Career Update : B.E/B.tech के बाद इन क्षेत्रों में बनाएं कैरियर

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calendar29 Nov 2025 12:50 AM
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कैरियर से जुड़ी उलझन अक्सर छात्रों में देखने को मिलती है। छात्र बड़ी-बड़ी डिग्री तो हासिल कर लेते हैं लेकिन बाद इसके बाद उनके सामने यह उलझन खड़ी हो जाती है, उन डिग्रियों का इस्तेमाल कैसे किया जाए। कौन से रास्ते को चुना जाए, कि सफलता की मंजिल तक पहुंचने में आसानी हो। आज का हमारा यह पोस्ट छात्रों की इस उलझन को दूर करने में सहायक साबित हो सकता है।

B.tech का कोर्स-

बीटेक के कोर्स के बारे में जानने से पहले इसके बारे में संक्षिप्त जानकारी हासिल कर लेते हैं। B.tech का फुल फॉर्म होता है 'बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी'। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह कोर्स टेक्नोलॉजी से जुड़ा होता है। इस कोर्स को करने के लिए छात्रों को इंटरमीडिएट की परीक्षा विज्ञान विषय से उत्तीर्ण करना आवश्यक है। बी टेक का कोर्स 4 साल का होता है। इस कोर्स के लिए देश में कई इंजीनियरिंग कॉलेज मौजूद है जिनमे IIT और NIT कॉलेज शीर्ष पर हैं।

कैसे ले बीटेक में एडमिशन -

देश घर में मौजूद तमाम इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी पड़ती है। अलग-अलग संस्थानों के प्रवेश के लिए अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। बी टेक का कोर्स 4 साल का होता है। इस कोर्स को करने के बाद सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरी के कई रास्ते खुल जाते हैं।

बीटेक स्नातक स्तर का कोर्स होता है। इंजीनियरिंग के लिए कई डिप्लोमा कोर्स भी उपलब्ध है। इस डिप्लोमा कोर्स को करने के बाद बीटेक कार्यक्रम में पार्श्व प्रविष्ट की योजना भी है।

बी टेक का कोर्स छात्र अपनी रूचि के अनुसार अलग-अलग स्ट्रीम के साथ कर सकते हैं। बीटेक के अलग-अलग योजनाओं में शामिल है- रासायनिक अभियांत्रिकी, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, सिविल इंजिनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी, एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग इत्यादि। इंजीनियरिंग की इन शाखाओं की अलग-अलग उप शाखाएं भी हैं। छात्र अपनी रूचि के अनुसार इंजीनियरिंग के अलग-अलग शाखाओं में प्रवेश ले सकते हैं।

बीटेक के बाद कैरियर-

बी टेक का कोर्स करने के बाद कैरियर के कई रास्ते खुल जाते हैं। कई सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा बीटेक डिग्री धारकों के लिए भर्तियां निकलती रहती हैं। जिसमें आवेदन कर छात्र नौकरी पा सकते हैं। इसके अलावा बीटेक करने के बाद छात्र अगर अपने आगे अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं तो वह एमटेक और फिर पीएचडी भी कर सकते हैं।

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Education News: शिक्षक अपने छात्रों के लिए एक रोल मॉडल की मानिंद

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calendar06 Sep 2021 05:36 PM
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ख़ास बातें

डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन का किया भावपूर्ण स्मरण

चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण

कुशाग्रबुद्धि वालों को बनना चाहिए टीचर्स

एनईपी 2020 में शिक्षा और शिक्षकों की गुणवत्ता पर जोर

यूजीसी ने नए शिक्षकों के लिए विकसित किया गुरु दक्षता फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम

प्रो. श्याम सुंदर भाटिया नई दिल्ली विश्वविद्यालय अनुदान आयोग - यूजीसी के चेयरमैन प्रो. धीरेंद्रपाल सिंह का मानना है,शिक्षक अपने छात्रों के लिए एक रोल मॉडल की मानिंद होते हैं,क्योंकि युवाओं के चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। शिक्षक दिवस पर देश और दुनिया के शिक्षकों के नाम वीडियो संदेश का श्रीगणेश प्रो.सिंह ने जाने - माने दार्शनिक, शिक्षाविद एवम् पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के भावपूर्ण स्मरण के साथ किया।

यूजीसी के चेयरमैन प्रो. सिंह ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के हवाले से कहा,वह मानते थे- देश के कुशाग्र बुद्धि वालों को ही टीचर होना चाहिए, क्योंकि वैश्विक विकास और मानव जाति के भविष्य निर्माण में शिक्षकों का योगदान सर्वोपरि होता है। उन्होंने डॉ. राधाकृष्णन को कोट करते हुए कहा,वह कहते थे - शिक्षक वह नहीं है,जो छात्रों के दिमाग में तथ्यों को जबरिया ठूसे,बल्कि सच्चा शिक्षक वह है,जो आने वाले कल की चुनौतियों के लिए छात्रों को तैयार करे।

उन्होंने आदर्श शिक्षक को परिभाषित करते हुए कहा,नैतिक चरित्र के साथ - साथ छात्रों का शारीरिक,मानसिक और बौद्धिक व्यक्तित्व विकास करना उनका मुख्य उद्देश्य होता है। प्रो. सिंह बोले,अपने शिक्षकों से प्राप्त ज्ञान न केवल छात्रों को व्यावहारिक दुनिया के लिए अनुकूल बनाता है,बल्कि उनके दृष्टिकोण और व्यवहार में सामाजिक और नागरिक जिम्मेदारियों की भावना विकसित करने में मदद भी करता है।

यूजीसी के चेयरमैन प्रो.सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति - 2020 की पुरजोर पैरवी करते हुए कहा, एनईपी में शिक्षा और शिक्षकों की गुणवत्ता पर जोर दिया गया है,इसीलिए यूजीसी ने गुरु दक्षता नामक फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम नए शिक्षकों के लिए विकसित किया है। उन्होंने अपने संबोधन के अंत में शिक्षकों को आह्वान किया|

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Education News : टीएमयू की डॉ. मंजुला जैन को बेस्ट डीन का अवार्ड

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calendar02 Dec 2025 02:27 AM
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खास बातें

दो इंटरनेशनल और एक इंडियन पेटेंट झोली में

2021 में दो इंटरनेशनल अवार्ड और आए खाते में

अब तक एक दर्जन से अधिक कर चुकी हैं विदेश यात्राएं

45 इंटरनेशनल और नेशनल रिसर्च पेपर्स डॉ. जैन के नाम

कुलाधिपति श्री सुरेश जैन बोले, टीएमयू के लिए ये गर्व के पल

प्रो. श्याम सुंदर भाटिया

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की झोली में एक और बड़ी उपलब्धि शुमार हो गयी है। यूनिवर्सिटी की एसोसिएट डीन एवं टीएमयू इंस्टीट्यूट इन्नोवेशन काउंसिल की प्रेसिडेंट डॉ. मंजुला जैन को आईएसआईई की ओर से चौथी सालाना अवार्ड सेरेमनी में बेस्ट डीन ऑफ द ईयर अवार्ड 2020-21 से नवाजा गया है।

डॉ. जैन को यह नेशनल अवार्ड वर्चुअली सेरेमनी के जरिए मिला। प्रबंधन में पीएचडी डॉ. जैन को 22 बरसों का लम्बा शैक्षणिक अनुभव है। मृदुभाषी, शिक्षाविद एवं कुशल प्रशासक डॉ. जैन अब तक एक दर्जन से अधिक शैक्षणिक विदेश यात्राएं भी कर चुकी हैं। दो इंटरनेशनल और एक इंडियन पेटेंट भी उनके नाम पर दर्ज है। एसोसिएट डीन के खाते में 45 इंटरनेशनल और नेशनल रिसर्च पेपर्स भी हैं। टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, ग्रुप वाइस चेयरमैन श्री मनीष जैन और एमजीबी श्री अक्षत जैन ने डीन एक्सीलेंस अवार्ड को गर्व के पल बताते हुए कहा, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया सरीखे स्वर्णिम कॅरियर वाले प्रोजेक्ट्स टीएमयू की टॉप प्राथमिकताओं में शामिल हैं।

एसोसिएट डीन के लिए 2021 लक्की ईयर बनकर उभरा है। 2021 में बेस्ट डीन ऑफ द ईयर अवार्ड के अलावा जीआईएसआर की ओर से बेस्ट वूमेन पर्सनल्टी ऑफ द ईयर आइवा इंटरनेशनल अवार्ड और इंटरनेशनल कांफ्रेंस एंड एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड ऑन रिसेंट इन्नोवेशन इंटर डिस्प्लिनिरी एण्ड रिसर्च की ओर से बेस्ट एकेडमिक लीडर ऑफ द ईयर भी उन्हें मिल चुका है। डॉ. जैन अब तक ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, फ्रांस, सिंगापुर, जर्मनी, श्रीलंका के संग-संग यूके में आयोजित इंटरनेशनल सेमिनार्स और दीगर शैक्षणिक गतिविधियों में शिरकत कर चुकी हैं। इंपीरियल सोसायटी ऑफ इन्नोवेटिव इंजीनियर्स-आईएसआईई इलेक्ट्रिक व्हीकल स्किल एण्ड रिसर्च के मूल्यांकन का देश में सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है। उल्लेखनीय है कि डॉ. जैन के अंडर में 7 पीएचडी अवार्ड हो चुकी हैं जबकि 3 रिसर्च कार्य अन्तिम चरण में हैं। कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह और रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा ने एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन को हार्दिक बधाई देते हुए उम्मीद जताई, डॉ. जैन के कुशल नेतृत्व में यूनिवर्सिटी नई बुलंदी छुएगी।