Thursday, 16 January 2025

अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ बड़ा एक्शन, फर्जीवाड़ा का पदार्फाश

Bangladeshi Infiltrators : देश के कई इलाकों में चुनाव आदि में अपनी पार्टी को मदद पहुंचाने के लिए अवैध रूप…

अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ बड़ा एक्शन, फर्जीवाड़ा का पदार्फाश

Bangladeshi Infiltrators : देश के कई इलाकों में चुनाव आदि में अपनी पार्टी को मदद पहुंचाने के लिए अवैध रूप से बांग्लादेशियों को बसाया जा रहा है। इस क्रम में अभी हाल में महाराष्ट्र में अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ बड़ा एक्शन हुआ है। इन बंग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ दो शहरों में एसआईटी की जांच की गई है। इस जांच में कइयों के पास से फर्जी आधार, पैनकार्ड, पासपोर्ट बरामद किए गए हैं। इस जांच के दायरे में कई सरकारी अफसर और नेता भी शामिल हैं। सही मायने में वोट बैंक बढ़ाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाए जाते थे, इन दस्तावेज को बनाने के पीछे एक बड़ा सिंडिकेट काम करता है जो बांग्लादेशी घुसपैठियों को महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में नकली दस्तावेज बनवाकर बसाने की साजिश कर रहा है। यह चुनाव में भले किसी को फायदा पहुंचाने के लिए हो लेकिन भविष्य में देश के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।

पहचान बदलकर कई बांग्लादेशी भारत में रह रहे

नकली दस्तावेजों को बनवाकर अपनी पहचान बदलकर कई बांग्लादेशी तो पिछले कई वर्षों से भारत में रह रहे थे, मगर जब पुलिस के हत्थे चढ़े तो सारे राज बताते चले गए। पुलिस को इन घुसपैठियों से जो जानकारी मिली वो हैरान करने वाली है। यह एक बड़ा सवाल है कि आखिर इन घुसपैठियों के पीछे कौन है, इनका मददगार कौन है। पिछले दिनों दिल्ली में भी बांग्लादेशी घुसपैठियों की खोजबीन की गई और उनके खिलाफ ऐक्शन हुआ था। दिल्ली के कालिंदी कुंज, वसंत कुंज, रंगपुरी, रुचि बिहार में अभियान चलाया गया था, जहां बहुत से बंग्लादेशी नागरिक पकड़े गए और दिल्ली पुलिस ने इन घुसपैठियों को वापस बांग्लादेश भिजवा दिया।

नकली दस्तावेज बनवाकर रह रहे थे बंग्लादेशी

अपनी पहचान छिपाकर और अपने को भारत का नागरिक साबित करने के लिए तमाम बांग्लादेशियों ने सारे नकली दस्तावेज बनवाकर पिछले काफी समय से महाराष्ट्र में रह रहे थे। ऐसे बहुत से लोग जो मुंबई में लंबे वक्त से रह रहे थे और सारे दस्तावेज इन्होंने नकली बनवा रखे थे, पुलिस की जांच में वे सब फर्जी निकले। जांच में पुलिस के सामने इनकी सच्चाई आ गई और ये सब लोग बांग्लादेशी घुसपैठिये निकले। बर्थ सर्टिफिकेट से लेकर आधार कार्ड, राशन कार्ड यहां तक कि इनके पासपोर्ट भी फर्जी थे। नकली डॉक्यूमेंट बनाने वाला एक सिडिंकेट इस पूरे मामले से जुड़ा हुआ है, इस सिंडिकेट में हर फेक डॉक्यूमेंट का रेट फिक्स है। जांच के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों के नकली डॉक्यूमेंट बनाने की रेट लिस्ट का पता चला, जो इस प्रकार है।

नकली डॉक्यूमेंट बनाने की रेट लिस्ट

फर्जी आधार कार्ड बनवाने का रेट 5 हजार से 10 हजार रुपये
फर्जी राशन कार्ड बनावाने का रेट 5000 से 10000 रुपये
फर्जी डोमिसाइल बनवाने का रेट 10 हजार से 15 हजार रुपये
फर्जी पेन कार्ड बनवाने का रेट भी 5 हजार से 10 हजार रुपये
और अगर किसी घुसपैठिये को विदेशी यात्रा के लिए पासपोर्ट बनवाना हो तो वो 50 हजार से 1 लाख रुपये देकर तैयार किया जाता है।
मुंबई पुलिस के जांच अधिकारी रविसिद्ध ठेंगले ने बताया कि इस तरह पैसे लेकर नकली कागजात मुहैया कराने वाला सिंडीकेट पिछले काफी समय से सक्रिय है। जब इन घुसपैठियों के हर दस्तावेज का पूरी तरह से छानबीन किया गया तब इस फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। लेकिन इस बार फजीर्वाड़ा करके मुंबई में रहे रहे ये बांग्लादेशी घुसपैठिये पुलिस को चकमा देने में नाकाम रहे। इनके पास से बरामद मोबाइल फोन ने भी इनके ढाका कनेक्शन की पोल खोलकर रख दी।

बसेरा मुंबई में और सम्पर्क ढाका में

मुंबई पुलिस को इस बात की पुख्ता जानकारी मिली है कि महाराष्टÑ के कई इलाकों में नकली दस्तावेज बनवाकर बांग्लादेशी नागरिक रह रहे हैं। ये भले ही मुंबई के विविध इलाकों में रह रहे हों, लेकिन इनका सम्पर्क लगातार बांग्लादेश से बना हुआ था। इन घुसपैठियों के इस ढाका प्रेम के कारण ही इस फर्जीवाड़े की पोल खुल सकी। अब मुंबई समेत महाराष्ट्र के जिन जिन इलाकों में बांग्लादेशी घुसपैठियों ठिकानों की खबर मिल रही है, वहां लगातार सर्च आॅपरेशन चलाया जा रहा है। नकली दस्तावेजों के सहारे अभी बहुत से बांग्लादेशी नागरिक भारत में मुंबई सहित अनेक स्थानों पर बसे हुए हैं।

12 से 15 हजार बांग्लादेशी घुसपैठियों के रहने की आशंका

महाराष्ट्र सरकार ने बांग्लादेशी घुसपैठियों की जांच के लिए नासिक और अमरावती जिले में दो एसआईटी बना दी हैं। अंदेशा है कि इन दो जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की तादाद पिछले कुछ वक्त में बहुत बढ़ी है। इसके अलावा उत्तर मुंबई के बोरीवली, एमएचबी कॉलोनी का गणपत पाटिल नगर, मालवणी का अंबुज वाडी और दहिसर इलाकों के स्लम्स में अवैध रूप से बांग्लादेशी नागरिक रहने लगे हैं। नवी मुंबई में पनवेल, नेरूल और उरण इलाकों में 12 से 15 हजार बांग्लादेशी घुसपैठियों के रहने की बात कही जा रही हैं। जब तक विधिवत जांच नहीं होगा इतने बड़े पैमाने पर इन्हें खोजना काफी मुश्किल होगा।

बीजेपी नेता किरीट सोमैया का दावा

अगर यह आरोप सच साबित हुआ तो यह देश के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित होगा। बीजेपी नेता किरीट सोमैया का आरोप है कि महाराष्ट्र के अमरावती में प्रशासन के अधिकारी बिना किसी जांच पड़ताल के बांग्लादेशी नागरिकों का जन्म प्रमाणपत्र बना रहे हैं। आरोप हैं कि अमरावती और मालेगांव में 2500 से ज्यादा फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनाए जा चुके हैं। यानी जो लोग कभी इस देश के नागरिक थे ही नहीं उनके यहां पैदा होने का सबूत तैयार कर दिया गया है। किरीट सोमैया ने इसके पीछे वोट जिहाद को मकसद बताया है। हालांकि पुलिस ने जांच दल बनाकर इसकी विधिवत तहकीकात शुरू कर दी है।

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