपोर्ट के मुताबिक  प्रोफेसर अजय कुमार मित्तल ने एक सादे कांच के शीशे पर आयताकार ऑक्साइड-लेपित सतह पर सबसे छोटे श्री रामचरित मानस को उकेरने का रिकॉर्ड बनाया है। मित्तल ने संपूर्ण महाकाव्य को कांच की सतह पर 300 पंक्तियों के भीतर उकेरा है। जिसके बाद उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है।

राम मंदिर में अर्पित करनेका है सपना

अपने इस काम पर प्रो. मित्तल ने कहा कि मेरा काम अयोध्या में राम मंदिर को समर्पित है। मुझे अपने काम पर बहुत गर्व है। प्रोफेसर अजय मित्त ने कहा कि मेरा सपना है कि इस रामचरित मानस को मै राम मंदिर अयोध्या में अर्पित करना चाहता हूं।

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