दिन में 3 बार बदलता है झील का रंग, 'द मून लेक' के नाम से है मशूहर

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Oct 2021 12:18 PM
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भारत में कई ऐसी मन मोहने वाली जगह है जो देश और विदेश के पर्यटकों (Tourists) को काफी पसंद आती है। भारत में कश्मीर (Kashmir) से लेकर कन्याकुमारी तक प्राकृतिक सुंदरता ने भारत के लोगों की तरफ ध्यान आकर्षित किया है। इन्हीं जगहों में शामिल है हिमाचल प्रदेश का दुर्गम जिला लाहौल-स्पीती। यहां की प्राकृतिक सुदरता देखने के लिए पूरे साल पर्यटकों का झमघट लगा रहता है। पर्यटकों को को खूबसूरत वादियां, ग्लेशियर और ऊंचे पहाड़ (Mountain) अपनी ओर आकर्षित करते हैं। ये खूबसूरत झीलें सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

चंद्रताल झील (Lake) बेस्ट कैम्पिंग साइट मानी जाती है। यहां आकर पर्यटक अपने आपको प्रकृति के बेहद करीब महसूस करते हैं। अपनी शांति और उत्तम वातावरण का एहसास करवाती है। इस झील को 'द मून लेक' का नाम भी दिया गया है। दुनिया की सबसे खूबसूरत झीलों में शामिल चंद्रताल लेक समुद्रतल से 14100 फीट की उंचाई पर स्थित है। सर्दी के मौसम की शुरुआत होते ही यहां पर बर्फबारी (Ice) का सिलसिला शुरू होता है। जिसकी वजह से यह स्थान तीन से चार महीने तक के लिए बंद कर दिया गया है।

झील दिन में तीन बार बदलती है रंग

इस झील के पानी के बारे में जानकर आप आशचर्यचकित हो जाएंगे। इस झील की सबसे खास बात है कि इसका पानी दिन में तीन बार अपना रंग बदल देता है। इस झील को 'मीठे पानी की झील' के नाम से भी जाना जाता है।

यह झील स्पीति और कुल्लू घाटी से कुछ ही दूरी पर स्थित है। यह एक टापू (island) पर मौजूद है जिसकी वजह से अर्धचांद के जैसा दिखाई देता है जिसके कारण लोग इसे 'द मून लेक' यानी चांदी की झील भी कहकर बुलाते हैं।

शीशे के जैसा चमकता है झील का पानी

इस झील का पानी (Water) इतना साफ रहता है कि शीशे के जैसा चमकता रहता है। कहा जाता है कि झील का यह क्षेत्र कभी स्पीति और कुल्लू जाने वाले तिब्बत और लद्दाखी व्यापारियों का महत्वपूर्ण स्थान माना जाता था। अब यह झील पूरे संसार को आकर्षित कर रहा है।

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AJAB GAJAB : क्या कुमार विश्वास कवि है, कवि हैं तो कौन से ?

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Is Kumar Vishwas a poet, who is a poet?
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:03 AM
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कुमार विश्वास Kumar Vishwas को कौन नहीं जानता है। वह जहां जाते हैं, अपने प्रेम गीतों से हर किसी को दीवाना बना देते हैं। लेकिन कुमार विश्वास Kumar Vishwas क्या वास्तव में कवि हैं। अगर कवि हैं तो कौन से ? यह एक ऐसा सवाल है, जो दिमाग को घुमाकर रख देगा। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पिलुखवा, उत्तर प्रदेश के एक युवक फिरोज आलम यूपीएससी का इंटरव्यू देते हुए दिखाई दे रहे हैं। कवि ​कुमार विश्वास भी पिलुखवा से संबंध रखते हैं। इसलिए यूपीएससी UPSC का इंटरव्यू लेने वाले एक अधिकारी ने फिरोज आलम से सवाल किया कि कुमार विश्वास क्या कवि हैं। इस पर फिरोज ने जवाब दिया कि हां, कुमार विश्वास Kumar Vishwas कवि हैं। अधिकारी ने फिर सवाल किया कि कुमार विश्वास किस क्राइट एरिया के कवि हैं तो फिरोज कुमार ने जवाब दिया कि कुमार विश्वास एक मंचीय कवि हैं। हालांकि कुमार विश्वास को लेकर पूछे गए इस सवालों में ​इंटरव्यू देने वाले फिरोज आलम ने एक बहुत अच्छा कवि कुमार विश्वास को बताया है। आपको बता दें कि इंटरव्यू के वक्त पिलुखवा निवासी फिरोज, इस दिल्ली पुलिस के जवान थे। उन्होंने आईएएस बनने की तैयार की थी और वर्ष 2019 यूपीएससी के टॉपर रहे।

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Azab-Gazab: एक ऐसा मंदिर जहां रोते हैं भगवान

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Oct 2021 05:26 PM
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भारत में यू तो अनेकों प्रकार के मंदिर व धार्मिक स्थल है जिनका अपना इतिहास व कहानियां है l लेकिन आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां भगवान खुद रोते हुए दिखाई पड़ते हैं l

 जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ब्रजेश्वरी देवी मंदिर स्थित है l यह माता सती का अद्भुत मंदिर है ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों द्वारा कराया गया था l इस मंदिर से जुड़ी कहानी भी है कहा जाता है कि यह देवी के 51 शक्तिपीठों में से एक है l क्योंकि यहां देवी का बायां वक्ष इसी स्थान पर आकर गिरा था तब से देवी के शक्तिपीठ के रूप में इसे स्वीकार किया गया l इस मंदिर को कई बार विदेशी आक्रमणकारियों ने लूटने की कोशिश की थी l सन 1009 में महमूद गजनी उसके बाद मोहम्मद बिन तुगलक और सिकंदर लोदी ने लूटने व मंदिर को तहस-नहस करने की कोशिश भी की थी l उसके बाद इस मंदिर का 1920 में पुनर्निर्माण कराया गया l आपको बता दें कि इस मंदिर में देवी की प्रतिमा एक पिंडी के रूप में है l इसी पिंडी के साथ ही भगवान भैरव की एक चमत्कारिक मूर्ति है जिसमें यह दावा किया जाता है कि जब भी कोई मुसीबत मंदिर में आने वाली होती है तो इस चमत्कारिक मूर्ति से अपने आप ही आंसू व पसीने की धार बहने लग जाती है l स्थानीय लोगों की मानें तो उन्होंने यह चमत्कार कई बार देखा है l कहा जाता है कि 1976-77 मे  ऐसे ही इस मूर्ति से आंसू की धारा बहने लगी जिसके बाद इस मंदिर में भीषण आग लग गई थी l उसी समय से यह

मूर्ति आज भी विराजमान है l हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है यह कहना कठिन है लेकिन इस मंदिर की कहानी बेहद ही अद्भुत है l