Firing In Bihar: बिहार के कटिहार से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, यहाँ अपने गाँव के लिए बिजली की मांग कर रहे आक्रोशित लोगों को बिजली तो नहीं मिल पाई, लेकिन उन ग्रामीणों को सुशासन पुलिस ने बदले में बिजली की जगह गोली जरूर दे दी। जिससे इस घटना में जहाँ कुछ लोग घायल हो गए हैं और कुछ मारे भी गए हैं।
बिजली के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फायरिंग
Firing In Bihar: बिहार के कटिहार जिले के बारसोई प्रखण्ड दफ्तर के आसपास के इलाके के लोग बिजली की खराब व्यवस्था से परेशान होकर विभाग के कार्यालय में प्रदर्शन करने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि जब आंदोलनकारी (Agitator) ज्यादा ही आक्रोशित हो गए, तो उन पर बिहार पुलिस (Bihar Police) ने ओपन फायरिंग कर दी।
दावा किया जा रहा है कि इस फायरिंग में 3 प्रदर्शनकारियों (Protesters) की मौत हो गई है, जबकि 2 लोग घायल हो गए हैं। हालांकि पुलिस ने सिर्फ एक मौत की पुष्टि की है, साथ ही कुछ लोगों के घायल होने की बात भी स्वीकार की है। पुलिस के अनुसार वासल गांव निवासी 34 वर्षीय खुर्शीद आलम की इस घटना में मौत हो गई है।
पुलिस का दावा उग्र भीड़ ने किया पथराव
Firing In Bihar: पुलिस का कहना है कि उग्र भीड़ ने बिजली विभाग (Electricity Department) के कर्मचारियों और पुलिस वालों पर पथराव किया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इसलिए उन्होने मजबूरन सिर्फ हवा में ही फायरिंग की थी। उनका दावा है कि खुर्शीद आलम की मौत उनकी फायरिंग के कारण नहीं, बल्कि प्रदर्शनकारियों के पथराव के कारण हुई है।
पुलिस के उच्च अधिकारियों ने भी गोलीबारी के आदेश दिए जाने के निर्णय पर अपनी अनभिज्ञता जाहिर की है। उनका कहना है कि पुलिस को फायरिंग के आदेश नहीं दिए गए थे। अगर ऐसा हुआ है तो जांच की जाएगी। विपक्षी दल बीजेपी ने भी मौके का फायदा उठाते हुए इसे नीतीश सरकार (Nitish Government) की नाकामी बताया है। वैसे ये बिहार पुलिस की निष्ठुरता का पहला मामला नहीं है, हाल ही में ऐसे कई उदाहरण सामने आ चुके हैं, जब पुलिस ने बर्बरता दिखाई हो।