Health Tips : दिवाली के बाद मौसम में बदलाव आना आम बात है। तापमान में बदलाव से हमारे मूड, व्यवहार और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर हो सकता है। ‘द लैंसेट प्लेनेटरी हेल्थ’ की स्टडी के मुताबिक, 12 से 21 डिग्री सेल्सियस में मूड काफी अच्छा होता है और गुस्सा कम आता है। जबकि तापमान ज्यादा होने पर इससे उलट हो सकता है। ऐसे में चलिए जानते हैं मौसम में बदलाव का शरीर और दिमाग पर किस तरह का असर पड़ता है और इसे कैसे कम कर सकते हैं।
मौसम बदलने से शरीर पर प्रभाव
- एलर्जी और अस्थमा की समस्या बढ़ सकती है।
- जोड़ों के दर्द में वृद्धि हो सकती है।
- डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
- पाचन तंत्र पर असर पड़ सकता है।
- सर्दी-जुकाम और फ्लू का खतरा बढ़ जाता है।
मौसम बदलने से दिमाग पर असर
- मूड स्विंग हो सकता है।
- गुस्सा और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है।
- अवसाद और तनाव बढ़ सकता है।
- नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।
इन प्रभावों को कम करने के लिए उपाय
- तापमान में बदलाव के अनुसार कपड़े पहनें।
- हाइड्रेटेड रहें।
- स्वस्थ आहार लें।
- व्यायाम करें।
- तनाव कम करने के लिए ध्यान और योग करें।
- नींद की गुणवत्ता पर ध्यान दें।
मौसम में बदलाव से निपटने के लिए ये कुछ महत्वपूर्ण तरीके हैं:
- एक्सरसाइज करें: नियमित व्यायाम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- सही रुटीन फॉलो करें: दिनचर्या को व्यवस्थित रखने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
- हेल्दी फूड्स खाएं: पौष्टिक आहार से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं।
- पर्याप्त नींद लें: अच्छी नींद से शरीर और दिमाग को आराम मिलता है।
- तनाव कम करने के लिए योग-मेडिटेशन करें: योग और ध्यान से मानसिक शांति मिलती है।
- मौसम के अनुसार कपड़े पहनें: तापमान के अनुसार कपड़े पहनने से शरीर को आराम मिलता है।
इसके अलावा, मौसम में बदलाव से निपटने के लिए:
- हाइड्रेटेड रहें
- एलर्जी और अस्थमा के लक्षणों पर ध्यान दें
- घर की सफाई पर ध्यान दें
- विटामिन डी की कमी से बचाव के लिए धूप में बैठें
इन तरीकों को अपनाकर आप मौसम में बदलाव के प्रभावों को कम कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं। Health Tips
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