Lucknow News : लखनऊ विश्वविद्यालय में MBA स्टूडेंट्स के सिलेबस में जल्द एक नया पाठ्यक्रम शुरू होने वाला है। जिसमें अयोध्या के परिवर्तन के बारे में पढ़ाया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ विश्वविद्यालय में इस नए मॉड्यूल को 22 जनवरी को होने वाली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर जोड़ा गया है। जो एक प्राचीन आध्यात्मिक केंद्र से एक समकालीन तीर्थ स्थल के रूप में शहर के विकास का संकेत देता है। इसके जरिए लखनऊ विश्वविद्यालय के एमबीए स्टूडेंट्स मैनेजमेंट के लिहाज से अयोध्या के वास्तविक समय परिवर्तन को पढ़ेंगे। बताया जा रहा है कि इसे अगले सत्र से चौथे सेमेस्टर में ‘इनोवेशन एंड डिजाइन थिंकिंग’ में चार क्रेडिट के तौर पर जोड़ा जाएगा।
क्या है अयोध्या के पाठ को जोड़ने की वजह
जानकारी के अनुसार अयोध्या को दुनिया के सबसे बड़े तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां होटल, ट्रैवल्स के साथ कई सेक्टर में व्यापार की बढ़ने की संभावनाएं दिख रही हैं। ऐसे में बड़ी कंपनियां भी अयोध्या में निवेश का रास्ता ढूंढ़ ही लेंगी। जिसके बाद उन्हें एमबीए स्टूडेंट्स की जरूरत पड़ेगी, जिनको अयोध्या के बारे में बेहतर तरीके से पता हों। इन संभावनाओं से जाहिर है कि लखनऊ यूनिवर्सिटी से एमबीए करने वाले स्टूडेंट्स की डिमांड बढ़ सकती है। Lucknow News
केस स्टडी को बनाया जाएगा आधार
बताया जा रहा है कि यह कोर्स शहर के विकास के स्तरों पर प्रकाश डालेगा। इससे छात्रों को अयोध्या में किए गए सभी तरह के परिवर्तन और अयोध्या के निवासियों के जीवन पर इसके प्रभाव के बारे में जानकारी मिलने में मदद मिलेगी। ‘अयोध्या के परिवर्तन’ टॉपिक में स्टूडेंट्स को अयोध्या को अच्छे से समझने का मौका मिलेगा। इसमें अयोध्या के लोगों से बात करने और प्रक्रिया का विश्लेषण करने के लिए इंटर्नशिप, परियोजनाओं और क्षेत्र अध्ययन को भी शामिल किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम का मकसद एक प्राचीन शहर से एक अधुनिक तीर्थ स्थल में होने वाले परिवर्तन का अध्ययन करना है। जिससे आगे चलकर अयोध्या को काफी फायदा होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
रामलला प्राण प्रतिष्ठा : 506 राज्य अतिथि होंगे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।