Monday, 16 June 2025

भारत को मिला सबसे बड़े मुस्लिम देश का समर्थन, आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई पर सहमति

Operation Sindoor : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले और आपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने…

भारत को मिला सबसे बड़े मुस्लिम देश का समर्थन, आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई पर सहमति

Operation Sindoor : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले और आपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने वैश्विक मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ अपनी कूटनीतिक मुहिम तेज कर दी है। इसी क्रम में भारत का एक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पहुँचा। इस यात्रा के दौरान भारत को वहां स्पष्ट और सार्वजनिक समर्थन मिला।

आतंकवाद के खिलाफ ठोस उपायों पर चर्चा

जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के वरिष्ठ नेता संजय झा के नेतृत्व में पहुंचे इस प्रतिनिधिमंडल ने इंडोनेशिया के सबसे प्रभावशाली इस्लामिक संगठन नहदलतुल उलमा (एनयू) के शीर्ष पदाधिकारियों, राजनेताओं, मीडिया प्रतिनिधियों और व्यापारिक समुदाय से मुलाकात की। चर्चा का केंद्र आतंकवाद, धार्मिक कट्टरता और शांति स्थापित करने के ठोस उपाय रहे।

साझा बयान और नैतिक समर्थन

नहदलतुल उलमा के नेताओं ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की स्पष्ट शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि निर्दोष नागरिकों पर हमला किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने भारत के साथ मिलकर क्षेत्रीय शांति और आतंकवाद विरोधी प्रयासों को बल देने की प्रतिबद्धता दोहराई। उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया ने हमेशा कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भारत की क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन किया है और पाकिस्तान के पक्ष में कोई स्पष्ट रुख नहीं अपनाया है।

डकार में प्रस्ताव पर रोक की कोशिश

भारत का यह प्रयास विशेष रूप से डकार (डीएकेएआर) में होने वाली एक बहुपक्षीय बैठक के संदर्भ में अहम है, जहां पाकिस्तान भारत-विरोधी प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। भारत चाहता है कि मुस्लिम बहुल देशों में उसका पक्ष बेहतर तरीके से सुना और समझा जाए। इंडोनेशिया की भूमिका ऐसे में निर्णायक मानी जा रही है।

अन्य देशों का रुख और कोलंबिया प्रकरण

इंडोनेशिया के अलावा मिस्र, ओमान, बहरीन और कजाकिस्तान जैसे देशों ने भी पहलगाम हमले के बाद भारत के प्रति समर्थन जताया है। इस कूटनीतिक पहल का एक अन्य पड़ाव कोलंबिया भी रहा, जहां कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल ने कोलंबियाई विदेश मंत्रालय द्वारा आॅपरेशन सिंदूर को लेकर दिए गए बयान पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद कोलंबिया की उप विदेश मंत्री रोजा योलांडा विलाविसेन्सियो ने भारत की चिंताओं को गंभीरता से लिया और स्पष्ट किया कि वे पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेकर नया और संतुलित बयान जारी करेंगी।

आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

भारत की यह पहल न केवल आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह पाकिस्तान के एकतरफा प्रचार को भी संतुलित करने का माध्यम बनती जा रही है। इंडोनेशिया जैसे देशों का समर्थन यह संकेत देता है कि वैश्विक दक्षिण अब आतंकवाद के मसले पर अधिक जवाबदेही और स्पष्टता की मांग कर रहा है। Operation Sindoor

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