Wednesday, 23 April 2025

नशे का असर: हमास के लड़ाकों ने ड्रग्स लेकर किया था इजराइल पर हमला

Israel Hamas war: अक्‍टूबर माह के प्रारंभ में इजराइल पर अचानक वीभत्‍स हमला करने के लिए हमास के लड़ाकों ने कैप्टागन…

नशे का असर: हमास के लड़ाकों ने ड्रग्स लेकर किया था इजराइल पर हमला

Israel Hamas war: अक्‍टूबर माह के प्रारंभ में इजराइल पर अचानक वीभत्‍स हमला करने के लिए हमास के लड़ाकों ने कैप्टागन नाम की ड्रग्‍स का इस्‍तेमाल किया था। यह दावा इजराइल के एक लोकल टीवी चैनल ने किया है। बाद में देखा गया कि  मारे गए कई लड़ाकों की जेब से कैप्टागन नाम की ड्रग्‍स पाई गईं।

जंग में इस तरह का वीभत्‍स कृत्‍य करने के लिए इन लोगों ने इस ड्रग का इस्‍तेमाल किया था जिसका असर होने की वजह से ही लड़ाकों ने निहत्थे लोगों की जान ली। नशे की वजह से उन्हें न तो घंटों तक भूख लगी और न ही वे थके। वे बिना रुके अपना काम करते रहे।

अमेरिका ने कैप्टागन ड्रग पर लगाया था बैन

जर्मनी में बनी यह कैप्टागन नामक ड्रग्‍स को अमेरिका ने सन 1980 में बैन कर दिया था। इसे मनोविकारों का इलाज करने के लिए बनाया गया था। हालांकि बाद में युवा कैप्टागन का इस्तेमाल पार्टियों में ड्रग्स के तौर पर करने लगे। सीरिया की जंग में लड़ाकों ने ताकत बढ़ाने और थकान को कम करने के लिए इस दवा का इस्तेमाल किया। 1980 के दशक में इस दवा का निर्माण बंद कर दिया गया। हालांकि बाद में भी इसका अवैध निर्माण जारी है।

Israel Hamas war

ड्रग्‍स का गाजा से मिला कनेक्शन

सीरिया कैप्टागन का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश बना है। इसीलिए सीरिया को दुनिया का नार्को स्टेट भी कहा जाता है। ब्रिटिश सरकार के मुताबिक दुनिया की 80 फीसदी कैप्टागन सीरिया में बनती है। सीरिया में कैप्टागन ड्रग्स बनाने की कंपनियां सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के रिश्तेदारों की है। वहीं, बशर अल असद को हिजबुल्लाह का पूरा समर्थन है। जो गाजा में हमास का समर्थन करता है। गाजा में हाल ही के दिनों में कैप्टागन ड्रग की तस्करी और इस्तेमाल में बढ़ोतरी आई है।

कई देशों में फैला है ड्रग्स का जाल

अब इसका निर्यात जॉर्डन, सउदी अरब और UAE जैसे मिडल ईस्ट के देशों तक होने लगा है। कैप्टागन इन देशों के लिए चिंता का मुद्दा बन गया है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक कैप्टागन की वजह से सीरिया को फिर से अरब लीग में शामिल करना पड़ा। ताकि इसका उत्पादन बंद करने के लिए उस पर सीधा जोर दिया जा सके। अरब देशों में नशा करने या इसके कारोबार में शामिल होने पर कड़ी सजा मिलती है। जॉर्डन की सेना ने सीरिया से जुड़ी सीमा पर ड्रग तस्करों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे रखे हैं। सऊदी में नशे के कारोबार में शामिल होने पर मौत की सजा मिलती है।

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