Indian Mango : भारतीय आमों की मिठास और सुगंध ने दुनिया भर में अपनी खास पहचान बना ली है। यही नहीं, वैश्विक आम उत्पादन का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा अकेले भारत से आता है, जो न केवल इसके बागवानी कौशल को दर्शाता है, बल्कि भारत की कृषि ताकत का भी प्रमाण है।
संयुक्त अरब अमीरात : भारतीय आमों का सबसे बड़ा ग्राहक
आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय आमों का सबसे बड़ा खरीदार संयुक्त अरब अमीरात रहा, जिसने 15,336 मीट्रिक टन आम आयात किए। यह इस बात का संकेत है कि भारतीय आमों की लोकप्रियता खाड़ी देशों में भी लगातार बढ़ रही है।
ये हैं भारतीय आमों के टॉप-10 अंतरराष्ट्रीय खरीदार :
रैंक देश आयात (मीट्रिक टन)
1 संयुक्त अरब अमीरात 15,336
2 ब्रिटेन 4,706
3 नेपाल 3,106.6
4 अमेरिका 3,106.5
5 कतर 1,304.2
6 कुवैत 964
7 ओमान 959.4
8 कनाडा 700
9 भूटान 537.7
10 बहरीन 473.6
क्यों है भारतीय आमों की इतनी मांग?
भारत में उगाए जाने वाले अल्फांसो, दशहरी और केसर जैसे किस्मों की वैश्विक स्तर पर बेहद मांग है। अल्फांसो को आमों का राजा माना जाता है, जिसकी खुशबू और बनावट बेमिसाल है। दशहरी अपनी अत्यधिक मिठास के लिए जाना जाता है। केसर आमों की खुशबू इतनी खास होती है कि इसका स्वाद लंबे समय तक जुबान पर बना रहता है। Indian Mango
भारत : विश्व आम उत्पादन में अग्रणी
नेशनल हॉर्टीकल्चर बोर्ड के अनुसार, भारत आम उत्पादन में पहले पायदान पर है, जबकि उसके बाद चीन, थाईलैंड, मेक्सिको, पाकिस्तान, फिलीपींस, इंडोनेशिया, नाइजीरिया और मिस्र का स्थान आता है। भारतीय आम न केवल स्वाद और गुणवत्ता में श्रेष्ठ हैं, बल्कि देश की सॉफ्ट पावर और कृषि निर्यात का अहम हिस्सा बन चुके हैं। खाड़ी देशों से लेकर अमेरिका और यूरोप तक, भारतीय आमों की मिठास ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि भारतीय जमीन पर पैदा हुआ हर फल सिर्फ स्वाद नहीं, पहचान भी बन सकता है। Indian Mango