International News : लगभग दो दशक की भागीरथी कोशिश के बाद अमेरिका ने आखिर अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी को अफगानिस्तान में एक ड्रोन हमले में मार डाला। उसकी मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, अब इंसाफ हुआ है। बाइडेन ने एक घोषणा करते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को मार डाला, जो दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक और 11 सितंबर, 2001 के हमलों के संदिग्ध मास्टर माइंड था। दूसरी ओर, तालिबानियों ने आतंकी की मौत पर कड़ा विरोध जताया है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्विटर पर हमले की पुष्टि की और कहा, 31 जुलाई को काबुल शहर के शेरपुर इलाके में एक आवासीय घर पर हवाई हमला किया गया। मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान का इस्लामी अमीरात हर तरह से इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और इसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों और दोहा समझौते का स्पष्ट उल्लंघन बताते हैं।
जवाहिरी अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन-लादेन के मारे जाने के बाद अल-कायदा का सरगना बना था। करीब दो दशक तक चलाए अभियान के बाद अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने के 11 महीने बाद एक महत्वपूर्ण आतंकवाद रोधी अभियान में अमेरिका ने यह सफलता हासिल की है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने यह हवाई हमला किया। मामले से जुड़े पांच लोगों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर इस हमले की पुष्टि की। इसके बाद, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी घोषणा की कि जवाहिरी काबुल में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया। उन्होंने इसे ‘न्याय’ के लिए चलाया गया अभियान बताया।
एक टेलीविजन संबोधन में बाइडेन ने कहा कि काबुल अफगानिस्तान में शनिवार को हमला किया गया था। मैंने उन्हें लेने जाने के लिए अंतिम मंजूरी दे दी थी। उन्होंने कहा कि कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ है। बाइडेन ने कहा, अब न्याय मिल गया है और यह आतंकवादी नेता नहीं रहा। जवाहिरी एक सुरक्षित घर की बालकनी में था, जब उस पर दो मिसाइलें दागी गईं। मौके पर परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे, लेकिन उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ और केवल जवाहिरी मारा गया।