ऐसा देश जहां किराये पर मिलता है पति, एक घंटे के लिए बुक कर करवाती हैं ये काम

स्थिति यहाँ तक पहुँच चुकी है कि बहुत-सी महिलाएँ रोजमर्रा के घरेलू कामों के लिए ऐसे प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रही हैं, जहाँ से वे एक घंटे के लिए हैंडीमैन या किराए के पति जैसी सेवाएँ बुक कर सकती हैं।

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लातविया के महिला पुरुष
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar07 Dec 2025 02:53 PM
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A Husband For Rent : यूरोप के छोटे देश लातविया में पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं और पुरुषों की संख्या के बीच बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। महिलाओं की आबादी पुरुषों की तुलना में काफी अधिक है, और यह अंतर समय के साथ और बढ़ता जा रहा है। स्थिति यहाँ तक पहुँच चुकी है कि बहुत-सी महिलाएँ रोजमर्रा के घरेलू कामों के लिए ऐसे प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रही हैं, जहाँ से वे एक घंटे के लिए हैंडीमैन या किराए के पति जैसी सेवाएँ बुक कर सकती हैं।

पुरुषों की आबादी में तेज गिरावट क्यों?

लातविया के आधिकारिक डेटा के अनुसार देश में महिलाओं की संख्या पुरुषों से लगभग 15% से भी अधिक है। यूरोपीय देशों में यह सबसे बड़ा अंतर माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि लातविया के पुरुष औसतन महिलाओं से काफी पहले मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं। इसके कई कारण बताए जाते हैं। पुरुष धूम्रपान की अधिक आदत वाले होते हैं। अस्वास्थ्यकर जीवनशैली होती है तथा वहां मोटापे की समस्या है साथ ही मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां भी होती हैं। इन कारणों के चलते पुरुष अपेक्षाकृत कम उम्र में ही बीमारियों का शिकार हो जाते हैं, जिससे उनकी औसत आयु महिलाओं की तुलना में लगभग एक दशक कम रह जाती है।

40 वर्ष की उम्र में सबसे ज्यादा फर्क

समाजशास्त्रीय रिपोर्टों से पता चलता है कि 30 से 40 वर्ष की उम्र के बीच पुरुषों की मृत्यु दर महिलाओं से कई गुना अधिक दर्ज की जाती है। इसी वजह से इसी उम्र के बाद आबादी में लिंग असंतुलन बहुत स्पष्ट दिखने लगता है। पुरुषों की कमी से यह स्थिति बनती जा रही है कि कार्यस्थलों पर अधिकतर महिलाएँ काम करती दिखती हैं। सामाजिक जीवन में भी पुरुषों की उपस्थिति कम हो रही है जिसके कारण कई महिलाएँ देश में साथी न मिलने पर विदेशों में जीवनसाथी खोजने लगी हैं। महिलाओं का कहना है कि विकल्प कम होने की वजह से रिश्ते बनाना या शादी करना पहले की तुलना में कहीं ज्यादा कठिन हो गया है।

क्यों बढ़ा किराए के पति का ट्रेंड?

जब घर में पुरुष साथी न हो, तो बहुत-सी महिलाएँ उन प्लेटफॉर्मों को इस्तेमाल करती हैं जिनमें पाइपलाइन ठीक करना, घर की मरम्मत व फर्नीचर सेटअप, पेंटिंग करना व इलेक्ट्रिक उपकरणों की इंस्टॉलेशन करना जैसे कामों के लिए प्रशिक्षित पुरुष कर्मचारियों को घंटे के हिसाब से बुक करने की सुविधा देते हैं। इन सेवाओं को मीडिया अक्सर मजाक में या आकर्षक हेडलाइन बनाकर किराए का पति कह देता है, जबकि हकीकत में ये प्रोफेशनल घरेलू-सेवा प्लेटफॉर्म होते हैं।

यह चलन सिर्फ लातविया तक नहीं

ब्रिटेन सहित कई देशों में ऐसे लोग या एजेंसियाँ मिलती हैं जो कुशल कर्मचारियों को घरेलू कामों के लिए किराये पर उपलब्ध कराती हैं। कुछ मामले सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए, जहाँ महिलाओं ने अपने पतियों को ही इस तरह के कामों के लिए किराये पर भेजना शुरू कर दिया। लातविया में पुरुषों की कम आबादी, स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ और बढ़ता लिंग असंतुलन, इन सबके कारण कई महिलाएँ अब अपने दैनिक काम निपटाने के लिए आधुनिक घरेलू-सेवा एप्स पर निर्भर हो गई हैं। यही वजह है कि किराए पर पति जैसी अवधारणाएँ चर्चा में आती हैं।

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गोवा नाइट क्लब में बड़ा हादसा, 25 की दर्दनाक मौत

गोवा के अरपोरा इलाके में स्थित Birch by Romeo Lane नाइट क्लब में आधी रात हुए किचन ब्लास्ट के बाद भीषण आग लग गई जिसमें 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। अधिकतर लोग धुएं में दम घुटने से मारे गए जबकि कुछ आग में जलकर नहीं बच सके। शुरुआती जांच में फायर सेफ्टी की भारी लापरवाही सामने आई है।

Goa Fire News
गोवा नाइट क्लब में बड़ा हादसा
locationभारत
userअसमीना
calendar07 Dec 2025 10:30 AM
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गोवा के अरपोरा इलाके में शनिवार देर रात एक बड़ा और बेहद दर्दनाक हादसा हो गया। गोवा के फेमस रेस्टोरेंट-कम-नाइट क्लब Birch by Romeo Lane के किचन में अचानक ब्लास्ट हो गया और देखते ही देखते कुछ ही पलों में आग फैलकर पूरे क्लब व बेसमेंट तक पहुंच गई। आग के बाद मची अफरा-तफरी में लोग बाहर निकलने की बजाय घबराकर बेसमेंट की ओर भागे जहां पहले से धुआं भर चुका था और इसी जहरीले धुएं ने कई लोगों की सांसें रोक दीं।

हादसे में 25 लोगों की मौत

जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में कुल 25 लोगों की मौत हो गई जिनमें 20 की जान दम घुटने से और 3 की मौत जलने की वजह से हो गई जबकि दो लोगों ने बाद में दम तोड़ दिया। मृतकों में क्लब के कई कर्मचारी, तीन महिलाएं और कुछ पर्यटक शामिल थे। पुलिस के अनुसार लगभग 7 लोग घायल हुए हैं और उनका इलाज जारी है।

किस वजह से हुआ हादसा?

शुरुआती जांच में स्पष्ट हुआ है कि क्लब में फायर सेफ्टी के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे और आपात स्थिति से निपटने के लिए जरूरी सुरक्षा उपायों का पालन नहीं किया गया था जिससे नुकसान बढ़ गया। रात 12:04 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली जिसके बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस तुरंत मौके पर पहुंचीं और कई घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी शव बाहर निकाले गए।

सीएम प्रमोद सावंत ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना को गोवा के लिए बहुत दर्दनाक दिन बताया और कहा कि मामले की विस्तृत जांच होगी तथा दोषियों पर सबसे कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं स्थानीय विधायक माइकल लोबो ने सभी क्लबों का फायर सेफ्टी ऑडिट कराने की मांग की और साफ कहा कि, जिन प्रतिष्ठानों के पास उचित सुरक्षा मंजूरी नहीं होगी उनके लाइसेंस रद्द किए जाएंगे।

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कितनी मजबूत है रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा?

रूस के राष्ट्रपति पुतिन मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं करते बल्कि सुरक्षित संचार व्यवस्था के जरिए बातचीत करते हैं। इसके लिए उनकी टीम कमरे में एक टेलीफोन बूथ स्थापित करती है। राष्ट्रपति पुतिन होटल के बाथरूम का भी प्रयोग नहीं करते।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
locationभारत
userआरपी रघुवंशी
calendar05 Dec 2025 06:09 PM
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Vladimir Putin : रूस भारत का सबसे पुराना मित्र देश है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत के दौरे पर आए हुए हैं। ऐसे में दुनिया भर के मीडिया में रूस के राष्ट्रपति पुतिन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी खूब चर्चा हो रही है। सुरक्षा विशेषज्ञों का दावा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की निजी सुरक्षा व्यवस्था अमेरिका के राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था से भी अधिक मजबूत है।

पुतिन की सुरक्षा व्यवस्था पर चल रही है अनेक थ्योरी

भारत दौरे पर आए हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मीडिया पर अनेक थ्योरी चल रही हैं। इसी दौरान खबरी लाल के नाम से सोशल मीडिया पर सक्रिय एक मीडियाकर्मी ने पुतिन की सुरक्षा पर बहुत ही अनोखी बात लिखी है। रूस के राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर सोशल मीडिया की पोस्ट में दी गई जानकारी को पढक़र आप भी चौंक जाएंगे। खबरी लाल ......हरियाणा के नाम से प्रकाशित इस पोस्ट को हम ज्यों का त्यों प्रकाशित कर रहे हैं। पुतिन का मल मूत्र भी उठा ले जाते हैं उनके सिक्योरिटी गार्ड पुतिन भारत में जो भी खाएंगे, उसकी जांच रूस से लाई गई लैब में हो रही है। उनकी खास ऑरस सीनेट कार पहले ही एयरलिफ्ट होकर भारत पहुंच गई थी और सबसे अनोखी बात- पुतिन का मल-मूत्र तक सील्ड बैग करके मॉस्को भेजा जाता है। उनके पहुंचने से पहले ही टॉयलेट और टेलीफोन बूथ पहुंच जाता हैं। पुतिन की सुरक्षा की जिम्मेदारी राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा यानी एसबीपी (SBP).के पास है। यात्रा से पहले एसबीपी (SBP) उस देश के क्राइम रेट, आतंकवाद, प्रोटेस्ट व धार्मिक गतिविधियों का अध्ययन करती है। यात्रा के कम से कम एक महीने पहले एक अग्रिम सुरक्षा टीम भेजी जाती है, जो उस होटल की जांच पड़ताल करती है जिसमें पुतिन को रुकना होता है। इस टीम में रूस की प्रमुख सुरक्षा एजेंसी फेडरल सिक्योरिटी सर्विस और फॉरेन इंटेलीजेंस सर्विस के सदस्य होते हें। राष्ट्रपति के पहुंचने से पहले कमरे से खाने-पीने और निजी प्रयोग का सभी सामान जैसे साबुन, शैंपू, हैंडवाश, टूथपेस्ट हटा दिया जाता है और रूस से लाया गया सामान रखा जाता है।

मोबाइल फोन नहीं चलाते हैं पुतिन

रूस के राष्ट्रपति पुतिन मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं करते बल्कि सुरक्षित संचार व्यवस्था के जरिए बातचीत करते हैं। इसके लिए उनकी टीम कमरे में एक टेलीफोन बूथ स्थापित करती है। राष्ट्रपति पुतिन होटल के बाथरूम का भी प्रयोग नहीं करते। उनकी टीम रूस से ही एक मोबाइल बाथरूम लेकर आती है, जिसे होटल रूम में सेटअप किया जाता है। पुतिन का बैक-अप प्लेन हर वक्त तैयार रहता है। उनके साथ कम से कम 100 लोगों का ग्रुप चलता है। इनमें निजी सुरक्षा कर्मी, एसबीपी और फेडल प्रोटेक्टिव सर्विस की टीम, प्रोटोकॉल अधिकारी, राष्ट्रपति की प्रशासनिक टीम और प्रेस के लोग शामिल होते हैं। एफएसओ के एजेंट रहे ग्लीब काराकुलोव बताते हैं कि अभी भी पुतिन के साथ किसी यात्रा पर जाने से पहले उनके अंगरक्षकों को दो सप्ताह के लिए क्वारेंटाइन रहना पड़ता है।  किसी भी यात्रा पर जाते समय तय तारीख और समय पर पुतिन अपने क्रेमलिन स्थित आवास नोवो-ओगारियोवो से ऑरस सीनेट गाड़ी में बैठकर वनुकोवो इंटर नेशनल एयरपोर्ट के लिए निकलते हैं। जिस प्लेन पर पुतिन सवार होते हैं, उसके साथ एक या दो बैकअप प्लेन भी उड़ान भरते हैं। अगर विदेश में पुतिन के प्लेन में कोई तकनीकी दिक्कत आ जाए तो वह साथ लाए अतिरिक्त जहाज से वापस लौट सकते हैं। किसी भी हाल में दूसरे देश के टेक्नीशियन उनके प्लेन की मरम्मत नहीं कर सकते। पुतिन के प्लेन को एयरफोर्स के जेट एस्कॉर्ट करते हुए चलते हैं।

हवा में ही परमाणु हमले का आदेश दे सकते हैं पुतिन

वर्ष 2023 में जब पुतिन सऊदी अरब और यूएई की यात्रा पर गए थे, तो 4 सुखोई-35 फाइटर जेट ने उन्हें एस्कॉर्ट किया था। वे हवा से ही परमाणु हमले का आदेश दे सकते हैं। रूस के राष्ट्रपति इल्यूशिन आईएल-96-300 पीयू एयरक्राफ्ट से यात्रा करते हैं। इसे फ्लाइंग क्रेमलिन भी कहा जाता है। एयरक्राफ्ट के नाम में पीयू का रूसी भाषा में मतलब है-पंकट उप्रावलेनिया यानी कमांड पोस्ट। राष्ट्रपति के प्रयोग के लिए इस प्लेन को खास तौर से कस्टमाइज किया गया है। इस पर रूस के झंडे के रंगों सफेद, नीला और लाल वाली पट्टियां बनी हैं। इसकी टेल पर रूस का झंडा भी बना हुआ है। हवाई यात्राओं में यह प्लेन ही उनका ऑफिस होता है। इसमें एडवांस कम्यूनिकेशन सिस्टम लगा है। इसके अग्रिम सुरक्षा फीचर्स मिसाइल हमले से भी पुतिन की रक्षा करते हैं। प्लेन के अंदर एमरजेंसी के लिए एक न्यूक्लियर कमांड बटन है, जिसका प्रयोग कर पुतिन हवा से ही अपनी सेना को परमाणु हथियार प्रयोग करने की इजाजत दे सकते हैं। इसके अंदर कई मीटिंग रूम, कांफ्रेंस रूम, बेडरूम, बार, जिम और मेडीकल रूम भी हैं। एयरक्राफ्ट का इंटीरियर गोल्ड प्लेटेड है। एक बार में इसमें 262 लोग यात्रा कर सकते हैं। यह एक बार में 11,000 किमी का सफर कर सकता है। 43 हजार फीट तक उड़ान भर सकता है। हवा में ही इसकी रीफ्यूलिंग भी की जा सकती है। Vladimir Putin


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