Thursday, 28 March 2024

Health : ‘चीकू’ खाओ सेहत बनाओ!

 विनय संकोची Health : ‘चीकू’ (Chikoo) को कुछ लोग बहुत शौक से खाते हैं, लेकिन कुछ लोग इस भ्रम में…

Health : ‘चीकू’ खाओ सेहत बनाओ!

 विनय संकोची

Health : ‘चीकू’ (Chikoo) को कुछ लोग बहुत शौक से खाते हैं, लेकिन कुछ लोग इस भ्रम में जीते हैं कि चीकू तो बीमारों के लिए होता है। ऐसा सोचने वाले लोग नहीं जानते कि बेहद स्वादिष्ट फल चीकू स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभदायक होता है। चीकू का नियमित सेवन करने वाले लोगों के पास अनेक रोग तो फटकते तक नहीं हैं। चीकू जितना स्वादिष्ट है, उससे भी कहीं ज्यादा पौष्टिक होता है। ठंडी तासीर वाले चीकू को अंग्रेजी में से सैपोडिला, उड़िया में सोपातो, मराठी में चिकाली या चिक्कु, कन्नड़, तमिल और बांग्ला में सपोटा और तेलुगु में सापोतसीमा कहा जाता है। हिंदू, उर्दू, कोंकणी और गुजराती में इसी चीकू ही कहते हैं। चीकू तो सेहत का खजाना है ही, इसके पत्ते, तना और बीज में भी कम पोषक तत्व नहीं पाए जाते हैं।

चीकू में सोडियम(Sodium), पोटेशियम(Potassium), मैग्नीशियम(Magnesium), जिंक(Zinc), कॉपर(Copper), प्रोटीन(Protein), फाइबर(Fiber), फास्फोरस(Phosphorus), आयरन(Iron), कैल्शियम(Calcium), विटामिन-ए(Vitamin-A), विटामिन-सी(Vitamin-C) , नियासिन (Niacin) आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। चीकू का सेवन मिल्क शेक, स्वीट सौस, चाट और हलवे के रूप में किया जा सकता है। चीकू साधारण बुखार से लेकर कैंसर जैसी घातक जानलेवा बीमारी तक तमाम रोगों के निवारण में सहायता कर सकता है।

आइए जानते हैं चीकू के गुण व उपयोग के बारे में –

• चीकू में प्रचुर मात्रा में विटामिन और मिनरल्स हैं, जो मस्तिष्क को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इस ऊर्जा से दिमाग की थकावट दूर हो जाती है। थकावट दूर हो जाती है, तो दिमाग तनाव रहित और शांत रहता है।

• चीकू के सेवन से शरीर का मेटाबॉलिज्म नियंत्रित रहता है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिलती है। जो लोग वजन बढ़ने से परेशान हैं, उन्हें चीकू को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

• चीकू का सेवन आंखों के लिए भी लाभदायक होता है। चीकू में विटामिन-ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो आंखों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। अधिक आयु वर्ग के लोगों को चीकू के सेवन से आंखों के परेशानी में राहत मिल सकती है।

• चीकू कैंसर के खतरे से भी बचाने का काम करता है। चीकू में विटामिन-ए और विटामिन-बी के साथ एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर व अन्य अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं को बनने से रोकते हैं। विटामिन-ए फेफड़ों और मुंह के कैंसर से बचाता है।

• चीकू मूत्रवर्धक है। यह शरीर से पेशाब द्वारा गंदगी को निकालने का कार्य बखूबी करता है।

• चीकू में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, यही कारण है कि यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोकने में सहायक है। चीकू फ्री रेडिकल्स को समाप्त कर देता है और झुर्रियों को कम करता है। इसका यही एंटी एजिंग गुण इसे विशेष बनाता है।

• चीकू में विटामिन-ई पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो त्वचा को नमी प्रदान करता है। जिससे त्वचा स्वस्थ और सुंदर बनती है। त्वचा के स्वास्थ्य के लिए चीकू आदर्श फल है।

• चीकू फल के बीज को पीसकर सेवन करने से गुर्दे की पथरी पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाती है। चीकू खाने से गुर्दे के अन्य रोगों से भी बचाव होता है।

• चीकू के सेवन से श्वसन तंत्र से कफ और बलगम निकल जाते हैं, जिससे पुरानी खांसी में बहुत राहत मिलती है।

• चीकू में एंटी डायरियल गुण मौजूद होता है। पानी में चीकू को उबालकर बनाए गए काढ़े को पीने से दस्त में आराम आता है। पेचिश और बवासीर के उपचार में भी यह काढ़ा उपयोगी है।

• चीकू गर्भावस्था में भी लाभकारी है। चीकू अपने विशिष्ट पोषक तत्वों के कारण गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है।

• चीकू कब्ज़ से राहत दिलाता है तथा पेट के अन्य संक्रमण से लड़ने की ताकत देता है।

• चीकू हड्डियों को मजबूत करने में भी सहायक है।

• चीकू की छाल का काढ़ा बनाकर 5-10 मिलीलीटर मात्रा के सेवन से जीर्ण ज्वर में लाभ मिलता है।

• चीकू के सेवन से पित्त के कारण होने वाली समस्याओं में तुरंत आराम आता है।

• कच्चे चीकू के फल को पीसकर फोड़ों पर लगाने से फोड़े पककर फूट जाते हैं।

 नोट : चीकू में शर्करा प्रचुर मात्रा में होती है, इसलिए मधुमेह रोगियों को इसका सेवन चिकित्सक से पूछ कर ही करना चाहिए।

विशेष : यहां चीकू के गुण और उपयोग के बारे में सामान्य जानकारी दी गई है। हम किसी भी उपाय, उपयोग, प्रयोग के सफल होने का दावा नहीं करते हैं। रोग उपचार में औषधि के रूप में चीकू का सेवन योग्य चिकित्सक/आहार विशेषज्ञ के परामर्श के बिना करना नुकसानदायक हो सकता है। 

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