Friday, 29 March 2024

जन्मदिन : 93 साल का ही गया है चुलबुला ‘मिकी माउस’

विनय संकोची ज्यादातर बच्चों का पूरा बचपन जिस एक कार्टून किरदार के सबसे करीब रहा है, उसका नाम है ‘मिकी…

जन्मदिन : 93 साल का ही गया है चुलबुला ‘मिकी माउस’

विनय संकोची

ज्यादातर बच्चों का पूरा बचपन जिस एक कार्टून किरदार के सबसे करीब रहा है, उसका नाम है ‘मिकी माउस’। इसे वाल्ट डिज्नी ने ‘पैदा’ किया था। आधिकारिक तौर पर ‘मिकी माउस’ सबसे पहले साल 18 नवंबर,1928 के दिन ही दिखा था। मिकी माउस दुनिया के इतिहास का ऐसा पहला कार्टून किरदार है जिसने बोलना शुरू किया। मिकी द्वारा बोला गया पहला शब्द ‘हॉट डॉग’ था।

आज मिकी माउस 93 वर्ष का बच्चा है। बच्चा इसलिए क्योंकि मिकी आज भी ठीक पहले की तरह ही है, हमें हंसाता गुदगुदाता हुआ। कम लोगों को ही इस बात की जानकारी है कि साल 1929 से 1946 के बीच मिकी और मिनी की आवाज के पीछे वॉल्ट डिज्नी खुद ही थे।

मिकी माउस के निर्माण के लिए वॉल्ट डिज्नी को साल 1932 में ऑस्कर पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मित्र राष्ट्रों की सेनाओं के खुफिया अफसरों ने ‘मिकी माउस’ नाम को पासवर्ड के रूप में प्रयोग किया था। डिज्नी द्वारा बनाई गई फिल्मों में पहला गाना ‘यू हू’ था, जिसे मिनी पर फिल्माया गया था।

मिकी कार्टून किरदार के निर्माण की सबसे अलग बात यह है कि वॉल्ट डिज्नी खुद ही चूहों से डरते थे। इसके बावजूद उन्होंने इस किरदार को ऐसा बनाया और उसे अपनी आवाज भी दी। मिकी माउस के कान देखने में भले ही टेढ़े दिखाई देते हों, मगर वे हमेशा गोलाकार होते हैं।

वॉल्ट डिज्नी ने इन्हें पहले पहल ‘मोरटाइमर हाउस’ का नाम दिया था। उनकी पत्नी ने उन्हें यह नाम रखने के लिए कन्विंस किया। हॉलीवुड के वॉक ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले कार्टून किरदार का नाम मिकी माउस है।

वॉल्ट डिज्नी को कार्टून बनाने का शौक था, लेकिन कोई भी अखबार या पत्रिका का संपादक उसको काम नहीं देता था। लेकिन वॉल्ट डिज्नी को जब भी समय मिलता, वह कागज-कलम लेकर कार्टून बनाने बैठ जाता था। वह चाहता था कि अपने शौक को ही रोजगार का माध्यम बनाए। जिन समाचार-पत्रों को साक्षात्कार दिया, उन सभी ने वॉल्ट डिज्नी को यह कह कर लौटा दिया कि उसमें प्रतिभा की कमी है। डिज्नी अपनी धुन का पक्का था, उसने कार्टून बनाना जारी रखा। उसे पूरा विश्वास था कि एक दिन लोग उसकी कला की सराहेंगे।

एक दिन एक चर्च के पादरी ने वॉल्ट डिज्नी को एक कार्टून बनाने के लिए कहा। डिज्नी ने पादरी से चर्च में बैठकर कार्टून बनाने की अनुमति मांगी जो उसे मिल गई। जब वह कार्टून बना रहा था तो वहां अजीब सी आवाजें सुनाई दीं। वॉल्ट डिज्नी ने इधर-उधर देखा तो पाया कि बहुत सारे चूहे वहां पर उछलकूद रहे थे। चूहों की उछलकूद देख कर वह एकटक उनकी गतिविधियां देखने लगा। कुछ देर बाद उसके मन में ख्याल आया कि क्यों न चूहे का कार्टून बनाया जाए और इस तरह चर्च में मिकी माउस का जन्म हुआ। वॉल्ट डिज्नी के मिकी माउस ने कुछ ही समय में पूरी दुनिया में धूम मचा दी। आज भी मिकी माउस का कार्टून बच्चों की पहली पसंद है।

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