आसमां पे घर बनाना चाहिए,
हौसलों को आज़माना चाहिए।
आईने का ये गिला जायज़ है के,
एक ही चेहरा दिखाना चाहिए।
तोड़ना इनको तो आसान है मगर,
अब के रिश्तों को निभाना चाहिए।
नींद आती है नहीं मां फिर मुझे,
गोद तेरी का सिरहाना चाहिए।
रहते रहते बात दिल में रह गई,
कहते कहते कह ही जाना चाहिए।
रात और दिन पर कहां मर्ज़ी चले,
बस दिया दिल में जलाना चाहिए।
आज उनकी बात दिल को जा लगी,
सोच कर ही दिल लगाना चाहिए।
दो किनारों बीच कब से बह रहे,
साहिल तक इस बार जाना चाहिए।

- जस्सी
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