यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी, सीमा परिवर्तन अस्वीकार : ट्रंप-पुतिन बैठक के बाद यूरोपीय संघ ने दिया समर्थन

स्थायी शांति स्थापित करने के लिए सभी देश मिलकर काम करेंगे
यूरोपीय संघ की प्रेसिडेंट उसुर्ला वॉन डेर लेयेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और अन्य प्रमुख नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 15 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति से हुई अपनी बैठक में विस्तृत जानकारी साझा की। बयान में ट्रंप के प्रयासों का स्वागत करते हुए कहा गया कि यूक्रेन में हिंसा रोकने और न्यायपूर्ण, स्थायी शांति स्थापित करने के लिए सभी देश मिलकर काम करेंगे।सुरक्षा गारंटी और सीमा अखंडता
बयान में स्पष्ट किया गया कि यूक्रेन को अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए सुरक्षा गारंटी दी जानी चाहिए। अमेरिका और इच्छुक गठबंधन इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। साथ ही, यूक्रेन को अपने सशस्त्र बलों या अन्य देशों के सहयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा और रूस या नाटो के पास यूक्रेन के मार्ग पर वीटो का अधिकार नहीं होगा।रूस पर दबाव और स्थायी शांति
ईयू ने कहा कि जब तक यूक्रेन में हत्याएं और संघर्ष जारी रहेंगे, रूस पर आर्थिक और अन्य दबाव बनाए रखेंगे। लक्ष्य है कि एक न्यायसंगत और स्थायी शांति स्थापित हो। यूक्रेन को सहयोग का भरोसा देते हुए यूरोपीय नेताओं ने कहा कि उनका उद्देश्य ऐसे शांति प्रयासों को सुनिश्चित करना है, जो यूरोप और यूक्रेन के महत्वपूर्ण सुरक्षा हितों की रक्षा करें।फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का बयान
मैक्रों ने कहा कि अलास्का बैठक के बाद यूरोपीय सहयोगियों के साथ समन्वय जारी रखा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन का समर्थन जारी रहेगा और रूस पर दबाव बनाए रखना जरूरी है। किसी भी स्थायी शांति के लिए अटूट सुरक्षा गारंटी अनिवार्य है। उन्होंने अमेरिका के योगदान और गठबंधन सहयोगियों के साथ ठोस प्रगति के लिए काम करने की तत्परता की सराहना की। ईयू का संदेश साफ है यूक्रेन के पक्ष में एकजुटता, उसकी संप्रभुता और स्थायी शांति के लिए सभी यूरोपीय देश सक्रिय भूमिका निभाएंगे।अगली खबर पढ़ें
स्थायी शांति स्थापित करने के लिए सभी देश मिलकर काम करेंगे
यूरोपीय संघ की प्रेसिडेंट उसुर्ला वॉन डेर लेयेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और अन्य प्रमुख नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 15 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति से हुई अपनी बैठक में विस्तृत जानकारी साझा की। बयान में ट्रंप के प्रयासों का स्वागत करते हुए कहा गया कि यूक्रेन में हिंसा रोकने और न्यायपूर्ण, स्थायी शांति स्थापित करने के लिए सभी देश मिलकर काम करेंगे।सुरक्षा गारंटी और सीमा अखंडता
बयान में स्पष्ट किया गया कि यूक्रेन को अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए सुरक्षा गारंटी दी जानी चाहिए। अमेरिका और इच्छुक गठबंधन इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। साथ ही, यूक्रेन को अपने सशस्त्र बलों या अन्य देशों के सहयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा और रूस या नाटो के पास यूक्रेन के मार्ग पर वीटो का अधिकार नहीं होगा।रूस पर दबाव और स्थायी शांति
ईयू ने कहा कि जब तक यूक्रेन में हत्याएं और संघर्ष जारी रहेंगे, रूस पर आर्थिक और अन्य दबाव बनाए रखेंगे। लक्ष्य है कि एक न्यायसंगत और स्थायी शांति स्थापित हो। यूक्रेन को सहयोग का भरोसा देते हुए यूरोपीय नेताओं ने कहा कि उनका उद्देश्य ऐसे शांति प्रयासों को सुनिश्चित करना है, जो यूरोप और यूक्रेन के महत्वपूर्ण सुरक्षा हितों की रक्षा करें।फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का बयान
मैक्रों ने कहा कि अलास्का बैठक के बाद यूरोपीय सहयोगियों के साथ समन्वय जारी रखा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन का समर्थन जारी रहेगा और रूस पर दबाव बनाए रखना जरूरी है। किसी भी स्थायी शांति के लिए अटूट सुरक्षा गारंटी अनिवार्य है। उन्होंने अमेरिका के योगदान और गठबंधन सहयोगियों के साथ ठोस प्रगति के लिए काम करने की तत्परता की सराहना की। ईयू का संदेश साफ है यूक्रेन के पक्ष में एकजुटता, उसकी संप्रभुता और स्थायी शांति के लिए सभी यूरोपीय देश सक्रिय भूमिका निभाएंगे।संबंधित खबरें
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