जेवर एयरपोर्ट को नो ड्रोन फ्लाई जोन घोषित किया गया

Jewar airport 5
Greater Noida News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 APR 2025 04:05 PM
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Greater Noida News : नागर विमानन मंत्रालय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त निर्देश पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर को रेड जोन यानी नो-ड्रोन फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है। यह निर्णय एयरपोर्ट और वायु क्षेत्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। जिसके तहत अब इस क्षेत्र में ड्रोन या किसी भी प्रकार के अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध लागू हो गया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण अंतिम चरण में है। जल्द ही यह संचालन में आने वाला है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों के लिए इसकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। ड्रोन उड़ानों पर यह प्रतिबंध भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण अधिनियम-1934 और यूएवी संचालन के नियमों के अंतर्गत कानूनी रूप से मान्य है। यूएवी एक प्रकार का विमान है जिसे सैन्य अभियानों में शत्रु क्षेत्र की टोह लेने एवं आवश्यकता पड़ने पर आक्रमण करने के लिए उपयोग में लाया   जाता है।

बिना पूर्व अनुमति ड्रोन उड़ाने पर कार्रवाई होगी

यही कारण है कि बिना पूर्व अनुमति के ड्रोन उड़ाने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं या समूहों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एयरपोर्ट के ऊपर या आसपास उड़ता हुआ ड्रोन न केवल पायलटों की एकाग्रता भंग करता है, बल्कि रडार प्रणाली में भी हस्तक्षेप कर सकता है। जिससे विमानों की निगरानी और मार्गदर्शन में परेशानी हो सकती है। कई देशों में ड्रोन के कारण विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग या उड़ान रद करने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

संवेदनशील क्षेत्रों में यह तकनीक बन सकती है खतरे का कारण

देशभर में ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। फोटोग्राफी, निगरानी, कृषि एवं व्यापारिक गतिविधियों में ड्रोन का उपयोग आम हो चला है। लेकिन हवाई अड्डों जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में यह तकनीक खतरे का कारण बन सकती है। ड्रोन की उपस्थिति विमान संचालन में बाधा उत्पन्न कर सकती है। जिससे टक्कर जैसी घटनाएं होने की आशंका रहती है।

एयरपोर्ट की सुरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

साथ ही यह आतंकवादी गतिविधियों, जासूसी या डाटा चोरी जैसे गंभीर सुरक्षा जोखिम भी उत्पन्न कर सकती है। एयरपोर्ट सुरक्षा के नोडल अधिकारी व एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र का कहना है कि पिछले साल आठ अक्तूबर को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट नो ड्रोन घोषित किया गया था। चूंकि जल्द एयरपोर्ट का संचालन शुरू होना है। इसलिए लोग नोएडा एयरपोर्ट क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग न करें और नियमों का पालन करें। एयरपोर्ट की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। Greater Noida News

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जेवर एयरपोर्ट को नो ड्रोन फ्लाई जोन घोषित किया गया

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Greater Noida News : नागर विमानन मंत्रालय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त निर्देश पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर को रेड जोन यानी नो-ड्रोन फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है। यह निर्णय एयरपोर्ट और वायु क्षेत्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। जिसके तहत अब इस क्षेत्र में ड्रोन या किसी भी प्रकार के अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध लागू हो गया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण अंतिम चरण में है। जल्द ही यह संचालन में आने वाला है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों के लिए इसकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। ड्रोन उड़ानों पर यह प्रतिबंध भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण अधिनियम-1934 और यूएवी संचालन के नियमों के अंतर्गत कानूनी रूप से मान्य है। यूएवी एक प्रकार का विमान है जिसे सैन्य अभियानों में शत्रु क्षेत्र की टोह लेने एवं आवश्यकता पड़ने पर आक्रमण करने के लिए उपयोग में लाया   जाता है।

बिना पूर्व अनुमति ड्रोन उड़ाने पर कार्रवाई होगी

यही कारण है कि बिना पूर्व अनुमति के ड्रोन उड़ाने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं या समूहों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एयरपोर्ट के ऊपर या आसपास उड़ता हुआ ड्रोन न केवल पायलटों की एकाग्रता भंग करता है, बल्कि रडार प्रणाली में भी हस्तक्षेप कर सकता है। जिससे विमानों की निगरानी और मार्गदर्शन में परेशानी हो सकती है। कई देशों में ड्रोन के कारण विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग या उड़ान रद करने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

संवेदनशील क्षेत्रों में यह तकनीक बन सकती है खतरे का कारण

देशभर में ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। फोटोग्राफी, निगरानी, कृषि एवं व्यापारिक गतिविधियों में ड्रोन का उपयोग आम हो चला है। लेकिन हवाई अड्डों जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में यह तकनीक खतरे का कारण बन सकती है। ड्रोन की उपस्थिति विमान संचालन में बाधा उत्पन्न कर सकती है। जिससे टक्कर जैसी घटनाएं होने की आशंका रहती है।

एयरपोर्ट की सुरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

साथ ही यह आतंकवादी गतिविधियों, जासूसी या डाटा चोरी जैसे गंभीर सुरक्षा जोखिम भी उत्पन्न कर सकती है। एयरपोर्ट सुरक्षा के नोडल अधिकारी व एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र का कहना है कि पिछले साल आठ अक्तूबर को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट नो ड्रोन घोषित किया गया था। चूंकि जल्द एयरपोर्ट का संचालन शुरू होना है। इसलिए लोग नोएडा एयरपोर्ट क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग न करें और नियमों का पालन करें। एयरपोर्ट की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। Greater Noida News

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स्ट्राइक के डर से आतंकियों ने खाली किए ठिकाने, मदरसे-मस्जिदें भी वीरान

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Pahalgam Terror Attack
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 APR 2025 03:11 PM
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Pahalgam Terror Attack : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के आक्रामक तेवरों से जम्मू-कश्मीर से लेकर पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान तक आतंकियों में हड़कंप मच गया है। भारत की संभावित सर्जिकल स्ट्राइक के डर से आतंकियों ने बीते तीन दिनों में अपने मदरसे और मस्जिदों सहित तमाम ठिकाने खाली कर दिए हैं।

पीएम मोदी का सख्त संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के दोषियों को मिट्टी में मिलाने की कसम खाई है। इसके बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को स्थगित करने सहित कई कड़े कदम उठाए हैं, जिससे पाकिस्तान पर भविष्य में गंभीर आर्थिक संकट आने की आशंका है। जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की नई सूची हिट लिस्ट जारी की गई है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन समेत अन्य संगठनों के 14 स्थानीय आतंकियों के नाम शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियां इनके खिलाफ जल्द बड़ी कार्रवाई कर सकती हैं।

गिलगित-बाल्टिस्तान में पाकिस्तानी सेना का मूवमेंट

सूत्रों के मुताबिक, गिलगित-बाल्टिस्तान में लश्कर और जैश के करीब 200 आतंकियों के 2000 से ज्यादा ठिकाने थे, जो अब वीरान हो चुके हैं। कई आतंकी सरगना भाग चुके हैं। पाकिस्तान सेना ने भी खतरे को भांपते हुए अपने सैनिकों की छुट्टियां रद कर दी हैं और सभी यूनिट्स को अलर्ट कर दिया गया है।

22 अप्रैल को हुआ था नृशंस हमला

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों पर हमला कर दिया था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए थे। इस हमले के बाद देशभर में भारी गुस्सा देखा जा रहा है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सभी राज्यों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। Pahalgam Terror Attack

कराची में धारा-144 लागू: किस हमले से बचने की तैयारी कर रहा पाकिस्तान

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