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मौनी अमावस्या कब हैं 9 या 10 फरवरी को,जाने शुभ मुहूर्त,सही तिथी और सर्वार्थ सिद्धि योग

Mauni Amavasya 2024

Mauni Amavasya 2024

Mauni Amavasya 2024 : माघ का महीना 26 जनवरी से शुरु हो गया है । हिंदू पंचांग के अनुसार मौनी अमावस्या माघ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथी को होती हैं । मौनी अमावस्या के दिन स्नान दान का अपना महत्व हैं । इस दिन किये गयें श्राद्ध,पिंड दान, और तर्पण से, नाराज पितृ देव भी प्रसन्न होते हैं । और कुंडली के पितृ दोष दूर होते हैं ।

मौनी अमावस्या पर विशेष कार्य:

हमारे सनातन धर्म में हर माह पड़ने वाली अमावस्या का अलग महत्व होता हैं । माघ माह में पड़ने वाली मौनी अमावस्या का पितृ दोष निवारण के लियें विशेष महत्व है । इसे माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या दोनो ही कहा जाता है ।साधक लोग इस दिन मौन रह कर ईश्वर से प्रार्थना करते हैं । इस दिन गंगा मे स्नान करने का विशेष महत्व हैं । लोग इस दिन गंगा मे आस्था की डुबकी लगाकर सच्चे मन से ईश्वर से प्रार्थना करते और दान देते हैं । मान्यता है कि ब्रह्म मुहूर्त मे गंगा मे स्नान करने से साधक को आरोग्य के साथ लंबी आयु की भी प्राप्ति होती हैं । यदि गंगा मे स्नान करना संभव ना हो तो आप घर पर ही नहाने के पानी मे गंगा जल मिला कर स्नान कर सकतें हैं और पुण्य फल की प्राप्ति कर सकतें हैं ।

इस दिन किये गये श्राद्ध कर्म का विशेष महत्व हैं:

इस दिन श्राद्ध कर्म भी किये जातें हैं । इस दिन पितरों के निमित तर्पण और दान करने से भी साधक को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं । इस इस दिन तर्पण, पिंडदान, दान, श्राद्ध आदि करना भी अच्छा होता है। ऐसा करने से नाराज पितर खुश होते हैं, जिससे पितृ दोष दूर हो सकता है।

क्यों मनाते हैं मौनी अमवस्या:

माना जाता है कि इस दिन चंद्र देव के दर्शन नही होते हैं । ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चंद्रमा को मन का कारक माना जाता हैं । इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से और मौन रहने से मन को बल मिलता हैं और मन शांत रहता है । इसलिये मौनी अमावस्या पर शांत या मौन रह कर मन को नियंत्रित करके साधा जाता है ।

कब हैं मौनी अमावस्या:Mauni Amavasya 2024

इस बार मौनी अमावस्या को को लेकर लोगो के बीच संशय बना हुआ है कि किस दिन ये योग बन रहा है। मौनी अमावस्या 9 फरवरी को है  या 10 फरवरी को है । आइये हम अपके इस संशय को दूर कर देते हैं ।

पंचांग अनुसार शुभ मुहूर्त और सही तिथी:

माघ माह की अमावस्या तिथि 09 फरवरी सुबह 08 बजकर 02 मिनट पर हो रही है। वहीं, इसका समापन 10 फरवरी प्रातः 04 बजकर 28 मिनट पह होगा। ऐसे में मौनी अमावस्या 09 फरवरी, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी

इस बार मौनी अमावस्या पर सर्वार्थ सिद्धि योग 07:05 सुबह के से रात 11:29 पीएम तक है। इस योग में आपके किए गए कार्य सफल सिद्ध होंगे।

स्नान दान का समय सुबह 08:02 से लेकर सुबह 11:15 मिनट तक है ।

पिंड दान और श्राद्ध कर्म के लियें सुबह 11:00 बजे से लेकर दोपहर के 03: 21 बजे तक उत्तम समय हैं ।

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