Tuesday, 3 December 2024

कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान दान के साथ रहेगा पूजा अनुष्ठान का यह शुभ समय, जब मिलेगा भक्ति का संपूर्ण फल 

उदया तिथि का प्रभाव होने के कारण सारा दिन ही कार्तिक पूर्णिमा के स्नान दान की परंपरा का निर्वाह किया जाएगा

कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान दान के साथ रहेगा पूजा अनुष्ठान का यह शुभ समय, जब मिलेगा भक्ति का संपूर्ण फल 

Kartik Purnima 2023 : आस्था और भक्ति के रंगों में रंगा कार्तिक पूर्णिमा और गुरुपर्व का त्यौहार जीवन को नई अनुभूतियां प्रदान करता है. आज देश भर में कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही मनाई जा रही है गुरु नानक जयंती. आज जहां देश के विभिन्न धर्म स्थलों और पवित्र नदियों में लोग आस्था की डुबकी लगा रहे  हैं तो वहीं गुरु के उपदेशों को सुन कर जीवन को धन्य बना रहे हैं. आज के पावन पर्व पर हर ओर भक्ति के रंगों में सराबोर भक्तों का जमावड़ा देखा जा सकता है विभिन्न तीर्थ स्थलों, नदियों एवं गुरुद्वारों में भक्त उत्साह के साथ एकत्रित होंगे तथा भक्ति की धारा में जीवन को प्रकाशमान करेंगे.

जहां एक ओर कार्तिक पूर्णिमा का उत्साह है वहीं दूसरी ओर प्रकाश पर्व की धूम है. देश में ऎसा रंग कम ही देखने को मिलता है जब कुछ खास पर्व एक समय पर ही मनाए जाते हैं. यह समय बेहद विशेष हो जाता है. जब धर्म की गंगा हर ओर प्रवाहित दिखाई देती है

कार्तिक पूर्णिमा पर धार्मिक अनुष्ठान  

kab hai kartik purnima

आज कार्तिक पूर्णिमा के स्नान दान और व्रत का दिन है. आज के दिन पूर्णिमा व्रत के साथ ही भगवान स्त्यनारायण की कथा का श्रवण एवं पाठन भी किया जाएगा. आज स्नान का आरंभ संपूर्ण दिवस में रहने वाला है विशेष रुप से प्रात:काल से आरंभ हुआ स्नान दान का कार्य संध्या तक चलता रहेगा. इस दिन भगवान श्री विष्णु पूजन के साथ ही भगवान शिव का पूजन भी होता है.

आज के दिन की पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है क्योंकि भगवान शिव ने इस दिन त्रिपुरासुर राक्षस का अंत करके समस्त लोकों को शांति प्रदान की थी. अत: इस दिन शिवालयों में भगवान के अभिषेक का कार्य जोर शोर से किया जाता है. इस दिन धन वैभव की देवी माता लक्ष्मी का पूजन भी किया जाता है तथा कार्तिक महा के समस्त अनुष्ठानों की इस दिन समाप्ति होती है तथा जिसके साथ कार्तिक महात्म्य की समाप्ति को भक्त बहुत ही भक्ति भाव के साथ संपन्न करते हैं.

कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान दान से जुड़े शुभ मुहूर्त 

कार्तिक पूर्णिमा तिथि का आरंभ 26 नवंबर को दोपहर 15:53 से हुआ था और आज 27 नवंबर सोमवार के दिन कार्तिक पूर्णिमा तिथि दोपहर 14:45 बजे व्याप्त रहेगी. उदया तिथि का प्रभाव होने के कारण सारा दिन ही कार्तिक पूर्णिमा के स्नान दान की परंपरा का निर्वाह किया जाएगा. अज एक दिन शुभ मुहूर्तों में कुछ मुहूर्तों का समय इस प्रकार रहेगा: –
आज के दिन अभिजित मुहूर्त 11:47 से 12:30 तक होगा 
अमृत काल 11:14 से 12:48 तक
विजय मुहूर्त 13:54 से 14:36 तक रहेगा
गोधूलि मुहूर्त 17:21 से 17:49 तक
सायाह्न सन्ध्या 17:24 से 18:45 तक
रुद्राभिषेक मुहूर्त 14:45 से आरंभ होगा 
सर्वार्थ सिद्धि योग 01:35 से आरंभ होगा और अगले दिन प्रात:काल तक रहेगा. कार्तिक पूर्णिमा के लिए स्नान दान और पूजा अनुष्ठान हेतु समस्त दिन ही शुभ दायक रहेगा तथा साथ में सर्वाथ सिद्धि योग के होने से शुभता में वृध्दि का योग रहेगा.
आचार्या राजरानी

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