पाकिस्तान बाजौर धमाका

पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर जिले में मंगलवार को हुए एक शक्तिशाली बम विस्फोट ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। यह धमाका जिले के खार तहसील के सिद्दीकाबाद रेलवे क्षेत्र में हुआ, जहां नवागई रोड पर एक सरकारी कार को निशाना बनाया गया। इस धमाके में कुल पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें चार सरकारी अधिकारी शामिल थे। मारे गए अधिकारियों में नवागई के सहायक आयुक्त फैसल इस्माइल, तहसीलदार अब्दुल वकील, सूबेदार नूर हकीम और पुलिस कांस्टेबल राशिद के नाम शामिल हैं।

सरकारी कार को बनाया गया निशाना

स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक हमलावरों ने सरकारी वाहन पर बम से हमला किया। धमाका इतना जबरदस्त था कि कार पूरी तरह नष्ट हो गई और उसके परखच्चे उड़ गए। आसपास के लोग भी इस धमाके से बुरी तरह सहम गए। घटना के बाद वहां का मंजर बेहद भयावह था—कार के टुकड़े और घायल लोगों के शरीर के हिस्से इधर-उधर बिखरे पड़े थे।

गंभीर रूप से घायल हुए कई लोग

इस हमले में 11 अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिन्हें तुरंत खार अस्पताल ले जाया गया। पुलिस और बचावकर्मी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और इलाके की घेराबंदी कर दी गई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वकास रफीक ने बताया कि मृतकों में दो पुलिसकर्मी और एक नागरिक भी शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके की निगरानी और गश्त बढ़ा दी है ताकि ऐसे किसी और हमले की आशंका को रोका जा सके।

कोई जिम्मेदारी नहीं ली गई, सरकार की सख्त प्रतिक्रिया

अब तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन जिस तरह से सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाया गया है, वह पाकिस्तान में आतंकवाद की वापसी का संकेत देता है। इस घटना की पूरे देश में निंदा हो रही है। प्रांत के स्वास्थ्य सलाहकार इहतिशाम अली ने अधिकारियों की मौत पर दुख जताया है और घटना की कड़ी निंदा की है। वहीं, खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता बैरिस्टर मोहम्मद अली सैफ ने कहा है कि इस हमले की जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

इस हमले ने एक बार फिर पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खासतौर पर खैबर पख्तूनख्वा जैसे सीमावर्ती और अशांत इलाकों में अफसरों और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।

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