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Volcanic Eruptions : दुनिया के सबसे बड़े सक्रिय ज्वालामुखी में चार दशक बाद हुआ विस्फोट

Volcanic Eruptions

The world's largest active volcano erupted after four decades

Volcanic Eruptions : हवाई। दुनिया का सर्वाधिक एक्टिव रहने वाला ज्वालामुखी मौना लोआ काफ़ी लम्बे समय से अपनी सुप्त अवस्था में था, किन्तु बीते रविवार की रात लगभग 11:30 बजे इसमें विस्फोट हुआ। हालांकि प्रबंधन एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अभी लावा, ज्वालामुखी के शिखर से ही बाहर निकल रहा है और इससे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा। ज्वालामुखी के फटने का प्रभाव हवा के रुख पर भी निर्भर करता है, क्योंकि इससे निकलने वाली विभिन्न गैसें एवं राख हवा के माध्यम से ही वातावरण में फ़ैल सकतीं हैं।

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Volcanic Eruptions :

आग की लाल नदी बहती हुई दिखी :

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हवाई में मौना लोआ के फटने के कई वीडियो भी लोगों के बीच में वायरल हो रहे हैं, जिसमें ज्वालामुखी के फटने पर आसमान पूरी तरह से लाल दिखायी दे रहा है। यही नहीं, इससे निकलने वाले गर्म लावे ने बहते हुए एक आग की दरिया जैसा रूप भी धारण कर लिया है। मौसम विभाग की टीम वहां पर जमीन में फैले हुए लावे से बनने वाली राख़ का परीक्षण कर रही है। नेशनल ओशियानोग्राफिक एंड एटमॉस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन की सैटेलाइट से ली गयी मौना लोआ के ऊपरी हिस्से की तस्वीरें भी लगातार इसकी गतिविधियों पर नजर बनाये हुए हैं ताकि किसी बड़े विस्फोट पर लोगों को जल्दी से जल्दी सूचित किया जा सके।

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क्या कहती हैं पिछली रिपोट्र्स?

मौना लोआ के फटने की पिछली घटनाओं को देखते हुए यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि शुरुआत के विस्फोट हल्के ही रहेंगे और उन विस्फोटों से निकलने वाला लावा आसमान में ऊपर ही जाएगा। किन्तु बाद में यदि ये विस्फोट बड़े हुए तो लावा, ज्वालामुखी की दीवारों से भी बाहर निकल सकता है और यह निचले इलाकों तक भी फ़ैल सकता है। ऐसी स्थिति में आबादी वाले क्षेत्रों को खाली कराने का निर्णय लिया जायेगा। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक इस सक्रिय ज्वालामुखी से निकलने वाले लावे की दिशा किसी भी समय बदल सकती है। जिसके कारण इसकी सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

कैसा दिखता है मौना लोआ ज्वालामुखी?

मौना लोआ ज्वालामुखी एक 13,679 फीट की ऊंचाई का एक पहाड़ है, जहां पर एक नहीं बल्कि कई ज्वालामुखी पाए जाते हैं। आप यह भी कह सकते हैं कि मौना लोआ पर ज्वालामुखियों की एक श्रृंखला पायी जाती है। हालांकि बीते कई दशक से इसमें कोई हलचल नहीं देखी गयी थी, किन्तु वर्ष 1984 के बाद इसमें पुनः विस्फोट देखे गए हैं।

Volcanic Eruptions :

हवाई की इमरजेंसी और मैनेजमेंट अथॉरिटी ने दो बड़े शेल्टर होम का इंतजाम कर लिया है। आवश्यकता पड़ने पर लोगों को इसमें सुरक्षित रखा जाएगा। पिछले रिकाड्रर्स यह भी बताते हैं कि मौना लोआ के अधिकतर विस्फोट ज्वालामुखी के ऊपरी हिस्से तक ही सीमित रहते हैं। किन्तु किसी भी आगामी असुविधा के मद्देनज़र सभी सुरक्षा इंतेज़ाम किये जा रहे हैं।

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