USA : पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों को लेकर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। हाल ही में वाशिंगटन डीसी के रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदूएक्टेशन द्वारा किया गया था, जिसमें पाकिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न और अल्पसंख्यक महिलाओं की तस्करी जैसी गंभीर समस्याओं को उजागर किया गया।
कांग्रेस सदस्यों की भागीदारी
इस कार्यक्रम में अमेरिकी कांग्रेस के कई प्रमुख सदस्य शामिल हुए। इनमें प्रतिनिधि श्री थानेदार, सुहास सुब्रमण्यम, राजा कृष्णमूर्ति, जैक नन और बिल हुइजेंगा शामिल थे। इसके अलावा, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड के कार्यालय से भी एक प्रतिनिधि उपस्थित थे, जिन्होंने इस विषय पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं पर चर्चा की।
अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर जोर
प्रतिनिधि श्री थानेदार ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने अमेरिकी विदेश विभाग से पाकिस्तान पर दबाव बनाने का आग्रह किया, ताकि वहां जबरन धर्मांतरण और अपहरण की घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक सहायता को धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण से जोड़ा जाना चाहिए।
प्रतिनिधि राजा कृष्णमूर्ति ने भी इस विषय पर गहरी चिंता जताई और सताए गए अल्पसंख्यकों के समर्थन में आवाज उठाने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने आयोजकों की सराहना करते हुए इस विषय पर और अधिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया।
दानिश कनेरिया ने साझा किया अपना अनुभव
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने अपने करियर में झेले गए भेदभाव के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में हिंदू, सिख और ईसाई समुदायों के लोगों को सामाजिक और धार्मिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है। उन्होंने इस कार्यक्रम के माध्यम से पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा को उजागर किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले पर गंभीर कार्रवाई करने की अपील की। USA
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