Sunday, 22 June 2025

China : चीन की बादशाहत होगी खत्म? भारत की स्वदेशी मोबाइल चिप क्रांति

China : भारत सरकार ने सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाने की योजना बनाई है, जिससे चीन…

China : चीन की बादशाहत होगी खत्म? भारत की स्वदेशी मोबाइल चिप क्रांति

China : भारत सरकार ने सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाने की योजना बनाई है, जिससे चीन की चिप बाजार में बादशाहत को चुनौती दी जा सकती है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत, भारत जल्द ही स्वदेशी मोबाइल चिप निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।

तेजी से बढ़ता भारत का स्मार्टफोन बाजार

भारत का स्मार्टफोन बाजार लगातार विस्तार कर रहा है और यह जल्द ही चीन को पीछे छोड़ सकता है। स्मार्टफोन की बढ़ती मांग और देश में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की संख्या में तेजी से वृद्धि ने भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार बना दिया है। सरकार भी इस अवसर को भुनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सेमीकंडक्टर निर्माण को लेकर भारत में बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है, जिससे अमेरिका और चीन के दबदबे को चुनौती दी जा सके।

सेमीकंडक्टर बाजार को मिलेगा बूस्ट

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और दूरसंचार विभाग (DoT) ने मिलकर एक ठोस योजना तैयार की है, जिससे भारत के सेमीकंडक्टर और स्मार्टफोन बाजार को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। सरकार के आत्मनिर्भर भारत योजना और इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के तहत, देश में सेमीकंडक्टर निर्माण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं।

MeitY के सचिव एस. कृष्णन ने एक कार्यक्रम में बताया कि भारत में मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच चिपसेट का निर्माण बेहद महत्वपूर्ण है। सरकार डिज़ाइन-लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) स्कीम के तहत स्थानीय स्तर पर सेमीकंडक्टर निर्माण को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। इस साल के बजट में भी सेमीकंडक्टर क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया गया है।

बजट में 83% की बढ़ोतरी, भारत का बड़ा निवेश

भारत सरकार ने इस वर्ष सेमीकंडक्टर मिशन के लिए बजट में 83% की बढ़ोतरी की है। 2024 के बजट में सरकार ने इस क्षेत्र के लिए 7,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जबकि प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम का बजट बढ़ाकर 9,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है। हालांकि, चीन का सेमीकंडक्टर बजट अभी भी 47 बिलियन डॉलर (लगभग 4 लाख करोड़ रुपये) के करीब है, लेकिन भारत की यह नई पहल आने वाले वर्षों में गेम-चेंजर साबित हो सकती है।

सेमीकंडक्टर और AI का बढ़ता प्रभाव

सेमीकंडक्टर उद्योग का सीधा प्रभाव भारत के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलपमेंट पर भी पड़ेगा। अत्याधुनिक चिप्स के निर्माण से AI आधारित एप्लिकेशन और टेक्नोलॉजी को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। भारत में AI का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहा है और स्वदेशी सेमीकंडक्टर निर्माण से इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आने की संभावना है। China :

 

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