Monday, 17 June 2024

Kamika Ekadashi 2023: आज है सावन की पहली कामिका एकादशी, यह काम करने से पूरी होगी मनोकामना

Kamika Ekadashi 2023 : कामिका एकादशी का व्रत सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता…

Kamika Ekadashi 2023: आज है सावन की पहली कामिका एकादशी, यह काम करने से पूरी होगी मनोकामना

Kamika Ekadashi 2023 : कामिका एकादशी का व्रत सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। इस वर्ष कामिका एकादशी आज 13 जुलाई 2023 को है। सावन की एकादशी होने के कारण यह तिथि शैव ओर वैष्णव दोनों के लिए ही खास होती है। कामिका एकादशी को कामनाओं को पूरा करने वाला व्रत माना गया है। भक्त इस समय पर भगवान शिव और श्री विष्णु भगवान की पूजा करते हैं और भक्ति भाव के साथ इस व्रत को पूरा करते हैं।

Kamika Ekadashi 2023

कामिका एकादशी क्यों है विशेष

कामिका एकादशी जब आती है तो उस समय भगववान शयन में होते हैं। श्री हरि के योग निद्रा में होने के की स्थिति बेहद विशेष होती है। मान्यताओं के अनुसार कामिका एकादशी के दिन भक्त के भीतर भी शक्ति का नव संचरण होता है।

इस एकादशी का प्रभाव मोक्ष प्राप्ति के साथ साथ जीवन को मंगलकारी बनाता है। कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है। व्यक्ति के भीतर ये समय भौतिक इच्छाओं से मुक्त होने का होता है।

कामिका एकादशी के संदर्भ में दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस मास में आने वाली पहली एकादशी के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्त को उनका आशीर्वाद मिलता है।

कामिका एकादशी के दिन पूजन सांपों और गंधर्वों की पूजा के समान ही शुभता प्रदान करता है। कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की तुलसी के पत्तों से की जाने वाली पूजा द्वारा सभी प्रकार के पापों का नाश हो जाता है।

शास्त्रों के अनुसार कामिका एकादशी की पूजा से सहत्र यज्ञ के समान फल मिलता है। कामिका एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने वाले व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है।

कामिका एकादशी पूजा एवं अनुष्ठान महत्व

कामिका एकादशी के दिन भक्त पवित्र नदियों पोखरों या अपने निवास स्थान पर ही पवित्र स्नान करने का फल पाते हैं। इस दिन प्रात:काल स्नान करना चाहिए और उसके बाद भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इस समय पर जल का सेवन नहीं करना चाहिए लेकिन यदि यह संभव न हो पाए तो व्यक्ति फलाहार को अपना सकता है। भगवान विष्णु को पूजा में पंचामृत, फूल, फल, दूध और तिल भी अर्पित करना चाहिए. कामिका एकादशी के दिन ब्राह्मण को भोजन कराना उत्तम फलों को प्रदान करने वाला माना गया है। इस व्रत को करने से व्यक्ति जो चाहता है उसे प्राप्त होता है।

कामिका एकादशी का शुभ फल कई रुपों में भक्तों को मिलता है। इस दिन भगवान विष्णु के सथ भगवान शिव की पूजा करने वालों को सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

एस्ट्रोलॉजर राजरानी

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