Restaurant of Mistaken Orders: यहां गलतियां ही मेन्यू का हिस्सा! जाने जापान के इस अनोखे कैफे की कहानी

कहां है यह अनोखा रेस्तरां?
यह खास कैफे जापान के टोक्यो शहर के सेंगवा इलाके में स्थित है। यहां केवल 12 सीटें हैं, लेकिन इसके पीछे की सोच इतनी गहरी है कि ये जगह लाखों लोगों को प्रेरित करती है। इस रेस्तरां की सबसे अनोखी बात यह है कि यहां जो लोग खाना परोसते हैं, वे सभी बुजुर्ग हैं जो डिमेंशिया नामक मानसिक रोग से पीड़ित हैं।गलत ऑर्डर देना यहां गलती नहीं, एक अनुभव है
जैसा कि इसके नाम से ही समझ आता है, Restaurant of Mistaken Orders में गलत ऑर्डर मिलना आम बात है। कभी आपने चाय मंगाई होगी और कॉफी आ गई होगी, तो कभी बर्गर की जगह डंपलिंग्स। लेकिन इस कैफे में कोई नाराज़ नहीं होता। यहां के ग्राहक पहले से ही यह जानते हैं कि जो उन्हें मिलेगा, वो शायद उनके ऑर्डर से अलग हो, लेकिन अनुभव और माहौल इतना सुंदर होता है कि हर कोई उसे खुशी से स्वीकार कर लेता है।इस आइडिया की शुरुआत कैसे हुई?
इस अनोखे रेस्तरां का आइडिया जापानी टेलीविजन डायरेक्टर शिरो ओगुनि को तब आया जब उन्हें एक बार रेस्तरां में गलती से डंपलिंग्स परोसे गए, जबकि उन्होंने बर्गर मंगाया था। पहले उन्होंने सोचा कि वे इसे बदलवा देंगे, लेकिन फिर उन्होंने सोचा – "क्या फर्क पड़ता है?" इसी सोच ने उन्हें कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित किया। शिरो के माता-पिता डिमेंशिया से पीड़ित थे। उन्हें लगा कि अगर ऐसे मरीजों को समाज में शामिल करने का एक सकारात्मक तरीका हो, तो लोग उनकी हालत को और बेहतर समझ सकेंगे। यही से शुरू हुआ 'Restaurant of Mistaken Orders' का सफर।ग्राहकों का अनुभव कैसा होता है?
अगर आप इस रेस्तरां की वेबसाइट या सोशल मीडिया पेज देखें, तो आप देखेंगे कि लोग यहां आकर कितने खुश होते हैं। मेहमानों को पहले से बता दिया जाता है कि यहां आपका ऑर्डर गलत भी आ सकता है, लेकिन हर डिश लाजवाब होगी। लोग इस अनुभव को ना सिर्फ एक अनोखा फूड एक्सपीरियंस मानते हैं, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव भी महसूस करते हैं।मेन्यू में क्या-क्या मिलता है?
यहां शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन मिलते हैं। जैसे – सुकुने (चिकन हैमबर्गर), तेबासाकी (चिकन विंग्स), वेजिटेबल टेम्पुरा, नाटो रोल, प्लम और कुकुंबर रोल जैसी स्वादिष्ट डिशेज़। चाहे आपको जो ऑर्डर मिले, वह हर हाल में स्वादिष्ट होता है।सिर्फ खाना नहीं, एक सोच है यह
यह कैफे सिर्फ एक बिजनेस मॉडल नहीं है। यह समाज के उन लोगों को सम्मान और आत्मनिर्भरता का अवसर देता है जो आमतौर पर हाशिए पर रखे जाते हैं। यहां गलतियों को सहानुभूति, धैर्य और प्यार से स्वीकारा जाता है। इस रेस्तरां का अनुभव आपको सिखाता है कि जीवन में हर चीज़ परफेक्ट नहीं होती, और ना ही होनी चाहिए। कभी-कभी गलतियां भी खूबसूरत होती हैं, बस उन्हें देखने का नजरिया चाहिए। Restaurant of Mistaken Orders एक उदाहरण है कि कैसे थोड़े से बदलाव से समाज में बड़ा फर्क लाया जा सकता है। यह कैफे न सिर्फ पेट भरता है, बल्कि दिल को भी छूता है। जब अगली बार आपको कोई छोटी सी गलती परेशान करे, तो इस रेस्तरां के बारे में ज़रूर याद कीजिएगा। विदेशियों को भारतीय संस्कृति में सबसे ज़्यादा क्या पसंद आता है?अगली खबर पढ़ें
कहां है यह अनोखा रेस्तरां?
यह खास कैफे जापान के टोक्यो शहर के सेंगवा इलाके में स्थित है। यहां केवल 12 सीटें हैं, लेकिन इसके पीछे की सोच इतनी गहरी है कि ये जगह लाखों लोगों को प्रेरित करती है। इस रेस्तरां की सबसे अनोखी बात यह है कि यहां जो लोग खाना परोसते हैं, वे सभी बुजुर्ग हैं जो डिमेंशिया नामक मानसिक रोग से पीड़ित हैं।गलत ऑर्डर देना यहां गलती नहीं, एक अनुभव है
जैसा कि इसके नाम से ही समझ आता है, Restaurant of Mistaken Orders में गलत ऑर्डर मिलना आम बात है। कभी आपने चाय मंगाई होगी और कॉफी आ गई होगी, तो कभी बर्गर की जगह डंपलिंग्स। लेकिन इस कैफे में कोई नाराज़ नहीं होता। यहां के ग्राहक पहले से ही यह जानते हैं कि जो उन्हें मिलेगा, वो शायद उनके ऑर्डर से अलग हो, लेकिन अनुभव और माहौल इतना सुंदर होता है कि हर कोई उसे खुशी से स्वीकार कर लेता है।इस आइडिया की शुरुआत कैसे हुई?
इस अनोखे रेस्तरां का आइडिया जापानी टेलीविजन डायरेक्टर शिरो ओगुनि को तब आया जब उन्हें एक बार रेस्तरां में गलती से डंपलिंग्स परोसे गए, जबकि उन्होंने बर्गर मंगाया था। पहले उन्होंने सोचा कि वे इसे बदलवा देंगे, लेकिन फिर उन्होंने सोचा – "क्या फर्क पड़ता है?" इसी सोच ने उन्हें कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित किया। शिरो के माता-पिता डिमेंशिया से पीड़ित थे। उन्हें लगा कि अगर ऐसे मरीजों को समाज में शामिल करने का एक सकारात्मक तरीका हो, तो लोग उनकी हालत को और बेहतर समझ सकेंगे। यही से शुरू हुआ 'Restaurant of Mistaken Orders' का सफर।ग्राहकों का अनुभव कैसा होता है?
अगर आप इस रेस्तरां की वेबसाइट या सोशल मीडिया पेज देखें, तो आप देखेंगे कि लोग यहां आकर कितने खुश होते हैं। मेहमानों को पहले से बता दिया जाता है कि यहां आपका ऑर्डर गलत भी आ सकता है, लेकिन हर डिश लाजवाब होगी। लोग इस अनुभव को ना सिर्फ एक अनोखा फूड एक्सपीरियंस मानते हैं, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव भी महसूस करते हैं।मेन्यू में क्या-क्या मिलता है?
यहां शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन मिलते हैं। जैसे – सुकुने (चिकन हैमबर्गर), तेबासाकी (चिकन विंग्स), वेजिटेबल टेम्पुरा, नाटो रोल, प्लम और कुकुंबर रोल जैसी स्वादिष्ट डिशेज़। चाहे आपको जो ऑर्डर मिले, वह हर हाल में स्वादिष्ट होता है।सिर्फ खाना नहीं, एक सोच है यह
यह कैफे सिर्फ एक बिजनेस मॉडल नहीं है। यह समाज के उन लोगों को सम्मान और आत्मनिर्भरता का अवसर देता है जो आमतौर पर हाशिए पर रखे जाते हैं। यहां गलतियों को सहानुभूति, धैर्य और प्यार से स्वीकारा जाता है। इस रेस्तरां का अनुभव आपको सिखाता है कि जीवन में हर चीज़ परफेक्ट नहीं होती, और ना ही होनी चाहिए। कभी-कभी गलतियां भी खूबसूरत होती हैं, बस उन्हें देखने का नजरिया चाहिए। Restaurant of Mistaken Orders एक उदाहरण है कि कैसे थोड़े से बदलाव से समाज में बड़ा फर्क लाया जा सकता है। यह कैफे न सिर्फ पेट भरता है, बल्कि दिल को भी छूता है। जब अगली बार आपको कोई छोटी सी गलती परेशान करे, तो इस रेस्तरां के बारे में ज़रूर याद कीजिएगा। विदेशियों को भारतीय संस्कृति में सबसे ज़्यादा क्या पसंद आता है?संबंधित खबरें
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