युवा विद्रोह का नया चेहरा: मेडागास्कर में Gen Z ने सत्ता हिलाई

युवा विद्रोह का नया चेहरा: मेडागास्कर में Gen Z ने सत्ता हिलाई
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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:59 AM
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नेपाल के बाद अब मेडागास्कर में भी Gen Z युवाओं ने देश की सड़कों पर क्रांति की। बिजली और पानी की लगातार कटौती के विरोध में गुरुवार से शुरू हुए प्रदर्शन ने राष्ट्रीय राजधानी अंतानानारिवो और अन्य बड़े शहरों में भारी हंगामा खड़ा कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की, टायर जलाए, पोस्टर और टी-शर्ट के जरिए अपनी नाराजगी जताई। राष्ट्रपति आंद्रि राजोएलिना ने विरोध प्रदर्शन की भयावहता को देखते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री क्रिश्चियन न्त्साय समेत पूरी सरकार को बर्खास्त कर दिया। उन्होंने कहा कि नए प्रधानमंत्री और सरकार के गठन तक सभी अधिकारी अंतरिम रूप से कार्यरत रहेंगे।     International News

सड़कों पर उतरे हजारों युवा

गुरुवार से शुरू हुए प्रदर्शनों में हजारों Gen Z युवा सड़कों पर उतर आए। राजधानी और अन्य शहरों में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई, जिसके चलते सरकार को रात का कर्फ्यू लागू करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक परिवहन प्रणाली, टायर और सड़क पर अन्य अवरोधों के जरिए सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जताया।संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि अब तक प्रदर्शन में 22 लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हुए हैं। यूएन ने हिंसक कार्रवाई के लिए सुरक्षा बलों को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, मेडागास्कर सरकार ने यूएन के आंकड़ों को खारिज किया है और मौतों की पुष्टि नहीं की।

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प्रदर्शन का कारण

मेडागास्कर, अफ्रीका के पूर्वी तट पर स्थित 3.1 करोड़ की आबादी वाला एक बड़ा द्वीप राष्ट्र है। युवाओं का गुस्सा गरीबी और बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी पर केंद्रित है। विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में देश की लगभग 75 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही थी। लगातार कटौती और आर्थिक तंगी ने युवाओं को सड़कों पर उतार दिया।  प्रदर्शनकारियों ने जापानी एनीमे सीरीज़ “वन पीस” की खोपड़ी और हड्डियों वाले प्रतीक, “जस्टिस फॉर मेडागास्कर”, “लेओ — हम तंग आ चुके हैं” और “हम जीना चाहते हैं, सिर्फ जिंदा नहीं” जैसे नारे लिखी पोस्टर और टी-शर्ट पहनकर अपनी मांगें सामने रखीं।

राष्ट्रपति का बयान और आगे की राह

राष्ट्रपति राजोएलिना ने कहा कि युवाओं की आवाज़ सुनी गई है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से वादा किया कि नई सरकार गठन तक जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार के कुछ सदस्य जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए, तो इसके लिए वे माफी मांगते हैं। हालांकि, प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों इस्तीफा दें। राजोएलिना ने फिलहाल इस्तीफे का कोई संकेत नहीं दिया। वे 2019 से देश के राष्ट्रपति हैं और 2009 में हुए तख्तापलट के बाद अस्थायी सरकार के नेता रह चुके हैं। मेडागास्कर में Gen Z की यह क्रांति साफ तौर पर दिखाती है कि युवा अब सिर्फ सत्ता विरोधी प्रदर्शन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे बदलाव की दिशा तय करने में निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।    International News

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शेयर बाजार में मंगलवार बना ‘मनीवार’, इन 10 स्टॉक्स ने मचाया धमाल

शेयर बाजार में मंगलवार बना ‘मनीवार’, इन 10 स्टॉक्स ने मचाया धमाल
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 06:16 AM
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगातार नए टैरिफ लगाए जाने की धमकी और कार्रवाई के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को जोरदार तेजी देखने को मिली। बाजार की ओपनिंग ही दमदार रही और सेंसेक्स-निफ्टी ने रफ्तार पकड़ ली। फार्मा और विदेशी फिल्मों पर अमेरिका द्वारा 100% टैरिफ लगाने के ऐलान के बावजूद निवेशकों में उत्साह साफ नजर आया। Share Market 

सेंसेक्स-निफ्टी में जबरदस्त उछाल

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मंगलवार को अपने पिछले बंद स्तर 80,364.94 के मुकाबले 80,541.77 पर खुला और कुछ ही देर में करीब 300 अंकों की छलांग लगाकर 80,677.82 के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी इंडेक्स 24,634.90 से उछलकर 24,691.95 पर खुला और शुरुआती कारोबार में ही 24,720.40 तक पहुंच गया।

बाजार में ग्रीन जोन का दबदबा

शुरुआत में ही 430 से अधिक कंपनियों के शेयर हरे निशान में खुले जबकि 256 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। 76 शेयरों ने फ्लैट शुरुआत की। टाटा ग्रुप की कंपनियों जैसे टाइटन और टीसीएस सहित कई बड़े नामों के शेयरों में तेजी रही।

ये 10 स्टॉक्स बने तेजी के अगुवा

तेजी के इस माहौल में कुछ स्टॉक्स ने रॉकेट जैसी उड़ान भरी। शुरुआती कारोबार में जो 10 स्टॉक्स सबसे ज्यादा चमके उनमें शामिल हैं।
स्टॉक का नाम तेजी (%)
ओला इलेक्ट्रिक 3.40%
कल्याण ज्वेलर्स 2.90%
फर्स्ट क्राई 2.55%
बैंक ऑफ इंडिया 2.20%
डेल्हीवेरी शेयर 2.05%
महाराष्ट्र बैंक 2.00%
पावर ग्रिड 1.40%
एशियन पेंट्स 1.20%
बीईएल (BEL) 1.15%
टाइटन कंपनी ~1.00%

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वहीं कुछ स्टॉक्स ने शुरुआती कारोबार में लाल निशान में शुरुआत की। SBI लाइफ इंश्योरेंस, टाटा मोटर्स, SBI, टेक महिंद्रा और डॉ. रेड्डीज लैब्स शुरुआती नुकसान वाले शेयरों में शामिल रहे। Share Market 
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विदेशी अखबार भूल जाइए, चेतना मंच पर एक साथ पढ़े सभी ग्लोबल न्यूज

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Sep 2025 11:43 AM
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आज का युग सूचना का युग है। एक ऐसा दौर, जिसे हम डिजिटल और सूचना क्रांति का समय भी कह सकते हैं। अब हर नागरिक चाहता है कि वह विश्व की हर बड़ी खबर से तुरंत अपडेट रहे। पहले लोग अंतरराष्ट्रीय समाचारों के लिए महंगे और बड़े अखबारों पर निर्भर होते थे, लेकिन अब वह समय गया। चेतना मंच आपको देता है पूरी दुनिया की खबरें सीधे आपके स्क्रीन पर, शुद्ध हिंदी में वो भी वास्तविक समय में। राजनीतिक हलचल हो, आर्थिक रुझान, सामाजिक बदलाव या अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ  हर अपडेट आपको तुरंत मिल जाएगा। चेतना मंच के साथ आप हमेशा दुनिया के हर बड़े घटनाक्रम के एक कदम आगे रहेंगे।    International News

1. राष्ट्रपति ट्रंप शीर्ष सैन्य अधिकारियों की बैठक में लेंगे हिस्सा

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को ऐलान किया कि वे मंगलवार को वर्जीनिया में होने वाली शीर्ष सैन्य अधिकारियों की बैठक में शामिल होंगे। यह बैठक रक्षा सचिव पीट हेगसेथ के आदेश पर आयोजित की जा रही है, जिसमें सभी उच्च रैंक के जनरलों की मौजूदगी अनिवार्य है।  International News

क्वांटिको में ट्रंप की उपस्थिति बढ़ाएगी सुरक्षा चिंताएं

द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, वर्जीनिया के मरीन कॉर्प्स बेस क्वांटिको में ट्रंप की उपस्थिति सिर्फ हेगसेथ के संबोधन को ही महत्वपूर्ण नहीं बनाएगी, बल्कि यह आयोजन सुरक्षा दृष्टि से भी चुनौतीपूर्ण होगा। कुछ जनरलों और एडमिरल्स को इसके लिए हजारों मील की यात्रा करनी पड़ेगी। ट्रंप ने इस बैठक को मुख्य रूप से प्रेरक और उत्साहवर्धक बताया।

व्हाइट हाउस ने पुष्टि की, ट्रंप करेंगे संबोधन

व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति बैठक में शामिल होंगे और सैन्य अधिकारियों को संबोधित भी करेंगे। पेंटागन के आसपास के कार्यालयों को सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। राष्ट्रपति की उपस्थिति के कारण अब सीक्रेट सर्विस इस कार्यक्रम की पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगी।

हेगसेथ का आदेश: उपस्थिति अनिवार्य, अनुपस्थितियों का कारण देना जरूरी

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने अपने आदेश में कहा है कि कोई भी अफसर बैठक में अनुपस्थित रहता है, तो उसे इसकी वजह स्पष्ट करनी होगी। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इस बैठक को शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है। एक अधिकारी ने कहा, "हेगसेथ इसे अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सक्रिय और अनुशासित बनाने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं।"

रिकॉर्डेड भाषण और आयोजन का रहस्य

सूत्रों के अनुसार, हेगसेथ का भाषण बैठक से पहले या स्थल पर रिकॉर्डेड रूप में जारी किया जा सकता है। आयोजन के मूल विचार का श्रेय भी रक्षा सचिव को जाता है। आमंत्रित सैकड़ों जनरलों और फ्लैग ऑफिसर्स को यह स्पष्ट नहीं बताया गया कि अचानक वर्जीनिया बुलाने का कारण क्या है।  International News

यूटा नेशनल गार्ड के जनरलों को आमंत्रण नहीं

द साल्ट लेक ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, यूटा नेशनल गार्ड के कम से कम चार वरिष्ठ जनरलों को इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया। इनमें राज्य के शीर्ष सैन्य प्रमुख, एडजुटेंट जनरल, एक सहायक और सेना व वायु सेना नेशनल गार्ड के जनरल अधिकारी शामिल हैं। पेंटागन के प्रवक्ता सीन पार्नेल ने इस चयन पर कोई टिप्पणी देने से इनकार किया।    International News

2. बलोच राष्ट्रीय न्यायालय ने तीन मुखबिरों को सुनाई मौत की सजा

पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत में बलोच राष्ट्रीय न्यायालय ने तीन बलोच नागरिकों—गुलाम हुसैन, दौलत खान और इशाक निचारी—को मौत की सजा सुनाई है। अदालत ने उन्हें राजद्रोह और पाकिस्तानी सेना के लिए मुखबिरी करने का दोषी पाया। तीनों ने माना कि वे लंबे समय से फौज के लिए संवेदनशील सूचनाएं एकत्र कर रहे थे।

बीएलए का दावा: खनिज संपदा और केंद्रीय मार्गों पर हमला

बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के प्रवक्ता जैंद बलोच ने द बलोचिस्तान पोस्ट को बताया कि संगठन के लड़ाकों ने राज्य की खनिज संपदा के परिवहन में लगे सरकारी वाहनों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि सोराब, कलात, नुश्की, ज़ोहरी और खारन में आठ जगहों पर पाकिस्तानी सेना को लक्षित कर सशस्त्र हमले किए गए। इस दौरान केंद्रीय राजमार्ग पर नियंत्रण भी बीएलए के हाथों में रहा।  International News

नुश्की और कलात में रणनीतिक हमले

जैंद के अनुसार, नुश्की में बादल करीज क्रॉस पर बीएलए के कमांडरों ने नाकाबंदी कर रहे सेना के जवानों पर हमला किया। वहीं कलात के खजानई इलाके में खनिजों से भरे वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया। 26 सितंबर को क़लात के ज़वाह इलाके में भी पाकिस्तानी सेना पर घात लगाकर हमला किया गया।

मुखबिरों की पहचान और स्वीकारोक्ति

बीएलए ने ज़ोहरी में गुलाम हुसैन को हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद उसने स्वीकार किया कि वह एक साल से सेना के लिए मुखबिरी कर रहा था। दौलत खान ने युवाओं को जबरन गायब कराने में मदद करने की बात स्वीकार की। मंगचर के कलात में इशाक निचारी को भी गिरफ्तार किया गया, जिसने बताया कि वह सेना के छापों में सक्रिय था।

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3. पेशावर हमले में शामिल दाएश-के कमांडर अफगानिस्तान में ढेर

पाकिस्तान के पेशावर में 4 मार्च 2022 को हुए घातक आतंकी हमले में शामिल दाएश-के (इस्लामिक स्टेट खुरासान) का वरिष्ठ कमांडर मोहम्मद इहसानी उर्फ़ अनवार अफगानिस्तान के मजार शरीफ में मारा गया। दाएश-के आईएस का क्षेत्रीय शाखा है और अफगानिस्तान, पाकिस्तान और मध्य एशिया के कुछ हिस्सों में सक्रिय रहा है। इस संगठन की स्थापना 2015 में पाकिस्तानी और अफगानी तालिबान के पूर्व सदस्यों ने की थी।  International News

पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा देने में इहसानी की अहम भूमिका

रावलपिंडी के सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, इहसानी ताजिक आत्मघाती हमलावरों को प्रशिक्षित करने और उन्हें हमलों के लिए पाकिस्तान लाने का जिम्मेदार था। उसकी पाकिस्तान में आतंकवाद फैलाने में अहम भूमिका रही है।

पेशावर मस्जिद हमले का मुख्य सूत्रधार

सूत्रों ने बताया कि इहसानी पेशावर के कुचा रिसालदार इलाके में शिया मस्जिद पर हुए आत्मघाती बम हमले का मुख्य सूत्रधार था। इस हमले में 63 लोग मारे गए और 190 से अधिक घायल हुए। हमले के दौरान आईएस का आतंकी जुलैबीब अल-काबली पहले मस्जिद के बाहर गोली चला रहा था और फिर अंदर घुसकर खुद को विस्फोटक जैकेट से उड़ा लिया।  International News

आतंकी हमलों में वृद्धि

चार मार्च 2022 के इस हमले के बाद पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी समूहों के हमलों में तेजी देखी गई। यह हमला पाकिस्तान के इतिहास के सबसे घातक आतंकी हमलों में शुमार है।

तालिबान और दाएश-के में वैचारिक मतभेद

2021 में तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता में लौटने के बाद सीमा पार आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि हुई है। हालांकि तालिबान और दाएश-के के बीच वैचारिक और रणनीतिक मतभेद हैं, इसलिए वे अक्सर एक-दूसरे के विरोधी रहे हैं। दाएश-के ने कई बड़े हमले किए हैं, जिनमें अगस्त 2021 में काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिकी सैनिकों और अफगान नागरिकों को निशाना बनाने वाला हमला भी शामिल है।  International News