Iran–Israel War : पश्चिम एशिया एक बार फिर युद्ध की दहलीज पर खड़ा दिख रहा है। ईरान द्वारा इजरायल के प्रमुख शहरों तेल अवीव और हाईफा पर मिसाइल हमले के कुछ ही घंटों बाद इजरायली वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर जबरदस्त हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने आधिकारिक रूप से पुष्टि की है कि उसने पश्चिमी ईरान में स्थित उन मिसाइल लॉन्च स्थलों को निशाना बनाया है जो इजरायल पर हमले के लिए तैयार किए जा रहे थे। आईडीएफ ने यह भी बताया कि ईरानी सेना के कई कर्मियों को भी इस हमले में निशाना बनाया गया है। Iran–Israel War
न्यूक्लियर हमलों के बाद बिगड़ा समीकरण
इससे पहले ईरान ने आरोप लगाया था कि अमेरिका ने उसकी तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया है। इसके प्रतिशोध में ईरान ने रविवार को इजरायल के तेल अवीव और हाईफा शहरों की ओर करीब 30 मिसाइलें दागीं। इस आक्रामक कार्रवाई ने क्षेत्र में पहले से मौजूद तनाव को विस्फोटक बना दिया। सूत्रों के अनुसार, ईरान की यह जवाबी कार्रवाई इतनी तीव्र और व्यापक थी कि इजरायल की रक्षा प्रणाली भी कुछ मिसाइलों को रोकने में विफल रही। जवाब में, इजरायली वायुसेना ने बिना समय गंवाए “आपरेशन रिवर्स स्ट्राइक” शुरू किया। Iran–Israel War
ईरानी नेवी बेस भी बना निशाना
इजरायली हमलों में ईरान का एक नेवी बेस भी भारी क्षति की चपेट में आया है। इसके अलावा कई अन्य सामरिक ठिकानों पर भी हमले किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला ईरान की सैन्य तैयारियों को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है। गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर कार्रवाई के बाद इजरायल ने सार्वजनिक रूप से यह घोषणा की थी कि वह फिलहाल ईरान पर हमला नहीं करेगा। लेकिन, तेल अवीव और हाईफा पर ईरानी मिसाइल हमलों ने इजरायल को पुन: प्रतिशोध की नीति अपनाने के लिए बाध्य कर दिया। वर्तमान हालात में यह स्पष्ट है कि यह टकराव अब केवल सीमित सैन्य कार्रवाई तक सीमित नहीं रहने वाला। यदि कूटनीतिक प्रयास असफल रहे, तो यह संघर्ष एक पूर्ण क्षेत्रीय युद्ध में भी बदल सकता है। Iran–Israel War