भारत को करना पड़ सकता है ट्रंप के गुस्से का सामना! टैरिफ नीति पर राष्ट्रपति का कड़ा रुख

Donald Trump
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calendar22 FEB 2025 11:55 AM
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Donald Trump : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापार शुल्क को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए संकेत दिया है कि, वह जल्द ही भारत और चीन सहित अन्य देशों पर जवाबी टैरिफ को लागू करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट किया कि, जो भी देश अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाते हैं अमेरिका भी उनके उत्पादों पर टैरिफ लगाएगा। शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "हम निष्पक्ष होना चाहते हैं। यदि कोई देश अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाता है, तो हम भी उनकी वस्तुओं पर समान शुल्क लगाएंगे। जल्द ही हम जवाबी टैरिफ नीति की घोषणा करेंगे।"

भारत की टैरिफ नीति से ट्रंप नाराज

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की टैरिफ नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि वहां व्यापार करना बेहद कठिन है। उनके अनुसार, भारत में सबसे अधिक टैरिफ लागू होते हैं। जिससे अमेरिकी कंपनियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बता दें कि इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप भारत को 'टैरिफ किंग' कह चुके हैं।

भारत में व्यापार करना चाहते हैं मस्क

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बारे में पूछा गया तो ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि एलन मस्क भारत में व्यापार करना चाहते हैं, लेकिन वहां उच्च टैरिफ के कारण यह मुश्किल है।" ट्रंप ने कहा, भारत में व्यापार करने की शर्तें बहुत सख्त हैं।

फिर उठा हार्ले डेविडसन का मामला

इस दौरान ट्रंप ने हार्ले डेविडसन कंपनी का जिक्र करते हुए कहा कि, इस प्रतिष्ठित अमेरिकी मोटरसाइकिल निर्माता को भी भारत में ऊंचे टैरिफ का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि, अत्यधिक शुल्क के कारण कई अमेरिकी कंपनियां विदेशों में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के लिए मजबूर हो गई हैं। बता दें कि, हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्यापार और टैरिफ से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की थी। ट्रंप ने इस मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि वे व्यापार संतुलन बनाए रखने के लिए सख्त नीतियां अपनाएंगे। Donald Trump

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अचानक लिया बड़ा फैसला, सेना के टॉप जनरल को किया बर्खास्त

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अचानक लिया बड़ा फैसला, सेना के टॉप जनरल को किया बर्खास्त

Donald Trump
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calendar22 FEB 2025 10:58 AM
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Donald Trump : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के इस फैसले ने सबको चौंका दिया है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा कदम उठाते हुए अपने शीर्ष सैन्य अधिकारी, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल चार्ल्स क्यू. ब्राउन जूनियर (General Charles Q. Brown, Jr.) को बर्खास्त कर दिया है। जनरल ब्राउन एक अफ्रीकी-अमेरिकी अधिकारी होने के साथ-साथ इस पद पर नियुक्त होने वाले दूसरे अश्वेत अधिकारी थे। कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने जनरल ब्राउन को बर्खास्त करते हुए उनकी 40 साल की सेवा के लिए धन्यवाद किया। डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अचानक लिए गए इस फैसले ने लगभग सभी को हैरान कर दिया है।

सेना में हो सकते हैं बड़े बदलाव

बताया जा रहा है कि जनरल ब्राउन की बर्खास्तगी के बाद, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डैन कैन को ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके साथ ही ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि सेना में और भी बड़े बदलाव हो सकते हैं। इसके अलावा, रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने और दो वरिष्ठ अधिकारियों, चीफ ऑफ नेवल ऑपरेशंस एडमिरल लिसा फ्रैंचेटी और वायु सेना के उप प्रमुख जनरल जिम स्लाइफ की भी बर्खास्तगी का ऐलान किया।

पिछले साल ही हुई थी दोस्ताना माहौल में बैठक

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लिया गया यह फैसला लोगों को इसलिए चौंका रहा है क्योंकि दिसंबर 2024 में ट्रंप और जनरल ब्राउन के बीच एक अच्छे और दोस्ताना माहौल में बैठक हुई थी। इस बैठक के दौरान दोनों एक-दूसरे के बगल में बैठे हुए थे जिसे देखकर ऐसा लग रहा था कि दोनों के बीच काी अच्छी दोस्ती है। इसके अलावा जनवरी में जब रक्षा सचिव हेगसेथ से सीधे पूछा गया था कि क्या वे जनरल ब्राउन को बर्खास्त करने की योजना बना रहे हैं, तो उन्होंने कहा था कि वह अभी उनके साथ खड़े हैं और उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।

सेना को फिर से किया जाएगा मजबूत

ट्रंप ने इस फैसले पर एक और तंज कसते हुए कहा कि, बाइडेन के प्रशासन के दौरान जनरल कैन को नजरअंदाज किया गया था, जबकि वह बहुत ही योग्य थे। उन्होंने यह भी कहा कि अब उनका प्रशासन सेना को मजबूत करेगा और अमेरिका के हितों को सर्वोपरि रखते हुए शांति बहाल करने का काम करेगा। इसके साथ ही ट्रंप ने संकेत दिया कि यह बदलाव सिर्फ शुरुआत है  और आने वाले दिनों में अमेरिकी सेना में और भी महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं।

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विदेशी निवेशकों की बिकवाली का सिलसिला जारी, जानें कारण

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Stock Market :
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calendar21 FEB 2025 05:46 PM
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Stock Market : भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की बिकवाली का सिलसिला फरवरी 2025 में भी जारी है। फरवरी के पहले दो सप्ताह में, FPI ने भारतीय शेयर बाजारों से 21,272 करोड़ रुपये की निकासी की है, जिससे इस वर्ष की कुल निकासी लगभग 99,299 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद से ही निवेशकों में अनिश्चिता की भावना पैदा होने और आयात पर नए शुल्क लगाए जाने के कारण विदेशी निवेशकों ने शेयर मार्केट से निकासी का रास्ता चुना है।

बिकवाली के पीछे वैश्विक और घरेलू कारकों का मिश्रण

इस बिकवाली के पीछे प्रमुख कारण वैश्विक और घरेलू कारकों का मिश्रण है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम आयात पर नए शुल्क लगाए जाने से वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा है, जिससे निवेशकों में अनिश्चितता की भावना पैदा हुई है। घरेलू मोर्चे पर, कंपनियों के उम्मीद से कमतर तिमाही नतीजों और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट ने भी भारतीय संपत्तियों के आकर्षण को कम किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर सूचकांक में गिरावट आने पर एफपीआई की रणनीति में बदलाव संभव है, जिससे भारतीय बाजारों में स्थिरता लौट सकती है।

शेयर बाजारों में कमजोरी के कारण रुपया कमजोर हुआ

इस बीच, भारतीय रुपया भी दबाव में है। शुक्रवार को, आयातकों की डॉलर मांग और स्थानीय शेयर बाजारों में कमजोरी के कारण रुपया कमजोर हुआ, हालांकि सप्ताहिक आधार पर यह 0.1% की मामूली बढ़त पर रहा। रुपये में हो रही लगातार गिरावट के कारण भी शेयर बाजार में बिकवाली का दवाब बढ़ा है। हालांकि भारतीय रुपया डॉलर के सामने लगातार डटकर खड़ा हुआ है। इतना बिकवाली के दवाब के बावजूद रुपया अपना स्टैण्ड बनाए हुए है।

भारतीय शेयर बाजार में बनी हुई है अस्थिरता

कुल मिलाकर, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और बाजार की गतिशीलता पर करीबी नजर रखें। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आएदिन की जा रही घोषणाओं से भी बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। इस प्रमुख कारण से भी विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं। Stock Market :

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