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G 20 Summit: G20 के आयोजन में कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहती भारत सरकार, 9 व 10 सितंबर को दिल्ली में जमा होंगे 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष

G 20 Summit

G 20 Summit

G 20 Summit: बहुप्रतीक्षित जी 20 समिट (G 20 Summit) के आयोजन में अब बहुत कम समय बचा है। जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली (New Delhi) में होना है। इस भव्य आयोजन में ग्रुप 20 के सभी सदस्य देश तो भाग लेंगे ही। साथ ही इस अवसर पर आमंत्रित किए गए देशों के तौर पर 9 देशों के राष्ट्र प्रमुख भी इसमें भाग लेंगे।

G 20 Summit: जी 20 के अध्यक्ष के तौर पर मेजबान भारत (India) इसकी तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता, इसलिए उसने इस भव्य आयोजन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। भारत सरकार की हर संभव कोशिश है, कि इसका आयोजन यादगार रहे और दुनिया भारत की शक्ति को देखकर उसका लोहा माने।

G 20 Summit: ऐसा होगा आयोजन स्थल

नई दिल्ली में 9 और 10 सितम्बर को होने वाली जी 20 की इस बैठक में दुनियाभर के बड़े नेता शिरकत करेंगे। इसका आयोजन प्रगति मैदान के जिस परिसर में होना है उसे ‘भारत मंडपम’ (Bharat Mandapam) नाम दिया गया है। करीब 123 एकड़ में फैले इस परिसर को बनाने में करीब 2,700 करोड़ रुपये का खर्च आया है।

G 20 Summit: इसके अलावा पूरे दिल्ली शहर को भी दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं। इस सम्मेलन के दौरान बसों के रूट को भी डाइवर्ट किया जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि मीटिंग के दौरान कुछ स्कूलों को भी बंद किया जा सकता है।

भारत मंडपम

ये देश होंगे इस आलीशान आयोजन के गवाह

G 20 Summit: इस आयोजन में जी 20 के सदस्य के तौर पर मेजबान भारत के अलावा अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाईटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल होंगे।

जी 20 समूह के सदस्यों के अतिरिक्त 9 आमंत्रित देशों में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड्स, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात भी इस समारोह के साक्षी बनेंगे। बैठक में शामिल होने वाले नेताओं में भारतीय पीएम मोदी (PM Modi) के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेन्स्की, चीन के शी जिनपिंग और इंग्लैंड के पीएम ऋषि सुनक आदि के नाम शामिल हैं।

जी 20 शिखर सम्मेलन भारत के लिए वैश्विक कूटनीति में बढ़ती ताकत दिखाने का अवसर

इस सम्मेलन के लिए बतौर अध्यक्ष एजेंडे को अंतिम रूप देने की जिम्मेदारी भारत के पास ही है। इस मकसद से जी 20 के बैनर तले सौ से अधिक बैठकें भी आयोजित हो चुकी हैं। इन बैठकों के माध्यम से भारत को अपनी विविधता, अपनी संस्कृति और अपनी धरोहर को दुनिया के सामने दिखाने का भी मौका मिला है।

G 20 Summit: इस शिखर सम्मेलन की तैयारी के लिए अब तक पिछले 8 महीने के दौरान जी 20 से जुड़े सदस्य देशों की सैकड़ों बैठकों का आयोजन हो चुका है। इन बैठकों के आयोजन देश के 50 से भी ज्यादा शहरों में किये जा चुके हैं। जिससे इन शहरों के बारे में ज्यादा अच्छे से जानने को दुनिया को मौका मिला है।

अब जी 20 शिखर सम्मेलन एक और मौका होगा, जब भारत अपनी ताकत और अपनी संस्कृति को दुनिया के सामने पेश कर सके, क्योंकि दुनियाभर के दिग्गज नेता इस बैठक का हिस्सा होंगे। इसलिए सारी दुनिया की निगाहें इस सम्मेलन पर होंगी। इस वजह से भारत को वैश्विक कूटनीति में बढ़ती हुई अपनी ताकत दुनिया को दिखाने का एक शानदार अवसर मिलेगा।

शिखर सम्मेलन ये संगठन भी दिखेंगे

जी 20 बैठक में दुनियाभर के कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इनमें संयुक्त राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, वर्ल्ड बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन, इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन, फाइनेंशियल स्टेबिलिटी बोर्ड और आर्थिक सहयोग और विकास संगठन शामिल हैं।

G 20 Summit: साथ ही साथ सदस्य देशों से जुड़े संगठन जैसे कि अफ्रीकन यूनियन, अफ्रीकन यूनियन डेवलपमेंट एजेंसीऔर दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन आसियान के प्रतिनिधि भी बतौर क्षेत्रीय संगठन जी 20 समिट में शामिल होंगे।

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