UN : AI के क्षेत्र में भारत की बड़ी छलांग: संयुक्त राष्ट्र ने सराहा

भारत की प्रगति और संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास संगठन (UNCTAD) द्वारा जारी ‘प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2025’ के अनुसार, भारत ‘अग्रणी प्रौद्योगिकी के लिए तत्परता’ सूचकांक में 36वें स्थान पर पहुंच गया है। 2022 में यह 48वें स्थान पर था, जिससे यह साफ है कि भारत AI और अन्य उन्नत तकनीकों को अपनाने में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन, ब्राजील और भारत ने AI डेवलपर्स का एक बड़ा समूह तैयार किया है। यह संकेत देता है कि ये देश तकनीकी विकास को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय नीतिगत प्रयास कर रहे हैं।AI में भारत का वैश्विक स्थान
भारत ने AI के विभिन्न पहलुओं में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है:- ICT (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी): 99वां स्थान
- कौशल विकास: 113वां स्थान
- अनुसंधान एवं विकास (R&D): तीसरा स्थान
- औद्योगिक क्षमता: 10वां स्थान
- वित्तीय संसाधन: 70वां स्थान
अमेरिका और चीन की स्थिति
रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिका AI में सबसे बड़ा निवेशक है, जिसने 2023 में 67 अरब डॉलर का निवेश किया, जो वैश्विक AI निवेश का 70% है। वहीं, चीन 7.8 अरब डॉलर के निवेश के साथ दूसरे स्थान पर है। 2033 तक वैश्विक AI बाजार 4800 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है, जिससे यह डिजिटल बदलाव का एक महत्वपूर्ण कारक बनेगा। रिपोर्ट के अनुसार, AI बुनियादी ढांचे और विशेषज्ञता तक पहुंच मुख्यतः अमेरिका और चीन जैसे कुछ ही देशों तक सीमित है।नौकरियों पर AI का प्रभाव
AI से जुड़ी स्वचालन प्रक्रिया पूंजी को प्राथमिकता देती है, जिससे कुछ पारंपरिक नौकरियों पर असर पड़ सकता है। हालांकि, रिपोर्ट का कहना है कि AI नई नौकरियों और उद्योगों के लिए अवसर भी पैदा करेगा। इसलिए कौशल उन्नयन और नए प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर ध्यान देना आवश्यक है। UN :Tariff: ट्रम्प के टैरिफ से वैश्विक व्यापार युद्ध, कैसे पंहुचा यहाँ तक
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भारत की प्रगति और संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास संगठन (UNCTAD) द्वारा जारी ‘प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2025’ के अनुसार, भारत ‘अग्रणी प्रौद्योगिकी के लिए तत्परता’ सूचकांक में 36वें स्थान पर पहुंच गया है। 2022 में यह 48वें स्थान पर था, जिससे यह साफ है कि भारत AI और अन्य उन्नत तकनीकों को अपनाने में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन, ब्राजील और भारत ने AI डेवलपर्स का एक बड़ा समूह तैयार किया है। यह संकेत देता है कि ये देश तकनीकी विकास को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय नीतिगत प्रयास कर रहे हैं।AI में भारत का वैश्विक स्थान
भारत ने AI के विभिन्न पहलुओं में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है:- ICT (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी): 99वां स्थान
- कौशल विकास: 113वां स्थान
- अनुसंधान एवं विकास (R&D): तीसरा स्थान
- औद्योगिक क्षमता: 10वां स्थान
- वित्तीय संसाधन: 70वां स्थान
अमेरिका और चीन की स्थिति
रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिका AI में सबसे बड़ा निवेशक है, जिसने 2023 में 67 अरब डॉलर का निवेश किया, जो वैश्विक AI निवेश का 70% है। वहीं, चीन 7.8 अरब डॉलर के निवेश के साथ दूसरे स्थान पर है। 2033 तक वैश्विक AI बाजार 4800 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है, जिससे यह डिजिटल बदलाव का एक महत्वपूर्ण कारक बनेगा। रिपोर्ट के अनुसार, AI बुनियादी ढांचे और विशेषज्ञता तक पहुंच मुख्यतः अमेरिका और चीन जैसे कुछ ही देशों तक सीमित है।नौकरियों पर AI का प्रभाव
AI से जुड़ी स्वचालन प्रक्रिया पूंजी को प्राथमिकता देती है, जिससे कुछ पारंपरिक नौकरियों पर असर पड़ सकता है। हालांकि, रिपोर्ट का कहना है कि AI नई नौकरियों और उद्योगों के लिए अवसर भी पैदा करेगा। इसलिए कौशल उन्नयन और नए प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर ध्यान देना आवश्यक है। UN :Tariff: ट्रम्प के टैरिफ से वैश्विक व्यापार युद्ध, कैसे पंहुचा यहाँ तक
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