Thursday, 28 March 2024

Health : ‘आम’ है स्वास्थ्य के लिए ख़ास

 विनय संकोची Health : ‘आम ‘(Mango)  भारत का राष्ट्रीय फल है। देश के लगभग सभी स्थानों में इसकी उत्पत्ति होती…

Health : ‘आम’ है स्वास्थ्य के लिए ख़ास

 विनय संकोची

Health : ‘आम ‘(Mango)  भारत का राष्ट्रीय फल है। देश के लगभग सभी स्थानों में इसकी उत्पत्ति होती है। छोटे से छोटे और बड़े से बड़े बगीचे में आम के वृक्ष लगाए जाते हैं। सड़कों के दोनों ओर आम के वृक्ष की शोभा देते हैं। ‘महाकवि कालिदास’ ने आम का गुणगान किया है और ‘शतपथ ब्राह्मण’ में इसका उल्लेख मिलता है। ‘वेदों’ में आम का नाम आया है और ‘अमरकोश’ में आम की प्रशंसा इसकी ‘बुद्ध कालीन’ लोकप्रियता का प्रमाण है। वेदों में आम को विलास का प्रतीक कहा गया है।

आयुर्वेद के अनुसार आम के पंचांग यानी पांचों अंग काम में आते हैं। पका फल मधुर, स्निग्ध, वातनाशक, शीतल, प्रमेय नाशक तथा रुधिर के रोगों को दूर करने वाला होता है। यह श्वास, अम्ल, पित्त, यकृत वृद्धि तथा क्षय में भी लाभदायक है। अनेक वैद्यों ने केवल आम के रस और दूध पर रोगी को रखकर क्षय, संग्रहणी, श्वास, रक्त-विकार, दुर्बलता इत्यादि रोगों के उपचार में सफलता प्राप्त की है। पका आम बहुत स्वास्थ्यवर्धक, पोषक, शक्तिवर्धक होता है। यह विटामिन-सी के महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक है और इसमें विटामिन-ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

आम सभी फलों का राजा तो है ही, इसमें कई चमत्कारिक गुण भी हैं। यह ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। भारत में बहुत पहले से आम पौष्टिक फल के रूप में माना जाता रहा है, लेकिन हाल के शोध के दौरान पाया गया है कि आम तो गुणों का अनुपम भंडार है। आम शरीर में वसा को कम करने में सहायक होता है। आम की गुठली के में बहुत से पोषक तत्व है। आयुर्वेद शास्त्र में इसका खूब उपयोग किया गया है।आम के पत्तों से निकला अर्क इंसुलिन उत्पादन कर ब्लड शुगर का स्तर घटाता है। आम शरीर में ग्लूकोज और कोलस्ट्रोल के लेवल को नियंत्रित रखने में मददगार होता है।

एक अध्ययन से पता चला है कि आम में शरीर को फायदा पहुंचाने वाले तत्व अधिक है जबकि नुकसान पहुंचाने वाले मुश्किल से एक दो ही हैं। आम में पाए जाने वाला खास तत्व ब्लड शुगर लेवल को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। डायबिटीज शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करता है और हृदय उनमें से एक होता है। कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर हृदय को व्यापक तौर पर नुकसान पहुंचा सकता है। आम के पत्तों में फाइबर पेक्टिन और विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होता है, जो कोलस्ट्रोल खासतौर पर एलडीएल या हानिकारक कोलस्ट्रोल के लेवल को घटाता है। इसके अलावा फल में मौजूद फ्लेवोनॉयड फ्लेवोनॉयड्स लिपिड लेवल को कम करने में मदद करता है। इससे धमनियां मजबूत और स्वस्थ बनती हैं। आम के पत्ते भी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं। मधुमेह के रोगियों को आम के रस में बराबर मात्रा में जामुन का रस मिलाकर सेवन करना लाभकारी बताया गया है।

प्राचीन चीनी दवाइयों में आम के पत्तों का अर्क डायबिटीज और अस्थमा के इलाज में उपयोग किया जाता है। आम के पत्तों में कैफिक एसिड जैसे फिनॉलिक, मैगीफेरिन जैसे पॉलिफिनॉल्स, गैलिक एसिड, फ्लेवोनॉयड्स और कई अस्थाई योगिकों जैसे घटक पाए जाते हैं। यह सभी आम को अच्छा एंटीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एलर्जिक प्राकृतिक उत्पाद बनाते हैं।

आम की पत्तियों से किडनी में पथरी की समस्या को हल करने और किडनी को सेहतमंद रखने में मदद मिलती है। यह लीवर को सेहतमंद रखने में भी मदद करता है। इसमें लौह तत्व की प्रधानता होती है। रेशे प्रधान होने के कारण यह कब्ज़ में भी लाभकारी है।

विटामिन-ए (Vitamin-A) से भरपूर होने के कारण आम का सेवन आंखों के लिए लाभदायक है। इसके सेवन से नेत्र ज्योति बढ़ती है तथा रतौंधी की शिकायत नहीं रहती है।

पीलिया रोग में भी आम लाभदायक है यह यकृत को ठीक करता है। कच्चे आम का पन्ना बहुत ही स्वादिष्ट होता है। पन्ना लू लगने में रामबाण औषधि है। कच्ची कैरिओं को पानी में उबालकर, मसलकर निकाले गए गूदे को छलनी में छानकर पानी शक्कर और नमक मिलाकर सेवन करने पर लू लगने की स्थिति में आराम मिलता है।

आम का कच्चा फल स्वाद में खट्टा और फल मीठा होता है। यह रुधिर विकार दूर करने वाला तथा फोड़े फुंसियों का नाश करने वाला है। दूध के साथ आम का सेवन अत्यंत लाभदायक है। स्वादिष्ट और रुचिवर्धक होने के साथ-साथ वात, पित्त, कफनाशक, बलवर्धक, पौष्टिक और रंग को निखारने वाला है।

‘आम’ बेहद गुणकारी है, जिसके बारे में यहां सामान्य जानकारी दी गई है। यदि आम को रोगों के उपचार में औषधि के रूप में प्रयोग करना है तो योग्य आयुर्वेदाचार्य से परामर्श आवश्यक है।

ध्यान रहे, सामान्य जानकारी किसी चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प नहीं हो सकती है।

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