Myanmar Civil War : म्यांमार में चल रहे गृहयुद्ध के बीच एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार को विद्रोही संगठन (पीएलए) ने दावा किया कि उन्होंने म्यांमार सेना के एक चीन निर्मित फाइटर जेट एफटीसी-2000जी (जिसे जेएफ-17 के नाम से जाना जाता है) को महज एक मशीन गन की मदद से मार गिराया है। इस फाइटर जेट की कीमत करीब 72 करोड़ रुपये बताई जाती है। घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी यह सवाल उठ रहा है कि आखिर किस प्रकार की मशीन गन से इतनी महंगी और आधुनिक समझी जाने वाली युद्धक विमान को जमीन पर लाया जा सकता है।
कैसे गिरा जेट?
विद्रोही गुट के प्रवक्ता दाव नी नी क्याव ने जानकारी दी कि मंगलवार दोपहर 12:15 बजे के करीब इस लड़ाकू विमान को निशाना बनाया गया। यह जेट म्यांमार की सैन्य सरकार (जुंटा) की ओर से विद्रोही ठिकानों पर कार्रवाई में शामिल था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान को निशाना बनाते ही वह एक गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जहां तेज विस्फोट के साथ उसमें आग लग गई। माना जा रहा है कि विमान का पायलट इसमें मारा गया।
कौन-सी मशीन गन थी इतनी घातक?
द इरावाडी की रिपोर्ट के अनुसार, विद्रोहियों ने जिस हथियार का इस्तेमाल किया वह 0.50-कैलिबर टाइप-2 ब्राउनिंग मशीन गन थी। यह गन मूल रूप से अमेरिका द्वारा 1930 के दशक में डिजाइन की गई थी और यह आज भी कई देशों और गैर-राज्य संगठनों द्वारा उपयोग की जा रही है। यह मशीन गन इतनी शक्तिशाली होती है कि हेलिकॉप्टर, ड्रोन, हल्के बख्तरबंद वाहन और कम ऊंचाई पर उड़ने वाले एयरक्राफ्ट तक को नुकसान पहुंचा सकती है। इसका उपयोग अफगानिस्तान, सीरिया और अफ्रीका के कई संघर्ष क्षेत्रों में हो चुका है।
पुरानी गन, नई रणनीति
यह घटना बताती है कि आधुनिक तकनीक के युग में भी, अगर रणनीति और समय सही हो तो पुराने हथियार भी आधुनिक तकनीक को मात दे सकते हैं। म्यांमार जैसे देशों में जहां विद्रोही संगठनों के पास आधुनिक एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम नहीं होते, वहां इस प्रकार की मशीन गन “गरीबों की मिसाइल” की तरह काम करती है।
चीन के लिए करारा झटका
इस घटना ने चीन के विमानन क्षेत्र की प्रतिष्ठा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस एफटीसी-2000जी को चीन ने हल्के लड़ाकू विमान के रूप में अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेश किया था, वह अब आलोचना का केंद्र बन गया है। यह वही विमान है जिसे पाकिस्तान और म्यांमार जैसे देशों को सस्ते विकल्प के तौर पर बेचा गया। म्यांमार में यह विद्रोही गुटों द्वारा गिराया गया 10वां सैन्य विमान है, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है जब उसे केवल एक मशीन गन से मार गिराया गया हो।
गृहयुद्ध की पृष्ठभूमि
2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद से म्यांमार में हालात लगातार बिगड़ते गए। आंग सान सू की की निर्वाचित सरकार को हटाने के बाद देशभर में विरोध भड़का, और सशस्त्र विद्रोह का रूप ले लिया। आज म्यांमार के बड़े हिस्सों में सेना और सशस्त्र प्रतिरोध बलों के बीच खुले युद्ध जैसे हालात हैं।