NTPC : किसानों को अब रोजगार देना संभव नहीं : एनटीपीसी

Ntpc
It is not possible to give employment to farmers now : NTPC
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Mar 2023 06:28 PM
bookmark
दादरी। एनटीपीसी दादरी ने किसानों को रोजगार देने की संभावना को खत्म कर दिया है। अफसरों का कहना है कि अब किसानों को रोजगार देना संभव नहीं है। साथ ही एक समान मुआवजे से संबंधी मामलों का निस्तारण वर्ष 1995 में ही किया जा चुका है। तब राज्य सरकार के नियमों के तहत ही मुआवजे का भुगतान किया गया था। हालांकि एनटीपीसी की तरफ से किसान और उनके परिवारों को रोजगार परक प्रशिक्षण देने का काम अब किया जा रहा है।

NTPC

UP News : यूपी में बरसा बेमौसम बारिश का कहर, 12 की मौत

एनटीपीसी दादरी के सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्य महाप्रबंधक गम्पा ब्रह्रा राव ने वार्षिक लेखा जोखा पेश किया। वहीं आंदोलन कर रहे 24 गांवों के किसानों की मांगों पर उन्होंने कहा भूमि अधिग्रहण से संबंधित भुगतान राज्य सरकार के नियमों के तहत किया गया था। न्यायालयों के आदेशों का पालन भी किया गया था, जिसमें मुआवजे से संबंधित सभी मामलों का निस्तारण वर्ष 1995 में ही किया जा चुका है।

NTPC

BJP State Meeting : कानपुर में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बड़ी बैठक आज

मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि वर्ष 2022-23 में एनटीपीसी की सभी परियोजनाओं ने समय से निर्धारित लक्ष्य पूरा कर कीर्तिमान स्थापित किया है। इस मौके पर महाप्रबंधक (ओएंडएम) जीके मोहंती, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) जीयूवीएम राव, महाप्रबंधक (मानव संसाधन) वी शिवा प्रसाद आदि अधिकारी मौजूद रहे। नोएडा ग्रेटर– नोएडाकी खबरों से अपडेट रहने के लिएचेतना मंचसे जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

American Bank Crisis : एक हफ्ते में छह फीसदी तक गिरा म्युचुअल फंड

Mutual fund
Mutual funds fell by six percent in a week
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Mar 2023 05:45 PM
bookmark
नई दिल्ली। अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के धराशायी होने के बाद पिछले सप्ताह बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्र के म्यूचुअल फंडों में छह फीसदी तक की गिरावट हुई।

American Bank Crisis

Political : महिलाओं के यौन उत्पीड़न’ संबंधी बयान पर राहुल गांधी के घर पहुंची दिल्ली पुलिस

अमेरिका में बैंकिंग संकट से वैश्विक वित्तीय प्रणाली को झटके लगे और भारत में भी बैंकिंग क्षेत्र को लेकर निवेशकों की भावनाएं कमजोर हुईं। ऐसे में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान बैंकिंग शेयरों में 3-13 प्रतिशत की गिरावट आई। विशेषज्ञों का हालांकि मानना है कि भारतीय बैंकिंग क्षेत्र पर इसका सीधा असर मामूली सा है। बैंक शेयरों में लगातार बिकवाली के चलते इस क्षेत्र के म्युचुअल फंडों में भी गिरावट हुई। एसीई एमएफ एनएक्सटी द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार बैंकिंग क्षेत्र के 16 म्यूचुअल फंडों में सभी ने 17 मार्च को समाप्त सप्ताह में निवेशकों को 1.6 प्रतिशत से छह प्रतिशत के बीच नकारात्मक प्रतिफल दिया है।

American Bank Crisis

UP News : बिजली कर्मचारी सोचे कि क्या उनका परिवार व बच्चे नहीं हैं : विनय वर्मा

आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल अब तक इन फंडों ने आठ फीसदी से लेकर 10 फीसदी तक का नकारात्मक प्रतिफल दिया है। जिन फंडों में पिछले सप्ताह पांच प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है, उनमें आदित्य बिड़ला सन लाइफ बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज फंड, टाटा बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज फंड, एचडीएफसी बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज फंड, एलआईसी एमएफ बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज फंड और निप्पॉन इंडिया बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज फंड शामिल हैं। एफवाईईआरएस के शोध प्रमुख गोपाल कवलीरेड्डी ने कहा कि बाजार में जारी उतार-चढ़ाव और ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका के कारण इन फंडों में गिरावट हुई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) कई बैंकों और वित्तीय क्षेत्र की संस्थाओं में अपनी निवेश होल्डिंग को कम करने के लिए बिकवाली कर रहे हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

भारत को 2030 तक E-Commerce के जरिए 350 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखना चाहिए: GTRI

06 16
E-Commerce
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:45 PM
bookmark

E-Commerce : नई दिल्ली। भारत को 2030 तक ई-कॉमर्स के जरिये 350 अरब डॉलर के माल निर्यात का लक्ष्य रखना चाहिए और इसके लिए सरकार को एक अलग नीति तैयार करने की जरूरत है। आर्थिक थिंक टैंक GTRI ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही।

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) ने कहा कि भारत में थोक निर्यातकों (बी2बी) के लिए मौजूदा ई-कॉमर्स निर्यात प्रावधानों में कई जटिलताएं हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत के ई-कॉमर्स निर्यात में 2000 के दशक की शुरुआत में देखे गए आईटी निर्यात की तुलना में तेज गति से बढ़ने की क्षमता है।

E-Commerce

रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक व्यापार-से-उपभोक्ता (बी2सी) या खुदरा ई-कॉमर्स निर्यात 2030 तक मौजूदा 800 अरब डॉलर से बढ़कर 8,000 अरब डॉलर होने का अनुमान है। भारत इन रुझानों से फायदा उठाने की प्रमुख स्थिति में है।

जीटीआरआई ने ऑनलाइन माध्यम से देश के निर्यात में तेजी लाने के लिए 21 कार्रवाई बिंदुओं की पहचान की है।

मौजूदा ई-कॉमर्स निर्यात की क्षमता काफी कम

भारत का मौजूदा ई-कॉमर्स निर्यात उसकी क्षमता से काफी कम है। इस समय ई-कॉमर्स निर्यात केवल दो अरब डॉलर का है, जो देश के कुल माल निर्यात का 0.5 प्रतिशत से भी कम है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि देश को 2030 तक ई-कॉमर्स के जरिए 350 अरब डॉलर का निर्यात करने की योजना बनानी चाहिए। ऐसे में ई-कॉमर्स निर्यात के लिए पारिस्थितिकी तंत्र के विकास पर ध्यान देने की जरूरत होगी।

UP News : निर्यात बढ़ाने में छोटे, मझोले उद्योगों की मदद कर रहे हैं डाक निर्यात केंद्र

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुकपर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें।