Life Style: स्मार्ट फोन आजकल इंसान की सबसे बड़ी जरुरत है ।इसके बिना सब काम अधूरे है,लेकिन अब यही स्मार्ट फोन बच्चो के लिये मीठा जहर साबित होने लगा है ।एक नये शोध मे साबित हुआ है कि रोजाना तीन घंटे से ज्यादा अधिक स्मार्ट फोन के इस्तेमाल से बच्चों मे कमर दर्द की शिकायत बढ़ रही है ।लगातार मोबाइल फोन के इस्तेमाल से आंखों को भारी नुकसान पहुंचता है। दरअसल मोबाइल फोन की नीली स्क्रीन आंखों को काफी नुकसान पहुंचा सकती है।
बच्चों मे ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल घातक साबित हो रहा है
करोना महामारी के कारण ऑनलाइन कक्षा होने से स्मार्ट फोन और टैबलेट का स्तेमाल काफी हद तक बढ़ गया है । ऐसे मे कमर दर्द के साथ आँखो की रोशनी कम होने और रीढ़ की हड्डी मे दर्द जैसी शिकायते बढ़ गई है ।एफएपीईएसपी द्वारा वित्तपोषित ब्राजील की संस्था ने इस अध्यन को किया है ।
Life Style: रीढ़ की हड्डी मे दिक्कतों के लिये स्मार्ट फोन जिम्मेदार
उन्होंने रीढ़ की हड्डी मे दिक्कतों के कारण को लेकर एक शोध किया है । इसमे पता चला की कमर दर्द और रीढ़ की हड्डीयों मे परेशानी की वजह दिन मे तीन घंटे से अधिक समय किसी भी तरह की स्क्रीन को देखने से हो रही है । यह अध्यन थोरैसिक स्पाइन पेन पर केन्द्रित था। थोरैसिक रीढ़ छाती के पीछे स्थित होती है,जो कंधे की हड्डियों के बीच और गर्दन के नीचे से कमर तक फैली हुई है । मोबाइल के अत्यधिक स्तेमाल से बच्चों की सेहत पर व्यापक असर पड़ा । रीढ़ की हड्डी मे दिक्कतों के लिये स्मार्ट फोन जिम्मेदार रहा है ।
Life Style: एफएपीईएसपी द्वारा वित्तपोषित ब्राजील की संस्था ने इस अध्यन को किया है
कलाई से अंगूठे की नसों में दर्द वा सूजन रहना ।
मांसपेशियों मे तनाव होने से हर वक्त दर्द होना।
कान मे मोबाइल की घंटी सुनाई देते रहना।
इन सभी प्रकार की बिमारियों के लिये मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल जिम्मेदार है ।