Warning: Undefined array key 1 in /home/chetnamanch/public_html/wp-content/themes/chetnamanch/functions.php on line 1525
lang="en-US"> विदेश न्यूज: काबुल में अफगानी महिलाओं ने तालिबान का किया विरोध प्रदर्शन - चेतना मंच
Warning: Undefined array key 1 in /home/chetnamanch/public_html/wp-content/themes/chetnamanch/functions.php on line 1525
Site icon चेतना मंच

विदेश न्यूज: काबुल में अफगानी महिलाओं ने तालिबान का किया विरोध प्रदर्शन

अफगानी महिला प्रदर्शन

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से महिलाओं के अधिकारों का हनन हो रहा है। बता दें कि तालिबान की सरकार बनने के बाद महिलाओं पर दुखों का पहाड़ टूट सकता है। हालांकि तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि अफगानी महिलाओं का अधिकार छीना नहीं जाएगा, जबकि उन्हें स्वतंत्र रहने दिया जाएगा।

सवाल है कि आतंकियों की क्रूरता में अब तक महिलाओं को शिकार बनाया गया तो अब तालिबान कैसे बदल सकता है। इसी मामले को लेकर महिलाओं ने तालिबान के खिलाफ काबुल की सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। महिलाओं का कहना है कि तालिबान सरकार में महिलाओं को जगह भी दी जाना चाहिए। सरकार में महिला पद के बिना आंतकी राज से अपराध की सीमा बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि अफगानी महिलाओं को सम्मान चाहिए उनके साथ कोई भी बर्बरता बर्दास्त नहीं की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक महिलाओं के हाथ में महिला मांगे आजादी के पोस्टर है जिनकों लेकर सड़को पर प्रदर्शन कर रही है। एक तरफ तालिबान सरकार बनाने का ऐलान करने जा रहा है दूसरी तरफ महिलाओं ने कुछ मुद्दे रखकर तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन किया है। महिलाओ की एकजुटता कैबनिट में जगह की मांग कर रही है। जबकि तालिबान के सुप्रीमों ने कैबनिट में महिलाओं को जगह नहीं देने का ऐलान किया है। अब देखना ये होगा कि क्या तालिबान महिला शक्ति के सामने झुकेगा या अपनी क्रूरता का परिणाम पेश करेंगा।

बता दें कि अफगानी महिला शक्ति ने अपने अधिकारों की मांग यूएनएससी को भेजनें का प्रण किया है। उन्होंने कहा कि तालिबान सरकार को मान्यता देने से पहले महिलाओं को सरकार में उच्च पदों पर जगह मिलनी चाहिए। प्रदर्शन में फातिमा नाम की महिला ने कहा कि महिला के बिना सत्ता,समृद्धि अधूरी मानी जाती है। इसके अलावा तालिबान की क्रूरता को पहले भी देखा गया है। इसीलिए महिलाओं के अधिकारों का हनन करना छोड़ दें तालिबान उन्हें सम्मान देना सीखे।

Advertising
Ads by Digiday
Exit mobile version