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Health : तरबूज – है स्वाद के साथ -साथ सेहत की खान

 विनय संकोची

Health : अंग्रेजी में वाटरमेलन, संस्कृत में कालिंद, गुजराती में तड़बूज, तमिल में पुल्लुम, बांग्ला में तरमुज, पंजाबी में मतीरा कहे जाने वाले फल को हिंदी भाषी ‘तरबूज'(Water Melon)  के नाम से जानते-पहचानते हैं। चिकने हरे आवरण वाले तरबूज के अंदर का गूदा लाल होता है। इसके बीज काले, लाल या सफेद होते हैं। गर्मी के मौसम में तरबूज खूब खाया जाता है। तरबूज में 95.7% पानी के अतिरिक्त कार्बोहाइड्रेट(Carbohydrate), विटामिन-ई(Vitamin-E), नियासिन(Niacin), प्रोटीन(Protein), वसा(Fat), विटामिन बी(Vitamin-B)  और अल्प मात्रा में फास्फोरस(Phosphorus) पाया जाता है। तरबूज सदियों से भारतीयों का मनपसंद फल रहा है। भारत में तरबूज की मौजूदगी के प्रमाण सिंधु घाटी की सभ्यता से भी पहले के मिलते हैं। आयुर्वेद में तरबूज को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। आयुर्वेदाचार्य तरबूज को कफनाशक, प्यास को शांत करने वाला, शीतलक, नेत्र ज्योति वर्द्धक मानते हैं। आयुर्वेद तरबूज के रस को स्फूर्ति दायक, मस्तिष्क को शीतलता प्रदान करने वाला बताता है। तरबूज का गूदा और रस ही नहीं, इसके बीज भी बहुत उपयोगी और गुणकारी होते हैं। तरबूज के बीजों की सौ ग्राम गिरी में 514 कैलोरी मिलती हैं, जबकि 100 ग्राम गूदे से मात्र 36 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है। तरबूज के बीज की गिरी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, वसा और खनिज लवण होते हैं। आइए जानते हैं तरबूज के गुणों, उपयोग व सेवन से होने वाले लाभ-हानि के बारे में।

• बहुत से लोगों को जरूरत से ज्यादा प्यास लगने की समस्या होती है। इस समस्या से निदान में तरबूज का रस लाभ पहुंचा सकता है। यदि तरबूज रस को 20 से 50 मिलीग्राम सेवन करें तो अत्यधिक प्यास लगने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

• सिरदर्द आज लोगों की आम परेशानी है। तरबूज के रस 40-50 मिलीग्राम में मिश्री मिलाकर पीने से सिर दर्द में आराम मिलता है। दिमाग शांत रहता है और गुस्सा काम आता है।

• आधे से एक कप तरबूज का रस दिन में दो बार खाना खाने से पूर्व पीने से अति अम्लता से छुटकारा मिल सकता है। इससे पाचन प्रक्रिया पर पड़ने वाला विपरीत प्रभाव समाप्त हो जाता है।

• तरबूज कोलस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित करने का काम करता है, जिसकी वजह से यह दिल से जुड़ी बीमारियों से दूर रहने का माध्यम बन सकता है।

• तरबूज के नियंत्रित मात्रा में सेवन से कब्ज की समस्या से छुटकारा पाना संभव है। कब्ज़ से बचने का सीधा सा अर्थ है, उन विकारों से मुक्त रहना जो कब्ज के कारण शरीर में उत्पन्न होते हैं।

• तरबूज उच्च रक्तचाप नियंत्रण में भी सहायक होता है। तरबूज के बीज की गिरी के चूर्ण को उबलते हुए पानी में डालकर एक घंटे बाद छानकर पीने से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है।

• एक्जिमा के उपचार में भी तरबूज सहायता कर सकता है। तरबूज के सुखाए हुए छिलकों को जलाकर बनाई गई भस्म को पानी रिसने वाले एग्जिमा प्रभावित हिस्से पर बुरकने से लाभ हो सकता है। यदि एक्जिमा सूखा है तो भस्म को सरसों के गर्म तेल में मिलाकर लगाने से फायदा होता है।

• अपच की समस्या में भी तरबूज का प्रयोग लाभदायक है। तरबूज के रस का सेवन करने से न केवल खाना जल्दी पचता है, बल्कि खून भी बढ़ता है।

• मूत्र-अवरोध की शिकायत भी तरबूज दूर करने में सहायक है। पेशाब ठीक से न उतरने या कष्ट के साथ उतरने की समस्या हो तो अच्छी मात्रा में तरबूज का नियमित सेवन लाभकारी हो सकता है।

• तरबूज के सेवन से पीलिया रोग में भी आराम मिलता है।

• तरबूज के रस का सेवन करने से लू लगने का भय समाप्त हो जाता है।

• तरबूज की गिरी 10 ग्राम को पानी के साथ पीसकर उसमें मिश्री मिलाकर पीने से दिल की धड़कन सामान्य हो सकती है।

• तरबूज के गूदे के टुकड़ों पर काला नमक डालकर खाने से सूखी खांसी में बहुत आराम मिलता है।

• तरबूज के रस का सेवन जोड़ों के दर्द में भी लाभ पहुंचाता है।

• तरबूज के बीज को पानी के साथ पीसकर होठों पर मलने से होठ फटना खत्म हो जाता है।

• तरबूज के बीजों का रस या जूस पीने से गुर्दे की खराबी के कारण शरीर में होने वाली सूजन समाप्त हो सकती है।

• दुष्परिणाम : अधिक मात्रा में सेवन से तरबूज नुकसान भी पहुंचा सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक अधिक मात्रा में तरबूज सेवन से पाचन क्रिया कमजोर होने की आशंका रहती है। मधुमेह, निम्न रक्तचाप और गर्भकाल में तरबूज का सेवन नहीं करने की बात आयुर्वेद कहता है। बहुत से लोगों को प्राकृतिक रूप से ही तरबूज से एलर्जी होती है, उन्हें तरबूज से दूर ही रहना चाहिए।

{• विशेष : तरबूज एक स्वादिष्ट फल है, जिसे लोग खाना पसंद करते हैं, खाते हैं। तरबूज अनेक रोगों में लाभ पहुंचा सकता है, यह भी मान्यता है लेकिन किस रोग में तरबूज अथवा उसके रस की कितनी मात्रा का, किस प्रकार सेवन किया जाए यह केवल योग्य आयुर्वेदाचार्य ही बता सकते हैं। तरबूज के उपयोग के बारे में या विशुद्ध सामान्य जानकारी दी गई है, जिससे उपचार का दावा हम बिल्कुल नहीं करते हैं। सामान्य जानकारी चिकित्सक का विकल्प नहीं हो सकती।}

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