Sports News : भारत ने जूनियर वुशु विश्व चैंपियनशिप में आठ पदक जीते

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calendar02 Dec 2025 04:11 AM
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Sports News :  नयी दिल्ली। भारत ने इंडोनेशिया के तांगरंग में आयोजित आठवीं जूनियर वुशु विश्व चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक सहित आठ पदक हासिल किए।

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भारत ने शनिवार को समाप्त हुई प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण पदक के अलावा इतने ही रजत पदक और दो कांस्य पदक जीते। हरियाणा के आर्यन और ध्रुव ने स्वर्ण पदक जीतकर भारत का खाता खोला। पानीपत के समालखा के रहने वाले आर्यन ने लड़कों के सब-जूनियर 42 किग्रा भार वर्ग में मिस्र के उमर मोहम्मद फथी को 2-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। लड़कों के सब-जूनियर 52 किग्रा वर्ग में सोनीपत के ध्रुव ने मिस्र के यूसुफ येहला शाहत अहमद को 2-0 से हराकर सोने का तमगा हासिल किया। लड़कों के 56 किग्रा भार वर्ग में नीतीश कुमार ने ईरान के खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। काकयुकी ने जूनियर वर्ग के 60 किग्रा और ध्रुव ने 48 किग्रा में रजत पदक हासिल किया। अनिरुद्ध चौधरी ने 80 किग्रा में कांस्य पदक जीता। लड़कियों के 60 किग्रा भार वर्ग में हिमांशी ने रजत जबकि आयरा हसन चिश्ती में 48 किग्रा में कांस्य पदक जीता।

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International News: प्रतिबंधों से परे रखने संबंधी प्रस्ताव पर मतदान से दूर रहा भारत

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calendar10 Dec 2022 06:34 PM
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International News: संयुक्त राष्ट्र। भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में उस प्रस्ताव पर हुए मतदान से दूर रहा, जिसमें मानवीय सहायता को संयुक्त राष्ट्र के सभी तरह के प्रतिबंधों के दायरों से बाहर रखने का प्रावधान किया गया है।

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भारत ने जोर देकर कहा कि प्रतिबंधित आतंकी संगठनों ने इस तरह की छूट का भरपूर फायदा उठाया है और उन्हें वित्तीय मदद जुटाने तथा लड़ाकों की भर्ती करने में मदद मिली है। पंद्रह सदस्यीय सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता फिलहाल भारत के पास है। परिषद ने शुक्रवार को अमेरिका और आयरलैंड द्वारा पेश उस प्रस्ताव पर मतदान किया, जिसमें मानवीय सहायता को प्रतिबंधों के दायरे से बाहर रखने का प्रावधान किया गया है। वाशिंगटन ने जोर देकर कहा कि अपनाए जाने के बाद यह प्रस्ताव ‘‘अनगिनत जिंदगियों को बचाएगा।’’ भारत मतदान से अनुपस्थित रहने वाला एकमात्र देश रहा, जबकि परिषद के बाकी 14 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मदतान किया। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि समय पर मानवीय सहायता की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए धन, अन्य वित्तीय संपत्तियों, आर्थिक संसाधनों और वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति आवश्यक और अनुमत है तथा यह परिषद या इसकी प्रतिबंध समिति द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं करती है। यूएनएससी की अध्यक्ष और संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, हमारी चिंताएं आतंकवादी संगठनों द्वारा इस तरह की मानवीय छूट का भरपूर फायदा उठाने और 1267 प्रतिबंध समिति सहित अन्य प्रतिबंध समितियों का मजाक बनाने के स्पष्ट उदाहरणों से उत्पन्न हुई हैं। कंबोज ने पाकिस्तान और उसकी जमीन पर मौजूद आतंकी संगठनों का भी परोक्ष रूप से जिक्र किया। उन्होंने कहा, हमारे पड़ोस में कई आतंकवादी संगठनों द्वारा इन प्रतिबंधों से बचने के लिए खुद को मानवीय संगठनों और नागरिक समाज समूहों के रूप में पुनर्स्थापित किए जाने के कई मामले सामने आए हैं। इनमें परिषद द्वारा प्रतिबंधित संगठन भी शामिल हैं। कंबोज का इशारा जमात-उद-दावा (जेयूडी) की तरफ था, जो खुद को एक परोपकारी संगठन बताता है, लेकिन उसे व्यापक स्तर पर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े अग्रिम संगठन के रूप में देखा जाता है। जमात और लश्कर द्वारा संचालित संस्था फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) द्वारा समर्थित अल रहमत ट्रस्ट भी पाकिस्तान में स्थित हैं। कंबोज ने कहा, ये आतंकवादी संगठन धन जुटाने और लड़ाकों की भर्ती करने के लिए मानवीय सहायता के क्षेत्र में छूट का फायदा उठाते हैं। उन्होंने कहा, भारत 1267 (प्रतिबंध समिति) के तहत प्रतिबंधित उन संगठनों को मानवीय सहायता प्रदान करते समय उचित सावधानी बरतने का आह्वान करता है, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा सार्वभौमिक रूप से आतंकवादी पनाहगाह के रूप में स्वीकार किए गए क्षेत्रों में सरकार के पूर्ण समर्थन के साथ फलते-फूलते हैं। कंबोज ने दोहराया कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों द्वारा इस छूट से मिलने वाले मानवीय कवच का दुरुपयोग किसी भी परिस्थिति में क्षेत्र या उससे परे अपनी गतिविधियों को विस्तार देने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस तरह की छूट से आतंकवादी संगठनों को हमारे क्षेत्र की राजनीति की ‘मुख्यधारा’ में आने में मदद नहीं मिलनी चाहिए। इसलिए इस प्रस्ताव के क्रियान्वयन में अत्यधिक सावधानी बरते जाने की जरूरत है।

Mahila Cricket: मूर्खतापूर्ण गलतियों के कारण मैच गंवाना पड़ा: दीप्ति

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Mahila Cricket: मूर्खतापूर्ण गलतियों के कारण मैच गंवाना पड़ा: दीप्ति

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calendar02 Dec 2025 03:17 AM
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Mahila Cricket: नवी मुंबई। भारत की स्टार ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने पांच टी20 मैचों की श्रृंखला के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया से नौ विकेट से हार के बाद कहा कि उनकी टीम को अपनी ‘मूर्खतापूर्ण गलतियों’ के कारण मैच गंवाना पड़ा।

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भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 173 रन का लक्ष्य रखा था लेकिन उसका क्षेत्ररक्षण बेहद खराब रहा। राधा यादव ने बेथ मूनी को जीवनदान दिया जिसका फायदा उठाकर इस ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ने 57 गेंदों पर 89 रन बनाकर मैच की विजेता पारी खेली। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 172 रन बनाए थे जिसमें दीप्ति ने 15 गेंदों पर नाबाद 36 रन का योगदान दिया था। दीप्ति ने मैच के बाद पत्रकारों से कहा, हमने अच्छा स्कोर बनाया था लेकिन मुझे लगता है कि हम क्षेत्ररक्षण में बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। हमने कुछ ढीली गेंदबाजी भी की। हमें श्रृंखला में वापसी करने के लिए मूर्खतापूर्ण गलतियों से बचना होगा। उन्होंने कहा, लेकिन जीत और हार खेल का हिस्सा है। हमने बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सामान्य रवैया अपनाया और हम अनुकूल परिणाम हासिल करना चाहते थे। हमें अपनी रणनीति को अच्छी तरह से लागू करने की जरूरत है। इस भारतीय ऑलराउंडर ने हालांकि हार के लिए ओस को दोषी नहीं ठहराया। दीप्ति नहीं कहा, ओस पड़ रही थी और सात आठ ओवर के बाद उसका प्रभाव दिखने लग गया था लेकिन यह बहाना नहीं हो सकता है।

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