Site icon चेतना मंच

Ukraine Forces : एक युद्ध ने बदल दिया लोगों का महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण

Ukraine Forces

फ़रवरी 2022 में जब Russia ने Ukraine पर आक्रमण किया तबसे वहाँ की सेना (Ukraine Forces) में महिलाओं के भर्ती होने की जैसे एक लहर चल पड़ी है। Ukraine में पितृसत्तात्मक सोच काफ़ी पुराने समय से चलती आ रही है और खास कर रक्षा के क्षेत्र में महिला वर्ग को अलग ही रखा जाता रहा है। किन्तु पिछले नौ साल के समय में देखा जाये तो महिलाओं ने लगभग दोगुनी संख्या में (Ukraine Forces) ज्वाइन की हैं।

वर्ष 2016 से हुई शुरुआत

Ukraine में महिलाओं ने साल 2016 से लड़ाकू भूमिका में कार्य करना शुरू किया और जब वर्ष 2022 में Russia ने Ukraine पर फरवरी माह में आक्रमण किया तब Ukraine Forces के सभी वर्गों में महिलाओं को शामिल किया जाने लगा। Ukraine के उप रक्षा मंत्री हन्ना मलियार ने यह जानकारी दी कि 2022 की गर्मियों तक महिला भर्ती के आंकड़े देखे जाएँ तो 50 हजार महिलाएं इसमें शामिल हुईं जिसमें 38 हजार वर्दीधारी सेवाओं पर नियुक्त हैं। उन्होंने बताया कि Ukraine Forces में अब अग्रिम मोर्चे पर महिलाएं डटकर सामना कर रहीं हैं।

Advertising
Ads by Digiday

सोच में बदलाव है Ukraine Forces में महिलाओं की भर्ती का मुख्य कारण

Ukraine की पितृसत्तात्मक सोच में अब कई बदलाव देखे जा रहे हैं और उनमें से सबसे बड़ा सूचक है महिलाओं का Ukraine Forces में भर्ती होना। यह बदलाव सिर्फ महिलाओं की सोच में ही नहीं देखा जा रहा है बल्कि यूक्रेनी रक्षा प्रशासन भी अब सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों में पुरुषों के साथ साथ महिलाओं की तस्वीरों का भी प्रयोग कर रहा है। वर्ष 2021 में प्रशासन के द्वारा नेशनल डिफेंडर्स डे का नाम बदल कर ‘डे ऑफ मेन एंड वूमन डिफेंडर्स ऑफ यूक्रेन’ भी कर दिया गया जो कि Ukraine की पुरानी और रूढ़िवादी सोच में बदलाव को प्रदर्शित करता है। अब इस देश की महिलाएं अपने सैन्य अनुभवों को खुल कर साझा करती हैं।

International News : भारतीय अमेरिकी राजनेता निक्की हेली की 2024 में व्हाइट हाउस के लिये दावेदारी की तैयारी

Exit mobile version