Precious Stones: बांदा के शजर पत्थर को मिला जीआई टैग, पहले मिल चुका है OD-OP का टैग

Shazar
Precious Stones:
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:52 PM
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  Precious Stones: यूपी के बांदा जिले के प्रमुख उत्पाद शजर पत्थर को जीआई टैग मिलने से कारोबारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। एक जिला-एक उत्पाद के तहत शजर पत्थर को पहले ही पहचान मिल चुकी है और जीआई टैग मिलने से इस उद्योग को पंख लग जाएंगे। अब पूरे देश में बिकेगा शजर पत्थर बांदा की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि शजर पत्थर को जीआई टैग प्राप्त हो चुका है। इससे कारोबारी शजर पत्थर को पूरे देश में पहुंचा सकते हैं। जीआई टैग एक प्रकार का मुहर है, जो किसी भी प्रोडक्ट के लिए प्रदान की जाती है। इस मोहर के प्राप्त होने जाने के बाद प्रोडक्ट को विशेष महत्व प्राप्त हो जाता है। अब सिर्फ बांदा में होगा शजर का कारोबार जीआई टैग मिलने से बांदा के अलावा कहीं और शजर का कारोबार नहीं होगा। साथ ही साथ उस क्षेत्र को सामूहिक रूप से इसके उत्पादन का एकाधिकार प्राप्त हो जाता है। इसके लिए शर्त यह है कि उस वस्तु का उत्पादन या प्रोसेसिंग उसी क्षेत्र में होना चाहिए, जहां के लिए टैग किया जाना है। जीआई टैग के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होंगे। कहा jजा रहा है कि शजर पत्थर की  देश और दुनिया में अलग पहचान होगी। जीआई टैग जनपद की समृद्ध संस्कृति और सामूहिक बौद्धिक विरासत का हिस्सा बनेगा । जनपद के स्ट्रेजर को जीआई टैग गुणवत्ता का आश्वासन देता है। साथ ही साथ जिले के अलावा कहीं भी शजर का कारोबार नहीं होगा। [caption id="attachment_81181" align="aligncenter" width="1079"]precious stones precious stones[/caption]

क्या होता है जीआई टैग

किसी भी रीजन का जो क्षेत्रीय उत्पाद होता है, उससे उस क्षेत्र की पहचान होती है। उस उत्पाद की ख्याति जब देश-दुनिया में फैलती है तो उसे प्रमाणित करने के लिए एक प्रक्रिया होती है। जिसे जीआई टैग यानी जीओग्राफिकल इंडीकेटर (Geographical Indications) कहते हैं। जिसे हिंदी में भौगोलिक संकेतक नाम से जाना जाता है। [caption id="attachment_81183" align="aligncenter" width="730"]precious stones precious stones[/caption]

400 वर्ष पूर्व हुई थी शजर पत्थर की खोज

400 वर्ष पूर्व अरब से आये लोगों ने केन नदी में पाये जाने वाले इस पत्थर की खोज की थी और इसका नाम शजर रखा था। बांदा के स्थानीय लोगों के मुताबिक, शरद पूर्णिमा की चांदनी रात चंद्रमा की किरणें शजर पत्थर पर पड़ती हैं तो इन पर झाड़ियां, पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, मानव और नदी धारा के चित्र उभरते हैं। वहीं, वैज्ञानिकों का मानना है कि शजर पत्थर पर उभरने वाली आकृति फंगस ग्रोथ है और कुछ नहीं।केन नदी में पाया जाने वाला शजर पत्थर खूबसूरत तो होता ही है, इसका धार्मिक महत्व भी कम नहीं है। मुसलमान जब हज पर जाते हैं तो इसे साथ लेकर जाते हैं और इस पर कुरान की आयतें लिखवाते हैं। हिंदू व अन्य समुदाय के लोग इस पत्थर को सोने-चांदी की अंगूठी में जड़वाकर पहनते हैं। अरब देशों में इसे 'हकीक' और भारत में स्फटिक कहा जाता है।

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  Precious Stones: यूपी के बांदा जिले के प्रमुख उत्पाद शजर पत्थर को जीआई टैग मिलने से कारोबारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। एक जिला-एक उत्पाद के तहत शजर पत्थर को पहले ही पहचान मिल चुकी है और जीआई टैग मिलने से इस उद्योग को पंख लग जाएंगे। अब पूरे देश में बिकेगा शजर पत्थर बांदा की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि शजर पत्थर को जीआई टैग प्राप्त हो चुका है। इससे कारोबारी शजर पत्थर को पूरे देश में पहुंचा सकते हैं। जीआई टैग एक प्रकार का मुहर है, जो किसी भी प्रोडक्ट के लिए प्रदान की जाती है। इस मोहर के प्राप्त होने जाने के बाद प्रोडक्ट को विशेष महत्व प्राप्त हो जाता है। अब सिर्फ बांदा में होगा शजर का कारोबार जीआई टैग मिलने से बांदा के अलावा कहीं और शजर का कारोबार नहीं होगा। साथ ही साथ उस क्षेत्र को सामूहिक रूप से इसके उत्पादन का एकाधिकार प्राप्त हो जाता है। इसके लिए शर्त यह है कि उस वस्तु का उत्पादन या प्रोसेसिंग उसी क्षेत्र में होना चाहिए, जहां के लिए टैग किया जाना है। जीआई टैग के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होंगे। कहा jजा रहा है कि शजर पत्थर की  देश और दुनिया में अलग पहचान होगी। जीआई टैग जनपद की समृद्ध संस्कृति और सामूहिक बौद्धिक विरासत का हिस्सा बनेगा । जनपद के स्ट्रेजर को जीआई टैग गुणवत्ता का आश्वासन देता है। साथ ही साथ जिले के अलावा कहीं भी शजर का कारोबार नहीं होगा। [caption id="attachment_81181" align="aligncenter" width="1079"]precious stones precious stones[/caption]

क्या होता है जीआई टैग

किसी भी रीजन का जो क्षेत्रीय उत्पाद होता है, उससे उस क्षेत्र की पहचान होती है। उस उत्पाद की ख्याति जब देश-दुनिया में फैलती है तो उसे प्रमाणित करने के लिए एक प्रक्रिया होती है। जिसे जीआई टैग यानी जीओग्राफिकल इंडीकेटर (Geographical Indications) कहते हैं। जिसे हिंदी में भौगोलिक संकेतक नाम से जाना जाता है। [caption id="attachment_81183" align="aligncenter" width="730"]precious stones precious stones[/caption]

400 वर्ष पूर्व हुई थी शजर पत्थर की खोज

400 वर्ष पूर्व अरब से आये लोगों ने केन नदी में पाये जाने वाले इस पत्थर की खोज की थी और इसका नाम शजर रखा था। बांदा के स्थानीय लोगों के मुताबिक, शरद पूर्णिमा की चांदनी रात चंद्रमा की किरणें शजर पत्थर पर पड़ती हैं तो इन पर झाड़ियां, पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, मानव और नदी धारा के चित्र उभरते हैं। वहीं, वैज्ञानिकों का मानना है कि शजर पत्थर पर उभरने वाली आकृति फंगस ग्रोथ है और कुछ नहीं।केन नदी में पाया जाने वाला शजर पत्थर खूबसूरत तो होता ही है, इसका धार्मिक महत्व भी कम नहीं है। मुसलमान जब हज पर जाते हैं तो इसे साथ लेकर जाते हैं और इस पर कुरान की आयतें लिखवाते हैं। हिंदू व अन्य समुदाय के लोग इस पत्थर को सोने-चांदी की अंगूठी में जड़वाकर पहनते हैं। अरब देशों में इसे 'हकीक' और भारत में स्फटिक कहा जाता है।

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Plants with Positive Energy : पाजिटिव एनर्जी के लिए घर में जरूर लगाएं ये पौधे

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Plants with Positive Energy: Plant these plants at home for positivity energy
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userचेतना मंच
calendar01 Apr 2023 09:34 PM
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  Plants with Positive Energy :  पौधे हमारे पर्यावरण को साफ रखते हैं ।  आउटडोर प्लांट्स तो हम अपने घर में नहीं लगा सकते हैं लेकिन कुछ ऐसे इंडोर प्लांट्स होते हैं जो आपको अपने घर में जरूर लगाने चाहिए ये वातावरण को शुद्ध करेंगे और घर में पाजिटिविटी लाएंगे | तुलसी का पौधा तुलसी का पौधा लगाने से घर में पाजिटिविटी आती है और जीवन में आर्थिक सफलता प्राप्त होती है, वास्तु के अनुसार तुलसी के पौधा आर्थिक स्थिति के लिए भी शुभ माना जाता है। तुलसी स्वास्थ्य, त्वचा और बालों के लिए भी बहुत अच्छी होती है ।  तुलसी एक नेचुरल इम्युनिटी बूस्टर है ।  तुलसी का पौधा साफ़ जगह पर लगाएं और पौधे को हमेशा साफ़ पानी दे। [caption id="attachment_79093" align="aligncenter" width="648"]tulsi tulsi[/caption]

Plants with Positive Energy :

जेड का पौधा यह एक इंडोर प्लांट होता है इसको घर के अंदर आसानी से कम देखभाल करके भी लगाया जा सकता है ।  जेड का पौधा धन को आकर्षित करने में सफल माना  जाता है और यह नेगेटिविटी को बाहर करता है। यह व्यक्ति के भाग्य को बेहतर करने में मदद कर सकता है इसी लिए इसको लकी प्लांट भी कहा जाता है | zed स्नेक प्लांट स्नेक प्लांट का पौधा घर में फैली हुई हानिकारक हवा सोखता है और हवा को शुद्ध करता है। यह पौधा दिन और रात, दोनों समय कार्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन में परिवर्तित करता है। यह पौधा मानसिक सुकून पहुंचाने में मदद करता है और जीवन में सुख शांति लाता है ।  यह पौधा करियर और व्यवसाय में उन्नति प्रदान करता है | आंवला प्लांट आंवले का पौधा निगेटिविटी और दरिद्रता को दूर करता है। आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, यह स्किन और इम्यून सिस्टम के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आंवला आँखों की रौशनी के लिए भी बहुत अच्छा होता है ।  यह हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह पेशेंट के लिए बहुत उपयोगी होता है , यह बैक्टीरियल बीमारियों को रोकने में मदद करता है | [caption id="attachment_79086" align="aligncenter" width="672"]ANWALA ANWALA[/caption] बांस का पौधा यह एक शुभ पौधा माना जाता है। बांस घर में सुख, शांति, सौभाग्य लाता है। लोग इस पौधे को गिफ्ट भी करते हैं। बांस पर्यावरण को साफ करता है, यह नेचुरल एयर प्यूरीफायर होता है । इसको ऐसी जगह उगाया जाना चाहिए जहाँ सूर्य का प्रकाश कम हो |

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लैवेंडर का पौधा इस पौधे की खुशबू बेहद आकर्षक होती है यह मन को शांत करता है और तनाव को कम करने में मदद करता है। लैवेंडर की खुशबू मन शांत करने में बहुत सहायता करती है | लैवेंडर ऑयल, स्किन और बालों के लिए बहुत अच्छा होता है और यह देखने में भी बहुत सुन्दर होता है। तनुश्री त्रिवेदी