Dalai Lama

Dalai Lama : तिब्बती बौद्धों के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा 6 जुलाई को 90 साल के हो जाएंगे। यह जन्मदिन केवल एक व्यक्तिगत उत्सव नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक क्षण हो सकता है क्योंकि उम्मीद है कि इस दिन वह 15वें दलाई लामा के बारे में घोषणा कर सकते हैं। तिब्बती मान्यताओं के अनुसार, दलाई लामा का पुनर्जन्म होता है और अगले अवतार की खोज कई आध्यात्मिक संकेतों और परंपराओं के आधार पर की जाती है। वर्तमान दलाई लामा, तेनजिन ग्यात्सो, स्वयं दो वर्ष की आयु में पहचाने गए थे जब उन्होंने 13वें दलाई लामा के वस्त्रों को देखते ही कहा-“यह मेरा है।”

अगला दलाई लामा कैसे चुना जाएगा?

दलाई लामा ने अपनी हालिया किताब “Voice for the Voiceless” में संकेत दिया है कि उनका उत्तराधिकारी चीन के बाहर जन्म लेगा और इसका ऐलान वह 90वें जन्मदिन पर कर सकते हैं।एक विशेष ट्रस्ट गैडेन फोडरंग फाउंडेशन उत्तराधिकारी की खोज का जिम्मा निभाएगा। तिब्बती परंपरा में पुनर्जन्म की पुष्टि के लिए बच्चों से पुराने दलाई लामा की वस्तुएं पहचान कराई जाती हैं, सपनों, आध्यात्मिक संकेतों और यहां तक कि स्वर्ण कलश से नाम निकालने जैसी विधियों का सहारा लिया जाता है।

चीन बनाम तिब्बती परंपरा

चीन दावा करता है कि वह 15वें दलाई लामा की नियुक्ति करेगा ठीक वैसे ही जैसे 1793 में सोने के कलश से नाम निकाला गया था। लेकिन दलाई लामा और तिब्बती समुदाय साफ कह चुके हैं कि चीन की भूमिका केवल राजनीतिक दखल है। दलाई लामा ने चेताया है कि चीन द्वारा चुना गया कोई भी व्यक्ति “आध्यात्मिक रूप से मान्य नहीं होगा।” इतिहास में एक बार ऐसा हुआ है जब 6ठे दलाई लामा का जन्म भारत के अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में हुआ था। ऐसे में अगला दलाई लामा भारत या किसी अन्य देश में भी जन्म ले सकता है यही चीन की चिंता का बड़ा कारण है। Dalai Lama

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