डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वैक्सीन की मंजूरी के बाद अब पूरे विश्व भर में कोहराम मचा रही बेहद ही खतरनाक बीमारी मलेरिया की सबसे पहली वैक्सीन को मंजूरी दे दी है l
जानकारी के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहली बार मलेरिया की वैक्सीन को इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है l इस मंजूरी से पूरे दुनिया भर में इस वैक्सीन को भेजा जाएगा l आपको बता दें कि हर साल मच्छरों के द्वारा होने वाली मलेरिया बीमारी से लगभग चार लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है, और इसमें सबसे ज्यादा शामिल अफ्रीकी बच्चे होते हैं l अपने एक आधिकारिक बयान में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि मलेरिया के खिलाफ एकमात्र टीका ही व्यापक रूप से अफ्रीकी बच्चों को लगाया जाए, जिससे इस बीमारी को पूरी तरह से खत्म किया जा सके और इस को चिन्हित करके इस पर कामयाबी पाई जा सके l इसके अलावा डब्ल्यूएचओ की सिफारिश पर इस आरटी एस वैक्सीन को ब्रिटिश दवा कंपनी ने विकसित किया है l मलेरिया बीमारी से मरने वालों में ज्यादातर 5 साल से कम उम्र के बच्चे होते हैं l इस वैक्सीन को पायलट प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया है और इस वैक्सीन का परीक्षण सात अफ्रीकी देशों में किया गया है l जानकारी के मुताबिक यह वैक्सीन मलेरिया के सभी प्रकारों में बेहद ही कारगर है, और यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है l
आपको बता दें कि मलेरिया बीमारी एक विशिष्ट मच्छर के काटने से होती है और यह मच्छर साफ पानी में ही पनपता है l माना जाता है कि यह मच्छर दिन के समय में ही काटता है l इस बीमारी के लक्षण की बात करें तो बुखार, सिरदर्द मांसपेशियों में थकावट, ठंड लगना व पसीना आना जैसे लक्षण शामिल है l हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि यह वैक्सीन किस तरह से इस बीमारी की रोकथाम करती है, व लोगों के जीवन का बचाव करती है l