American Apple: अमेरिकी सेब पर आयात शुल्क घटाने से हिमाचल और कश्मीर में सेब उगाने वाले किसान सरकार से बेहद नाराज हैं। केंद्र सरकार ने USA से आयात होने वाले सेब पर आयात शुल्क में 20% कटौती की घोषणा की है। इससे उत्पादन करने में अग्रणी हिमाचल और जम्मू कश्मीर के किसान बेहद नाराज हैं उनका कहना है कि कटौती से देसी सेबों के दामों में भारी गिरावट आएगी।
किसानों के समर्थन में आगे आए राकेश टिकैत
किसानों के इस दर्द में बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी खुलकर किसानों के समर्थन में आ गए हैं। एक ट्वीट करते हुए राकेश टिकैत ने लिखा है “स्पेशल पैकेज की मांग कर रहे apple किसानों की मुसीबत और बढ़ेगी । आयात शुल्क बढ़ाने के बजाय 20 % घटाने से देश का सेब उत्पादक ठगा गया ।अमेरिका से दोस्ती कर प्रधानमंत्री ने अपने किसानों को यह कड़वा तोहफा दिया। सरकार सुध ले वरना किसान सड़क पर उतरने को मजबूर होगा।”
स्पेशल पैकेज की मांग कर रहे #apple किसानों की मुसीबत और बढ़ेगी। आयात शुल्क बढ़ाने के बजाय 20% घटाने से देश का सेब उत्पादक ठगा गया। अमेरिका से दोस्ती कर प्रधानमंत्री के अपने किसानों ये कड़वा तोहफा दिया। सरकार सुध ले वरना किसान सड़क पर उतरने को मजबूर होगा। @ANI @PTI_News @PMOIndia pic.twitter.com/QEHyqNJqKe
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) July 1, 2023
राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर सरकार इस फैसले पर पुनर्विचार नहीं करती है तो इसके लिए सड़क पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा।
कहां तो हिमाचल और जम्मू कश्मीर के किसान सरकार से विदेशी सेब के आयात शुल्क को दुगना करने की मांग कर रहे थे, लेकिन यहां तो सरकार ने अमेरिका से दोस्ती दिखाते हुए घरेलू किसानों पर अपनी दोस्ती का बोझा लाद दिया है । हिमाचल के किसानों ने फिलहाल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस मुद्दे को केंद्र सरकार के सामने उठाने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को केंद्र के सामने उठाने का आश्वासन भी दिया है।
American Apple : अमेरिका से दोस्ती का बुरा सिला मिला किसानो को
बात अगर करें हिमाचल के सेब कारोबार की तो इससे इस कारोबार पर काफी बुरा असर पड़ेगा । अमेरिकी बाजार से सस्ता सेब मिलने से हिमाचल की सेब की खरीद पर बुरा असर होगा। हिमाचल में 5 लाख से ज्यादा लोग सेब की बागवानी से जुड़े हैं ,और सालाना उत्पादन से 5000 करोड़ और कश्मीर में 7 से 8000 करोड का कारोबार होता है । 4 साल पहले केंद्र सरकार ने विदेशी आयात शुल्क में बढ़ोतरी की थी तब विदेशी सेब की आवक कम हो गई थी।
कटौती का फैसला घरेलू किसानों की आर्थिक कमर ही तोड़ कर रख देगा
किसानों को कहना है कि शुल्क में कटौती केंद्र सरकार का अन्याय पूर्ण कदम है। इससे किसानो की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ेगा। किसानो ने कहा है कि अमेरिका में आधुनिक तरीके से सेव उगाए जाते हैं और American Apple देखने में आकर्षक भी होते हैं । जबकि भारत में सेब की बागवानी काफी चुनौती भरी है इसलिए इसकी उत्पादन लागत American Apple से अधिक होती है। पर अब आयात शुल्क में कटौती का फैसला घरेलू किसानों की आर्थिक कमर ही तोड़ कर रख देगा । कई सेब उत्पादन करने वाले किसान तो अब इस काम को ही छोड़ने का मन बना रहे हैं।