हमारे पास पिछले शताब्दियों की गलतियां सुधारने का समय नहीं है, ऐसा क्‍यों कहा मोदी ने

प्रधानमंत्री ने दुबई में हो रहे जलवायु पर्यावरण शिखर सम्मेलन कॉप 28 में कार्बन उत्‍सर्जन में 45 फ़ीसदी कमी करने की आवश्यकता पर बल दिया

हमारे पास पिछले शताब्दियों की गलतियां सुधारने का समय नहीं है, ऐसा क्‍यों कहा मोदी ने
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 DEC 2023 05:47 PM
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Cop 28 dubai : प्रधानमंत्री ने दुबई में हो रहे जलवायु पर्यावरण शिखर सम्मेलन कॉप 28 में कार्बन उत्‍सर्जन में 45 फ़ीसदी कमी करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा "सभी देशों को मिलकर धरती के उज्जवल भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा की तरफ संकल्प बंद्ध होकर कार्य करना होगा। और सभी विकासशील देशों को मिलकर अपने बजट में भी धरती के भविष्य और मानवता के हित के लिए अपना योगदान देना होगा।

की गई गलतियों को सुधारने के लिए अधिक समय नहीं

प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को दुबई में हो रहे कॉप 28 जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में यह भी कहा कि आज हमारे पास पिछली शताब्दियों के द्वारा पर्यावरण का दोहन करके की गई गलतियों को सुधारने के लिए अधिक समय नहीं है क्योंकि धरती का उज्जवल भविष्य हमारी तरफ देख रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमें इन्नोवेटिव टेक्नोलॉजी का विकास करने की जरूरत है और क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देने की जरूरत है और भारत इस दिशा में संतुलन बनाए हुए है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सिर्फ मेरा ही भला हो हमें इस सोच से ऊपर उठकर धरती और मानवता के बारे में सोचने की जरूरत है।

वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर पर बल

प्रधानमंत्री ने वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर को प्रमुख रूप से रखते हुए कार्बन उत्सर्जन कम करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि सभी देशों को कार्बन कम करने और स्वच्छ ऊर्जा की चयन सशक्त करने की तरफ संकल्प बद्ध होकर मिलजुल कर कार्य करना होगा। प्रधानमंत्री ने संभावना जताई कि कॉप 28 शिखर सम्मेलन विश्व की सफलता की ऊंचाई पर पहुंचेगा यह हमें पूरी उम्मीद है क्योंकि सभी देश कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए प्रतिबद्ध होकर अपनी भागीदारी के लिए इस शिखर सम्मेलन में पहुंचे हैं। Cop 28 dubai in hindi

गाजियाबाद के महापौर की दुबई में कॉप 28 में भागीदारी

गाजियाबाद की महापौर सुनीता दयाल भी दुबई में कॉप 28 में आमंत्रित की गई हैं और उन्होंने भारत से रवाना होने से पूर्व संभावना जताई थी कि कॉप 28 विश्व स्तर पर जलवायु परिवर्तन पर चिंता करने, कार्बन उत्सर्जन कम करने और नई-नई टेक्नोलॉजी जो स्वच्छ ऊर्जा और हरित क्रांति की तरफ धरती के लिए महत्वपूर्ण है उस तरफ मिलजुल कर जाना होगा। सुनीता दयाल ने यह भी कहा कि भारतवर्ष पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण संतुलन बनाने के प्रतिमहत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। और भारतीय संस्कृति में हवन पूजा यज्ञ से लेकर आधुनिक स्वच्छ ऊर्जा की तमाम गतिविधियां और हरित क्रांति ग्रीन बिल्डिंग इस दिशा की तरफ उठाए गए कदम हैं। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में तमाम देश मिलकर इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य करेंगे। प्रस्तुति मीना कौशिक

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इजराइल पर फिर हमला: 3 नागरिकों की हुई मौत, दोनों हमलावर भी मारे गए

इजराइल पर फिर हमला
इजराइल पर फिर हमला
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 NOV 2023 09:24 PM
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इजराइल पर फिर हमला: गाजा में इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में अभी अस्थाई युद्ध विराम जारी है। इसी बीच हमास के आतंकियों ने एक बार फिर से यरुशलम में हमला किया है। आतंकियों के इस हमले में इजराइल के 3 नागरिकों की मौत हो गई है। इस घटना से दोनों पक्षों के बीच फिर तनाव बढ़ गया है। हमास आतंकियों द्वारा किए गए इस हमले ने युद्ध विराम में आगे जारी रहने की संभावनाओं को भी क्षीण कर दिया है।

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इजराइल पर फिर हमला: घटना में 3 नागरिकों की गई जान

आज यरुशलम के प्रवेश द्वार के पास एक बस स्टैंड पर कार से आए हमास के इन आतंकियों ने हमला कर दिया। आतंकियों द्वारा अचानक किए गए इस हमले में 3 इजराइली लोग मारे गए। साथ ही कुछ लोग घायल भी हो गए, जिनकी संख्या 6 से 7 बताई जा रही है। इस हमले के बाद जब ये आतंकी कार में बैठकर भागने का प्रयास कर रहे थे, तो इजराइल की जवाबी कार्रवाई में हमास के ये दोनों आतंकी भी मारे गए। बताया जा रहा है कि ये दोनों ही हमास आतंकी पूर्वी यरुशलम के रहने वाले थे और दोनों आपस में भाई थे। इनको पहले भी आतंकी घटनाओं के जुर्म में जेल भेजा जा चुका था। पु‍लिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि "यह हमला स्‍थानीय समयानुसार सुबह करीब 7:40 पर हुआ। आतंकियों ने राजधानी यरुशलम के प्रवेश की जगह पर एक गाड़ी से घुसकर लोगों तथा बस स्‍टॉप पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। जिससे 3 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद ड्यूटी से जा रहे 2 सैनिकों और हथियारबंद नागरिकों ने हमास आतंकियों पर जवाबी कार्रवाई की। इसमें दोनों आतंकी मारे गए हैं।"

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युद्ध विराम जारी रहने पर संकट के बादल, इजराइल पर फिर हमला

इजराइल पर यह हमला तब हुआ है जब गाजा में इस समय दोनों पक्षों में अस्थाई युद्ध विराम चल रहा है। इस घटना से युद्ध विराम के आगे बढ़ने की संभावनाएं काफी कम हो गई हैं। माना जा रहा है कि इस ताजा हमले के बाद इजराइल और हमास के बीच जारी अस्‍थाई संघर्ष विराम टूट भी सकता है। दोनों पक्षों के बीच काफी प्रयासों के बाद जाकर बंधकों की रिहाई को लेकर अस्थाई संघर्ष विराम हुआ था। इससे पहले इजराइल और हमास के बीच अस्थाई युद्धविराम एक दिन और बढ़ाने पर सहमति बन गई थी। इस युद्ध विराम की समय सीमा गुरुवार को समाप्त हो रही थी। लेकिन इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम एक दिन के लिए बढ़ने को लेकर सहमति बन गई।

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विश्व एड्स दिवस पर ज्योतिष के नजरिये से जानें एड्स जैसे घातक रोग का कारण 

वर्ल्ड एड्स डे इस दिन विश्व भर में इस घातक जानलेवा बीमारी से संबंधित रोग के बारे में कई तरह की जानकारियां साझा की जाती हैं तथा जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं

फोटो 10 13
World AIDS Day  
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 NOV 2023 06:53 PM
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World AIDS Day  : हर साल 1 दिसंबर का समय वर्ल्ड एड्स डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विश्व भर में इस घातक जानलेवा बीमारी से संबंधित रोग के बारे में कई तरह की जानकारियां साझा की जाती हैं तथा जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं। “एक्वायर्ड इम्यून डिफिशिएंसी सिंड्रोम” नामक इस रोग के कारण हजारों लोग हर वर्ष अपनी जान गंवा देते हैं। विशेषज्ञों द्वारा इस रोग से निजात पाने हेतु आज भी शोध कार्य जारी हैं। ऎसे में ज्योतिष शास्त्र भी इस रोग के होने की संभावनाओं पर कई तरह के विचार प्रस्तुत करता है। एचआईवी नामक यह वायरस ज्योतिष में किन ग्रहों के द्वारा अधिक प्रभावी दिखाई देता है और किस प्रकार के योग इसमें शामिल होते हैं इन सभी को रोग शास्त्र द्वारा समझा जा सकता है।

ग्रह-नक्षत्र योग का स्वास्थ्य पर प्रभाव  

स्वास्थ्य के संदर्भ में जब ग्रह नक्षत्रों के असर की बात होती है तो एक गहरा संबंध दिखाई देता है। ज्योतिष शास्त्र में सेहत एवं रोग के बारे में विस्तार पूर्वक विवरण प्राप्त होता है। ज्योतिष के अनुसार रोग शास्त्र को भैषज विज्ञान के रूप में जाना गया है। जीवन में होने वाले छोटे मोटे रोग हों या फिर लंबी दिर्घकालिक व्याधियां इन सभी के लक्ष्णों की चर्चा ज्योतिष शास्त्र में प्राप्त होती है। नव ग्रह और नक्षत्र व्यक्ति के स्वास्थ्य पर गहरा असर डालते हैं। हर ग्रह की स्थिति एवं नक्षत्र की प्रकृत्ति व्यक्ति के प्रत्येक अंग पर असर डालती है।

एड्स नामक रोग में ग्रह नक्षत्रों की भूमिका 

कई बार हम देखते हैं कि लोग हल्के से मौसम के बदलाव को भी नहीं झेल पाते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऎसे में इसका मुख्य कारण व्यक्ति के लग्न और लग्नेश के कमजोर होने के कारण भी होता है। जन्म कुंडली में छठा भाव रोग भाव कहलाता है। अष्टम भाव लंबी बीमारी का संकेत देता है और द्वादश भाव की स्थिति हमारे लिए अस्पताल की संभावनाओं को दिखाती है। रोग किस प्रकार का होगा इसे समझने के लिए कुंडली में लग्न और लग्नेश की स्थिति को समझना होता है। यदि लग्न एवं लग्नेश की स्थिति मजबूत हो तब रोग से लड़ने की क्षमता भी व्यक्ति में अच्छी होती है। रोग कम समय में समाप्त होगा या देर तक चलेगा या फिर दीर्घकालिक रूप से जीवन भर साथ रहेगा। इस स्थिति को कुंडली के अष्टम लग्न की स्थिति से जान सकते हैं। जब अष्टम भाव की दशा में रोग लगता है तो उसका प्रभाव लंबे समय तक जीवन पर रहता है। World AIDS Day in hindi

एचआईवी वायरस और राहु केतु 

राहु केतु का प्रभाव संक्रमण, विष, जीवाणु एवं विषाणुओं द्वारा होने वाले रोग के मुख्य कारक बनते हैं। राहु केतु बेहद गंभीर रोगों के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। जब इनका संबंध अन्य पाप ग्रहों के साथ होता है तब रोग घातक रूप से प्रभावित करता है। मंगल के साथ राहु का संबंध आना दुर्घटना से लगने वाली चोट में रक्त हानि, शरीर में विषाक्तता का फैल जाना, गलत इंजेक्शन से संक्रमण का खतरा, फोड़े इत्यादि का घाव में बदल जाना मंगल और राहु के योग का प्रभाव होता है। मंगल रक्त है और राहु विष ऎसे में जब दोनों साथ होते हैं तो रक्त में किसी न किसी प्रकार के संक्रमण होने की आशंका भी अधिक होती है। इस कारण रक्त का कैंसर हो सकता है। वहीं रक्त में विषाणुओं का प्रभाव राहु के कारण फैलता ओर केतु की भूमिका गहराई से असर डालती है जो एड्स जैसे रोग का कारण बनता है। इस प्रकार कई अन्य बातें इस घातक रोग के लिए विशेष भूमिका का निर्वाह करती हैं जिसे ज्योतिष के सूक्ष्म अध्ययन द्वारा ही जाना जा सकता है। आचार्या राजरानी 

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