Harmful Cooking Oil : कुरकुरी पेटिज ,क्रीम रोल,जीरा,पापड़ी आदि कई ऐसे उत्पाद है जिनकी धुआंधार बिक्री होती है पर क्या आप जानते हैं ये किस प्रकार से बनती है ,कि इनमे जो कुरकुरा और खस्तापन आता है वो हमारी जुबांं को तो अच्छा लगता है पर हमारी सेहत की ऐसी की तैसी कर देता है ।इनमे ऐसे तेल का उपयोग करते हैं की जो जबरदस्त गर्मी मे भी ये खाने की चीज़ो को मुलायम नही पड़ने देता है ।इनमे पड़ने वाला तेल का नाम पाम ऑयल (Palm Oil) है जो इंडोनेशिया से आता है ।यह ऑयल का एक बाई प्रोडक्ट है ।जिसका इस्तेमाल साबुन बनाने मे किया जाता है ।लेकिन खाद्य पदार्थो मे भी इसका भरपूर इस्तेमाल किया जाता है ।
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Harmful Cooking Oil :
यह तेल हमारे शरीर के लिये बहुत नुकसानदायक है खासकर दिल के लिए बेहद खतरनाक है ।इसका अंदाजा इसी से लगया जा सकता है कि यह धमनियों मे जाकर एक मोटी परत के रूप मे बेहद जल्दी जम जाता है ।इसका कारण इसके मेल्टिंग पॉइंट का अधिक होना।पाम ऑयल का मेल्टिंग पॉइंट 53 से 55 डिग्री सेल्सियस तक होता है और हमारा शरीर 32-33 डिग्री मेल्टिंग पॉइंट वाले उत्पाद के लिये बना है ।तपती और भीषण गर्मी मे जब चारो ओर हाहाकार मची होती है। तब भी ये ऑयल नही पिघलता है और खाद्य पदार्थों के कुरकरेपन को बरकरार रखता है ।कानपुर रोज 400 टन से ज्यादा पाम ऑयल की खपत होती है ।ये अलग-अलग उत्पादों के जरिये हमारे शरीर मे जा रहा है ।
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व्यापारियों का कहना है की त्योहारों मे इसकी मांग 40%तक बढ़ जाती है ।आखाद्य पाम ऑयल को कच्चे तेल से अलग कर साबुन फेक्ट्री को बेचा जाता है ।उसी तेल को खाना बनाने के लिये खरीदा जाता है। फिर इसमे ग्लिसरीन मिला कर खाने का तेल बनाया जाता है ।इस मिश्रण को बनने मे करीब 17 रुपये लीटर का खर्च आता है । एक लीटर तेल तैयार होने की कीमत 64 रुपये आती है और पाम ऑयल 80 रुपये लीटर तक मे खरीदना पड़ता है ।इस तरह मिलावटखोरों को 16 रुपये तक का विशुद्ध मुनाफ़ा मिलता है ।
लेखिका बबिता आर्या