Child Care : बच्चों की कल्पनाओं और सोच को विस्तार देने के लियें उनसे बात करना जरुरी है । एक नयें शोध मे वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि छोटे बच्चों से लगातार बात करने पर उनके दिमाग की शक्ति बढ़ती है । उनके मुताबिक बात करने से बच्चों मे आत्मविश्वास बढ़ता है और उन्हें अभिव्यक्ति के मौके भी मिलते है ।
बात करने से बच्चों मे आत्मविश्वास बढ़ता है
यह अध्यन इंग्लैंड के नार्विच स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ़ ईस्ट एंग्लिया के शोधकर्ताओं ने किया। उन्होनें बताया की ढाई साल के जिन बच्चों ने रोजमर्रा की जिंदगी मे अधिक भाषण सुना,उनके मस्तिष्क मे मायेलिन नाम का पदार्थ अधिक पाया गया। यह पदार्थ भाषा संबंधी क्षेत्रों के संकेतों को अधिक कुशल बनाने में मददगार होता है । शोधकर्ता प्रोफ़ेसर जॉन स्पेंसर ने कहा,शुरु के दो वर्षों में बच्चों का मस्तिष्क तेजी से विकसित होता है । इन दो वर्षो तक दिमाग वयस्क मस्तिष्क की मात्रा के 80 फीसदी तक होता है ।
क्या है मायोलिन:
मायोलिन प्रोटीन और वसायुक्त पदार्थों से बना होता है और मस्तिष्क के चारो ओर एक इन्सुलेट परत बनाता है । यानी एक नली के पाइप जैसा,जिसमे कई छेद होते है । यह मायेलिन इन पाइपो पर रहते है । यह दिमाग के तंतुओं को अलग करता है । इससे मस्तिष्क मे अन्य सिग्नल तेजी से प्रवेश करतें है । क्षतिग्रस्त होने पर आवेग की क्रिया धीमी होती है ।
इन तरीकों से मायोलिन बढ़ाये:
•खेल के दौरान बातचीत करें
•हाव-भाव और तस्वीरों का उपयोग करें
•बच्चों की बातों को ध्यान से सुनें
•गलत करने पर सही तरीके से समझाएं
•बात के दौरान जल्दबाजी नहीं करें
•घटित हो रही घटनाओं पर भी बात करें
•गीत संगीत या ध्वनि का भी उपयोग करें