बलूचिस्तान में बीएलएफ के हमले में तीन पाकिस्तानी मेजर ढेर

Sena
Islamabad :
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 JUL 2025 04:06 PM
bookmark
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आजादी के लिए संघर्षरत बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने मेजर रैंक के तीन अधिकारियों को मारने का दावा किया है। वहीं, खैबर पख्तूनवा प्रांत के बाजौर जिले में शुरू किए सेना के आपरेशन सरबकाफ के तहत कम से कम चार आतंकवादियों को मार गिराने की बात कही जा रही है। बाजौर जिले में तीन दिन का कर्फ्यू लगाकर यह आपरेशन शुरू किया गया है। कर्फ्यू का आज दूसरा दिन है। Islamabad

हमलों में पाकिस्तान सेना के मेजर रैंक के तीन अधिकारियों की मौत

द बलूचिस्तान पोस्ट की बलूची भाषा समाचार सेवा की खबर के अनुसार, बीएलएफ के हमले में पाकिस्तान सेना के मेजर रैंक के तीन अधिकारियों की मौत हो गई। खबर के अनुसार, झाओ क्षेत्र में बीएलएफ ने सड़क पर अवरोधक खड़ा कर हमला किया। इस हमले में मेजर सैयद रबनवाज तारिक अवारन मारे गए। इसके अलावा मेजर अनवर काकर शाल के जबल नूर के पास बीएलए के एसटीओएस दस्ते के बम हमले में मारे गए। मस्तुंग के पहाड़ी इलाके में बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों और पाकिस्तान के सैनिकों के बीच झड़प में मेजर सलीम समेत कई अधिकारी मारे गए। आजादी के लिए संघर्षरत सशस्त्र समूहों ने ईरान और इराक के लिए बलूचिस्तान के भूमि मार्ग पर तीर्थयात्रियों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।

खैबर पख्तूनवा में आतंकवादियों के खिलाफ आपरेशन सरबकाफ शुरू

डान अखबार की खबर के अनुसार, पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनवा के बाजौर जिले के लोवी मामुंड तहसील इलाके में गनशिप हेलीकॉप्टरों और तोपखाने की मदद से मंगलवार को आतंकवादियों के खिलाफ आॅपरेशन सरबकाफ शुरू किया है। आॅपरेशन में बाधा न आए, इसके लिए बाजौर जिले के 16 इलाकों में अचानक तीन दिन का कर्फ्यू लगाया गया है। पाकिस्तान की सेना के आदेश पर बाजौर जिले के डिप्टी कमिश्नर ने 29 जुलाई की सुबह 5 बजे से लेकर 31 जुलाई की शाम 5 बजे तक कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। डान ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि इस दौरान लोवी मामुंड तहसील के विभिन्न इलाकों में सुरक्षा बलों ने कम से कम चार आतंकवादियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में लगभग 12 अन्य घायल हो गए और लगभग 10 को जिंदा पकड़ लिया। खबर में कहा गया कि हालांकि, सुरक्षा बलों और पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

कई सांसदों ने सैन्य कार्रवाई और कर्फ्यू लगाने की निंदा की

स्थानीय नागरिकों ने दावा किया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई झड़पों में अलग-अलग इलाकों में एक बच्चे समेत दो नागरिक मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए। घायलों में दो बच्चे और एक महिला शामिल है। लोवी मामुंड तहसील के निवासियों ने बताया कि आतंकवादियों को शरण देने के शक में सुरक्षा बलों ने कुछ घरों को भी कथित तौर पर निशाना बनाया। इस बीच, सांसद डॉ. हमीदुर रहमान, सांसद अनवर जेब खान, सांसद मोहम्मद निसार खान, पूर्व सांसद गुल जफर खान और प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सांसद मुबारकजेब खान ने इलाके में सैन्य कार्रवाई और कर्फ्यू लगाने की निंदा की। उन्होंने कर्फ्यू हटाने और सैन्य अभियान को रोकने की मांग की। डॉ. हमीदुर रहमान ने कहा, "अगर सैन्य कार्रवाई नहीं रोकी गई तो वह लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे। जमात-ए-इस्लामी नेता और पूर्व सीनेटर मुश्ताक अहमद खान ने सैन्य अभियान को तुरंत रोकने का आग्रह किया है। Islamabad
अगली खबर पढ़ें

बलूचिस्तान में बीएलएफ के हमले में तीन पाकिस्तानी मेजर ढेर

Sena
Islamabad :
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 JUL 2025 04:06 PM
bookmark
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आजादी के लिए संघर्षरत बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने मेजर रैंक के तीन अधिकारियों को मारने का दावा किया है। वहीं, खैबर पख्तूनवा प्रांत के बाजौर जिले में शुरू किए सेना के आपरेशन सरबकाफ के तहत कम से कम चार आतंकवादियों को मार गिराने की बात कही जा रही है। बाजौर जिले में तीन दिन का कर्फ्यू लगाकर यह आपरेशन शुरू किया गया है। कर्फ्यू का आज दूसरा दिन है। Islamabad

हमलों में पाकिस्तान सेना के मेजर रैंक के तीन अधिकारियों की मौत

द बलूचिस्तान पोस्ट की बलूची भाषा समाचार सेवा की खबर के अनुसार, बीएलएफ के हमले में पाकिस्तान सेना के मेजर रैंक के तीन अधिकारियों की मौत हो गई। खबर के अनुसार, झाओ क्षेत्र में बीएलएफ ने सड़क पर अवरोधक खड़ा कर हमला किया। इस हमले में मेजर सैयद रबनवाज तारिक अवारन मारे गए। इसके अलावा मेजर अनवर काकर शाल के जबल नूर के पास बीएलए के एसटीओएस दस्ते के बम हमले में मारे गए। मस्तुंग के पहाड़ी इलाके में बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों और पाकिस्तान के सैनिकों के बीच झड़प में मेजर सलीम समेत कई अधिकारी मारे गए। आजादी के लिए संघर्षरत सशस्त्र समूहों ने ईरान और इराक के लिए बलूचिस्तान के भूमि मार्ग पर तीर्थयात्रियों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।

खैबर पख्तूनवा में आतंकवादियों के खिलाफ आपरेशन सरबकाफ शुरू

डान अखबार की खबर के अनुसार, पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनवा के बाजौर जिले के लोवी मामुंड तहसील इलाके में गनशिप हेलीकॉप्टरों और तोपखाने की मदद से मंगलवार को आतंकवादियों के खिलाफ आॅपरेशन सरबकाफ शुरू किया है। आॅपरेशन में बाधा न आए, इसके लिए बाजौर जिले के 16 इलाकों में अचानक तीन दिन का कर्फ्यू लगाया गया है। पाकिस्तान की सेना के आदेश पर बाजौर जिले के डिप्टी कमिश्नर ने 29 जुलाई की सुबह 5 बजे से लेकर 31 जुलाई की शाम 5 बजे तक कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। डान ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि इस दौरान लोवी मामुंड तहसील के विभिन्न इलाकों में सुरक्षा बलों ने कम से कम चार आतंकवादियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में लगभग 12 अन्य घायल हो गए और लगभग 10 को जिंदा पकड़ लिया। खबर में कहा गया कि हालांकि, सुरक्षा बलों और पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

कई सांसदों ने सैन्य कार्रवाई और कर्फ्यू लगाने की निंदा की

स्थानीय नागरिकों ने दावा किया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई झड़पों में अलग-अलग इलाकों में एक बच्चे समेत दो नागरिक मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए। घायलों में दो बच्चे और एक महिला शामिल है। लोवी मामुंड तहसील के निवासियों ने बताया कि आतंकवादियों को शरण देने के शक में सुरक्षा बलों ने कुछ घरों को भी कथित तौर पर निशाना बनाया। इस बीच, सांसद डॉ. हमीदुर रहमान, सांसद अनवर जेब खान, सांसद मोहम्मद निसार खान, पूर्व सांसद गुल जफर खान और प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सांसद मुबारकजेब खान ने इलाके में सैन्य कार्रवाई और कर्फ्यू लगाने की निंदा की। उन्होंने कर्फ्यू हटाने और सैन्य अभियान को रोकने की मांग की। डॉ. हमीदुर रहमान ने कहा, "अगर सैन्य कार्रवाई नहीं रोकी गई तो वह लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे। जमात-ए-इस्लामी नेता और पूर्व सीनेटर मुश्ताक अहमद खान ने सैन्य अभियान को तुरंत रोकने का आग्रह किया है। Islamabad
अगली खबर पढ़ें

यूएन रिपोर्ट में बड़ा खुलासा : 'पहलगाम हमला' लश्कर-ए-तैयबा ने करवाया

Uno
United Nations
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 JUL 2025 03:26 PM
bookmark
United Nations : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध निगरानी टीम की हालिया रिपोर्ट ने पाकिस्तान की एक और करतूत का पदार्फाश कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीछे सीधे तौर पर पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। अब संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट इस ओर इशारा कर रही है कि यह हमला द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) द्वारा अंजाम दिया गया था, जो लश्कर-ए-तैयबा का ही एक नकाबपोश चेहरा है।

टीआरएफ की भूमिका पर यूएन रिपोर्ट में क्या कहा गया?

22 अप्रैल को हुए हमले के तुरंत बाद टीआरएफ ने घटनास्थल की तस्वीरें साझा करते हुए जिम्मेदारी ली थी। अगले दिन भी संगठन ने इसे दोहराया, लेकिन 26 अप्रैल को टीआरएफ अपने बयान से पलट गया। इसके बाद से न टीआरएफ और न ही किसी अन्य संगठन ने हमले की खुलकर जिम्मेदारी ली। यूएन की रिपोर्ट में एक सदस्य देश के हवाले से कहा गया है कि "टीआरएफ और लश्कर-ए-तैयबा के बीच करीबी संबंध हैं। यह हमला लश्कर की सक्रिय सहायता के बिना संभव नहीं हो सकता था।" एक अन्य देश ने तो टीआरएफ को लश्कर का ही दूसरा नाम बताया है। हालांकि, कुछ सदस्य देशों ने लश्कर के अस्तित्व समाप्त होने की बात भी कही, जिसे भारत ने पहले ही खारिज किया था।

'आपरेशन महादेव' से तीन आतंकी ढेर

इस हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने आपरेशन महादेव के तहत बड़ी कार्रवाई की। सेना की पैरा कमांडो यूनिट ने सैटेलाइट फोन सिग्नल्स के जरिए श्रीनगर के दाचीगाम नेशनल पार्क के पास मुलनार क्षेत्र में मुठभेड़ को अंजाम दिया। इस आॅपरेशन में हमले का मास्टरमाइंड सुलेमान उर्फ आसिफ समेत दो और आतंकवादी मार गिराए गए।

पाकिस्तान को फिर मिला वैश्विक तमाचा

इस रिपोर्ट के बाद एक बार फिर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर घिर गया है। भारत पहले ही टीआरएफ को लश्कर का फ्रंट आॅगेर्नाइजेशन बताता रहा है, और अब संयुक्त राष्ट्र की निगरानी समिति की 36वीं अल कायदा रिपोर्ट ने भारत के दावों की पुष्टि कर दी है। संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट से साफ है कि जम्मू-कश्मीर में जारी आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका अब किसी सबूत की मोहताज नहीं रह गई है। सवाल ये उठता है कि क्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान को सिर्फ चेतावनियों से ही टालता रहेगा या अब कोई ठोस कदम भी उठाएगा?