Faridabad Famous Temples : राष्ट्रीय राजधनी दिल्ली से सटा हुआ फरीदाबाद शहर न सिर्फ अपने औद्योगिक पहचान के लिए नहीं , बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक स्थलों के लिए भी जाना जाता है। आपको बता दे अरावली की पहाड़ियों से घिरे हुआ फरीदाबाद शहर में कई ऐसे मंदिर हैं जिनका इतिहास हजारों साल पुराना है। फरीदाबाद के इन मंदिरों में आस्था के साथ-साथ इतिहास और रहस्य भी छिपा है। अगर आप भी इतिहास, आस्था और अध्यात्म से जुड़े स्थानों की खोज में हैं तो आइए जानते हैं फरीदाबाद के कुछ प्रमुख 4 मंदिरो के बारे में जहां आपको एक बार जरूर जाना चाहिए।
1. द्वापर युग हनुमान मंदिर
फरीदाबाद के सेक्टर 8 में स्थित सिही गांव में एक प्राचीन हनुमान मंदिर है, जो न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इतिहास और पौराणिकता से भी जुड़ा हुआ है। फरीदाबाद का यह मंदिर करीब 8 हजार गज में फैला हुआ है और इसे नागेश्वरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, यह जगह द्वापर युग की घटनाओं से जुड़ी हुई है।
कहा जाता है कि महाभारत काल में महाबली भीम यहां आकार लोगों को कुश्ती सिखाया करते थे। आज भी मंदिर परिसर में अखाड़े जैसे निशान और पौराणिक वातावरण देखने को मिलता है। यहा की सबसे खास बात यह है कि अगर इस गांव में किसी को सांप काट ले, तो उस पर ज़हर का असर नहीं होता। गांववाले इसे हनुमान जी और नागेश्वरी शक्ति का चमत्कार मानते हैं।और यह मंदिर श्रद्धालुओं के साथ-साथ इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए भी बेहद खास है। हर मंगलवार और शनिवार को यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
2. परसोन मंदिर
फरीदाबाद के सिही गांव में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर सिर्फ पौराणिक कथाओं से ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा से भी जुड़ा हुआ है। यह मंदिर द्वापर युग की याद दिलाता है। इस मंदिर की मान्यता है कि इस स्थान पर कभी ऋषि पाराशर ने घोर तपस्या की थी, जिससे यह भूमि दिव्य शक्तियों से भर गई। ऋषि के नाम पर ही इस स्थान को ‘परसोन’ कहा जाने लगा। एसी के साथ स्थानीय लोगों का मानना है कि इस मंदिर में सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। श्रद्धालु दूर-दूर से यहां दर्शन करने आते हैं और मंदिर परिसर में शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं। यह सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था और इतिहास का संगम है जहां आज भी लोग चमत्कार की उम्मीद लेकर पहुंचते हैं।
3. पथवारी माता मंदिर
फरीदाबाद के सिही गांव में स्थित पथवारी माता मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि शहर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान भी है। यह मंदिर करीब 410 साल पुराना है। मान्यता है कि जब फरीदाबाद बसाया जा रहा था, तो इसकी नींव मां पथवारी की कृपा से रखी गई। यही वजह है कि इस मंदिर को फरीदाबाद की कुलदेवी का दर्जा भी दिया गया है। इस मंदिर से लाखों लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि 16वीं शताब्दी में जब इलाके में महामारी फैली तो मां पथवारी की कृपा से उसका अंत हुआ। तभी से यह मंदिर चमत्कारी शक्तियों के लिए प्रसिद्ध हो गया। हर त्योहार खासकर नवरात्रि में यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। लोग यहां आकर स्वास्थ्य सुख और समृद्धि की कामना करते हैं और मानते हैं कि मां किसी को खाली हाथ नहीं लौटातीं।
4. माता वैष्णो देवी मंदिर
फरीदाबाद में नेशनल हाईवे-1 (NH-1) पर बना वैष्णो देवी मंदिर आस्था का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है। यहां हर दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है लेकिन नए साल के मौके पर वैष्णो देवी मंदिर की रौनक देखने लायक होती है। इस दिन मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है और भव्य झांकियों से लेकर भक्ति संगीत तक कई तरह के धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां दर्शन करने से सभी की मनोकामनाएं पूरी होती हैं, इसलिए श्रद्धालु दूर-दूर से माता रानी के दर्शन करने आते हैं। फरीदाबाद का यह मंदिर सिर्फ धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि उम्मीद और विश्वास की जगह बन चुका है जहां लोग अपने नए साल की शुरुआत आशीर्वाद के साथ करना पसंद करते हैं। Faridabad Famous Temples
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